प्रयागराजः इलाहाबाद हाईकोर्ट ने एसएसपी प्रयागराज को अजय यशवंत नेहरू की 24 घंटे सुरक्षा करने के इंतजाम करने का निर्देश दिया है. हाईकोर्ट ने यह आदेश उनकी करोड़ों की जमीन पर कई लोगो की नजर होने की वजह से उनकी जान के लिए बने खतरे को देखते हुए दिया है.
इस वजह से हुए कोर्ट में हाजिर
दो साल पहले मृत बताये जा रहे जार्जटाउन निवासी अजय यशवंत नेहरू स्वयं को जीवित साबित करने के लिए मंगलवार को हाईकोर्ट में हाजिर हो गए. उन्हें व्हीलचेयर पर सुरक्षा के साथ कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने उनकी पहचान के कागजात देखकर कहा कि याचिका में लगाए गए फोटो और कोर्ट में उपस्थित व्यक्ति को देखकर लगता है कि दोनों एक ही हैं.
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अपने जीवित होने का दिया प्रमाण
याचिका की सुनवाई कर रहे न्यायमूर्ति पंकज भाटिया ने इससे पूर्व जार्जटाउन पुलिस से नेहरू को सुरक्षा के साथ पेश करने के लिए कहा था, जिससे उनके जीवित या मृत होने के विवाद का समाधान हो सके. कोर्ट में प्रस्तुत किए गए नेहरू ने बताया कि उनकी जान को खतरा है. साथ ही उन्होंने जार्जटाउन में अमरनाथ झा मार्ग स्थित मकान का स्वामी होने के कागजात भी पेश किए. इस पर कोर्ट ने एसएसपी प्रयागराज को निर्देश दिया कि अजय यशवंत नेहरू को 24 घंटे सुरक्षा मुहैया कराई जाए. साथ ही यह सुनिश्वित किया जाए कि उनकी जान, माल और स्वतंत्रता पर किसी प्रकार का खतरा न आने पाए.
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नेहरु ने कोर्ट को यह बताया
अजय यशवंत नेहरू ने याचिका दाखिल कर कहा है कि कुछ लोग उनके मकान पर कब्जा करना चाहते हैं. उन्हें मृत बताकर उनकी संपत्ति के कागजात तैयार कर लिए गए हैं, जबकि वह जीवित हैं. इस बारे में दूसरे पक्ष का कहना है कि अजय यशवंत नेहरू की मृत्यु दो साल पहले हो चुकी है और फर्जी व्यक्ति उनके नाम से संपत्ति पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा है.
इसके समाधान के लिए कोर्ट ने पुलिस को अजय यशवंत नेहरू होने का दावा करने वाले व्यक्ति को पेश करने का निर्देश दिया था. कोर्ट ने नेहरू को अगली सुनवाई पर व्यक्तिगत रूप से हाजिर न होने की छूट दे दी है.