प्रयागराज: संगम तट पर चल रहे माघ मेले में बसंत पंचमी के पावन पर्व पर 13 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई. देर शाम तक श्रद्धालुओं का संगम आने का सिलसिला जारी रहा. दिनभर बसंत पंचमी का शुभ मुहूर्त होने के कारण संगम स्नान कर भक्तों ने पुण्यलाभ कमाया.
माघ मास के चौथे प्रमुख स्नान पर्व के मद्देनजर संपूर्ण माघ मेला क्षेत्र में कुल 17 घाटों का निर्माण कराया गया था. ताकि पवित्र संगम में आस्था की डुबकी लगाने के लिए अव्यवस्था न हो. प्रयागराज मेला प्राधिकरण और प्रभारी माघ मेला विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि मौनी अमावस्या की तरह बसंत पंचमी पर भी संगम क्षेत्र में श्रद्धालुओं की भीड़ रही. देर रात से ही श्रद्धालु संगम सहित विभिन्न घाटों पर आस्था की डुबकी लगाने के लिए पहुंचे थे. श्रद्धालु सकुशल स्नान कर सकें इसके लिए सर्कुलेटिंग एरिया में लगभग आठ हजार फीट से अधिक के आसपास की लंबाई के घाट बनाए गए थे. देर शाम तक लगभग 13 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई. माघ मेले में साफ-सफाई के लिए स्वच्छता कर्मियों के कुल 180 गैंग तैनात किए गए थे. जिसमें प्रत्येक गैंग में 12 स्वच्छता कर्मी शामिल थे, जो माघ मेले में साफ-सफाई के कार्यों में बराबर लगे थे.
संपूर्ण मेला क्षेत्र में आने वाले कल्पवासियों और दर्शनार्थियों के कोविड-19 से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जगह-जगह पर कैम्प लगाए गए थे. इसमें कोविड जांच भी की जा रही थी.