प्रयागराज: महन्त नरेंद्र गिरि (mahant narendra giri) के ब्रह्मलीन होने के बाद अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष का पद खाली है. इस पद के लिए 13 अखाड़ों के प्रतिनिधि अध्यक्ष पद की दावेदारी करते नजर आ रहे हैं. तीनों सम्प्रदाय से 13 अखाड़ों ने दावेदारी पेश की है. वहीं, दूसरी तरफ किन्नर अखाड़ा भी जूना अखाड़े के समर्थन में उतर गया है. किन्नर अखाड़े के प्रदेश अध्यक्ष महामंडलेश्वर टीना मां ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि किन्नर अखाड़ा पूरी तरह से जूना अखाड़ा का समर्थन करता है.
अखाड़ा परिसद में हो किन्नर अखाड़े का पद
किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर टीना मां ने कहा कि जूना अखाड़ा के साथ किन्नर अखाड़ा है. अखाड़ा परिसद में किन्नर अखाड़े के महामंडलेश्वर को भी जगह दी जाए. इसके साथ ही अखाड़ा परिषद का अध्यक्ष जूना अखाड़ा से हो यही किन्नर अखाड़ा की मांग है. किन्नर अखाड़ा पूरी तरह से जूना अखाड़ा का समर्थन करता है. टीना मां ने कहा कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महासचिव हरिगिरि द्वारा बुलाई गई है. बैठक में 25 अक्टूबर को बाघम्बरी मठ में शामिल होगा. अगर, अखाड़ा परिषद की तरफ से आमंत्रित किया जाएगा तो निश्चित रूप से किन्नर अखाड़ा शामिल होगा. 2019 कुंभ में किन्नर अखाड़ा 2019 के महाकुंभ में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद में किन्नर अखाड़ा का विरोध करते हुए अखाड़े में शामिल करने से इनकार कर दिया था. उसके बाद से किन्नर अखाड़ा चर्चा में आया था.
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13 अखाड़ों की सहमति जरूरी किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर टीना मां ने कहा कि सबसे जरूरी बात है कि महंत नरेंद्र गिरि ब्रह्मलीन होने के बाद यह पद खाली है. सभी अखाड़ों की सर्वसम्मति से यह चुनाव हो और किसी भी तरह से कोई विवाद न हो. किन्नर अखाड़ा जूना अखाड़ा के समर्थन में खड़ा है.