प्रयागराज: लाइफ लाइन एक्सप्रेस विश्व का पहला चलता फिरता अस्पताल है. आज लाइफ लाइन एक्सप्रेस सूबेदारगंज स्टेशन पहली बार पहुंची. सात डिब्बे इस जीवन रेखा एक्सप्रेस में मरीजों को जांच के साथ ही इलाज की सुविधा मिलेगी. सूबेदारगंज स्टेशन पर 8 जनवरी तक जनपद के लोगों की कई तरह की बीमारियों की डॉक्टर द्वारा इलाज किया जाएगा.
कई बीमारियों का होता है इलाज
लाइफ लाइन एक्सप्रेस के इंचार्ज डॉक्टर अनिल ने बताया कि जीवन रेखा एक्सप्रेस विश्व का पहला चलता फिरता अस्पताल है. इसमें अत्याधुनिक मशीनें हैं, जिससे मरीजों को तुरंत सुविधा मिल सके. लाइफ लाइन एक्सप्रेस में कई तरह की बीमारियों का इलाज निशुल्क किया जाता है. इसमें आंख, कान का इलाज, दांत संबंधित बीमारी और कटे-फटे होंठ की सर्जरी की जाती है. इसके साथ ही स्त्री संबंधित बीमारियां और आंख संबंधित मरीजों की जांच कर चश्मा निशुल्क वितरण किया जाता है.
हाईटेक ऑपरेशन थियेटर से लैस है जीवन रेखा एक्सप्रेस
डॉक्टर अनिल ने बताया कि जीवन रेखा अस्पताल में दो हाईटेक ऑपरेशन थियेटर बनाए गए हैं. इसमें देश के अलग-अलग कोने से डॉक्टर आते हैं, जिससे मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा मिल सके.
सात डिब्बे में बना है अस्पताल
अस्पताल इंचार्ज डॉ. अनिल ने बताया कि जीवन रेखा अस्पताल कुल सात डिब्बे में तैयार किया गया है. ओपीडी से लेकर इलाज की सभी अत्याधुनिक मशीनें और ऑपरेशन थियेटर बनाए गए हैं. चलते फिरते इस अस्पताल को मुख्य रूप से रूरल एरिया में ले जाया जाता है.
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देश में 12 लाख से अधिक मरीजों को मिल चुकी है स्वास्थ्य सेवा
जीवन रेखा एक्सप्रेस 27 सालों में देश की कई जगहों पर जाकर अब तक 12 लाख से अधिक मरीजों को स्वास्थ्य सेवा दे चुकी है. इसके साथ ही डेढ़ लाख से अधिक मरीजों की सर्जरी भी की गई है. प्रयागराज में पिछले दो दिनों की बात करें तो अब तक 700 से अधिक मरीजों को इसका लाभ मिला है. लाइफ लाइन एक्सप्रेस का मुख्य उद्देश्य यही है कि जहां पर मरीज अस्पताल तक नहीं पहुंच पाते हैं, वहां अस्पताल मरीज के पास पहुंचकर स्वास्थ्य सेवा की सुविधा दी जा सके.