प्रयागराजः उत्तर प्रदेश के नवनियुक्त महाधिवक्ता अजय कुमार मिश्रा ने कहा है कि न्यायालय में सरकार का प्रभावी पक्ष रखना उनका ध्येय है. ताकि नियम कानून के विपरीत काम करने वालों को कतई कानूनी संरक्षण न मिल सके. ऐसे लोगों को कानून के जरिये सजा भी दिलाई जाएगी.
मिश्र ने कहा कि प्रदेश सरकार का काम उत्कृष्ठ है. हर क्षेत्र में उसका सार्थक प्रभाव नजर आ रहा है. भेदभाव रहित निष्पक्षता से जनहित की योजनाएं लागू हो रही हैं. आम आदमी को खास दिक्कत नहीं है, दिक्कत सिर्फ नियम कानून तोड़ने वालों को है. उन्हें कानूनी शह नहीं मिले यही हमारा लक्ष्य होगा.
मिश्र ने कहा कि न्यायपालिका और कार्यपालिका के अपने कार्यक्षेत्र हैं. सभी अपने दायरे में रहकर काम करें. दोनों में सामंजस्य स्थापित करने का प्रयास किया जायेगा. न्यायालयों और महाधिवक्ता कार्यालय में अधिकारियों कर्मचारियों की कमी दूर करने संबंधी प्रश्न पर उन्होंने कहा कि सरकार से बात कर उचित कदम उठाया जायेगा.
प्रयागराज में 17 नवंबर 1958 को जन्मे अजय कुमार मिश्र ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से एलएलबी की उपाधि हासिल की. मूलरूप से देवरिया जिले के निवासी हैं. श्री मिश्र उच्चतम न्यायालय में वरिष्ठ अधिवक्ता और वहीं पर प्रदेश सरकार के अपर महाधिवक्ता भी हैं.
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न्यायमूर्ति श्रीरंग मिश्र के बड़े बेटे अजय कुमार मिश्र का 1981 में यूपी बार काउंसिल में अधिवक्ता के रूप में पंजीकरण हुआ. इसके बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट में उन्होंने वकालत शुरू की. 2004 से सुप्रीम कोर्ट में वकालत कर रहे हैं. उनके छोटे भाई न्यायमूर्ति अश्वनी कुमार मिश्र इलाहाबाद हाईकोर्ट में न्यायमूर्ति हैं. प्रदेश सरकार की कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद मंगलवार को नवनियुक्त महाधिवक्ता प्रयागराज पहुंच गये हैं.
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