ETV Bharat / state

प्रयागराज में सवा लाख दीपकों से जगमगाया मौज गिरी घाट, श्रद्धालुओं ने किया दीप दान

author img

By

Published : Nov 4, 2022, 10:03 AM IST

प्रयागराज में गुरुवार को सवा लाख दीपों से मौज गिरी घाट जगमगा उठा. श्रद्धालुओं ने दीप दान कर कालिंदी पर्व मनाया. इस दौरान यमुना नदी मानो ऐसी लग रही थी कि जैसे नदी के पानी में तारे टिमटिमा रहे हों.

Etv Bharat
सवा लाख दीपों से जगमगाया मौज गिरी घाट

प्रयागराज: जिले में कीडगंज मौज गिरी आश्रम यमुना तट पर माता कालिंदी का पर्व गुरुवार की शाम बड़े धूमधाम से मनाया गया. इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने सवा लाख दीपों से घाट को जगमग कर दिया. यह नजारा देखकर ऐसा लग रहा था कि मानो आसमान से तारे जमीन पर उतर आए हैं. प्रयागराज में दीप दान का यह कार्यक्रम पिछले 6 वर्षों से लगातार बढ़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है.

श्रद्धालुओं और नागा तपस्वी शिवानंद गिरि ने दी जानकारी

श्रद्धालुओं की मानें तो यह नजारा पूरे प्रदेश भर में कहीं देखने को नहीं मिलता. इस पर्व का लोग साल भर से इंतजार करते है. वहीं, महंत का कहना है कि इस दीपदान से यम, शनि को जीतना है या सूर्य भगवान की कृपा प्राप्त करनी है तो, एक दीप जलाना चाहिए.

इसे भी पढे़-51 हजार दीपों से जगमग हुआ नैमिषारण्य तीर्थ


नागा तपस्वी शिवानंद गिरि का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरी गिरी जी महाराज के सानिध्य में यह कार्यक्रम होता है. इसमें दूरदराज से श्रद्धालु आते हैं. इस मौके पर तमाम सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होते हैं. इसके बाद यमुना नदी पर मंगला आरती होती है. इस दौरान यमुना नदी मानो ऐसी लगती है कि जैसे नदी के पानी में तारे टिमटिमा रहे हो.

यह भी पढ़े-हजारों दीपों से झिलमिलाई यमुना नदी के घाट पर बनी बटेश्वर की मंदिर श्रृंखला

प्रयागराज: जिले में कीडगंज मौज गिरी आश्रम यमुना तट पर माता कालिंदी का पर्व गुरुवार की शाम बड़े धूमधाम से मनाया गया. इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने सवा लाख दीपों से घाट को जगमग कर दिया. यह नजारा देखकर ऐसा लग रहा था कि मानो आसमान से तारे जमीन पर उतर आए हैं. प्रयागराज में दीप दान का यह कार्यक्रम पिछले 6 वर्षों से लगातार बढ़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है.

श्रद्धालुओं और नागा तपस्वी शिवानंद गिरि ने दी जानकारी

श्रद्धालुओं की मानें तो यह नजारा पूरे प्रदेश भर में कहीं देखने को नहीं मिलता. इस पर्व का लोग साल भर से इंतजार करते है. वहीं, महंत का कहना है कि इस दीपदान से यम, शनि को जीतना है या सूर्य भगवान की कृपा प्राप्त करनी है तो, एक दीप जलाना चाहिए.

इसे भी पढे़-51 हजार दीपों से जगमग हुआ नैमिषारण्य तीर्थ


नागा तपस्वी शिवानंद गिरि का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरी गिरी जी महाराज के सानिध्य में यह कार्यक्रम होता है. इसमें दूरदराज से श्रद्धालु आते हैं. इस मौके पर तमाम सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होते हैं. इसके बाद यमुना नदी पर मंगला आरती होती है. इस दौरान यमुना नदी मानो ऐसी लगती है कि जैसे नदी के पानी में तारे टिमटिमा रहे हो.

यह भी पढ़े-हजारों दीपों से झिलमिलाई यमुना नदी के घाट पर बनी बटेश्वर की मंदिर श्रृंखला

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.