प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात जनपद के मंडोली गांव की घटना को लेकर प्रदेश राजनीति गर्मा गई है. घटना में अतिक्रमण हटाने के दौरान महिला और उसकी बेटी की जलने से मौत हो गई थी. इस मामले में राजनीति गर्माने के साथ ही अब सीबीआई जांच की मांग भी उठने लगी है. इसको लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में जनहित याचिका दाखिल की गई है. जनहित याचिका स्वदेश एंड प्रयाग लीगल एंड क्लीनिक के अध्यक्ष राम प्रकाश द्विवेदी ने दाखिल की है.
याचिकाकर्ता राम प्रकाश द्विवेदी के अधिवक्ता गौरव द्विवेदी ने पत्र याचिका के माध्यम से हाईकोर्ट से मांग की है कि वह इस घटना पर स्वत: संज्ञान लेते हुए मामले की जांच सीबीआई से कराने का आदेश दें. साथ ही घटना की निष्पक्ष न्यायिक जांच कराई जाए, जिसकी हाईकोर्ट द्वारा स्वयं मॉनिटरिंग की जाए. याचिका में यह भी मांग की गई है कि 14 फरवरी को हुई मंडोली गांव की घटना में शामिल सभी सरकारी अधिकारियों को तत्काल निलंबित किया जाए और पीड़ित परिवार को मुआवजा दिया जाए.
उल्लेखनीय है कि 14 फरवरी को कानपुर देहात के मंडोली गांव में ग्राम सभा की जमीन से अतिक्रमण हटाने के दौरान अधिकारियों ने एक झोपड़ी पर बुलडोजर चला दिया था. उसी वक्त किसी कारण से झोपड़ी में आग भी लग गई थी, जिसमें मां बेटी की जलने से मौत हो गई थी और गृह स्वामी गंभीर रूप से घायल हो गया था. याची का कहना है कि इस प्रकार की शर्मनाक घटनाओं से प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर आम लोगों के मन में दहशत व्याप्त होती है. जबकि मुख्यमंत्री ने स्वयं निर्देश दिया है कि भू माफिया से सरकारी जमीनों का कब्जा हटाने के दौरान किसी भी गरीब को परेशान न किया जाए मगर, राज्य के अधिकारी मुख्यमंत्री के निर्देशों का पालन न करके गरीब और बेसहारा लोगों को परेशान कर रहे हैं.