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प्रयागराज: संक्रामक रोगों को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कसी कमर

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में बाढ़ के पानी से फैलने वाली संक्रमण बीमारियों को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी पूरी कर ली है. स्वास्थ्य विभाग ने बाढ़ वाले क्षेत्रों में स्वास्थ्य कर्मी लगा दिए हैं, जिससे ये कर्मी समय-समय पर ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव करते रहे.

संक्रामक बीमारियों को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने पूरी की तैयारी.
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Published : Sep 7, 2019, 12:14 PM IST

प्रयागराज: लगातार गंगा-यमुना के जलस्तर बढ़ने और घटने से निचले स्तर पर पानी का जमाव हो जाता है. इसकी वजह से संक्रामक बीमारियां फैलती हैं. इस बीमारी से लोग ग्रषित न हों इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है. बाढ़ वाले क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग की टीम लगा दी गई है. टीमों को यह निर्देश भी दिया गया है कि जहां भी पानी जमाव अधिक हो वहां पर ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव निश्चित रूप से होना चाहिए.

संक्रामक बीमारियों को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने पूरी की तैयारी.

इसे भी पढ़ें- वाराणसी: डेंगू की दस्तक से स्वास्थ महकमा अलर्ट, कागजों में सब दुरुस्त हकीकत हवा हवाई

बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में तैनात हैं स्वास्थ्यकर्मी
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. जीएस बाजपेई ने बताया कि गंगा-यमुना का जलस्तर में बढ़ाव और घटाव जैसे स्थिति बनी हुई है, लेकिन अभी बाढ़ जैसे स्थिति उत्पन्न नहीं हुई है. इस बार गंगा का जलस्तर बढ़ और घट रहा है. इससे निचले इलाकों में पानी का जमाव हो जाता है. इस वजह से संक्रमण रोग उत्पन्न होते हैं. ऐसी जगहों पर स्वास्थ्यकर्मियों की तैनाती की गई है. यह कर्मी पानी जहां कम होता है, जिसकी वजह से मच्छरों का आगमन न हो इसके लिए ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव करते हैं, जिससे संक्रमण रोग का फैलाव न हो.

हर जगह बनाई गई चौकी
मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र में स्वास्थकर्मी के साथ चौकियों का भी निर्माण किया गया है. इसके साथ संक्रमण बीमारियों को रोकने के लिए प्रयाप्त मात्रा में दवाई भी उपलब्ध करा दी गई है, जिससे मच्छरों से संक्रमण रोग फैलने न पाए और उसकी जड़ ही खत्म कर दी जाए.

प्रयागराज: लगातार गंगा-यमुना के जलस्तर बढ़ने और घटने से निचले स्तर पर पानी का जमाव हो जाता है. इसकी वजह से संक्रामक बीमारियां फैलती हैं. इस बीमारी से लोग ग्रषित न हों इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है. बाढ़ वाले क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग की टीम लगा दी गई है. टीमों को यह निर्देश भी दिया गया है कि जहां भी पानी जमाव अधिक हो वहां पर ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव निश्चित रूप से होना चाहिए.

संक्रामक बीमारियों को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने पूरी की तैयारी.

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बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में तैनात हैं स्वास्थ्यकर्मी
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. जीएस बाजपेई ने बताया कि गंगा-यमुना का जलस्तर में बढ़ाव और घटाव जैसे स्थिति बनी हुई है, लेकिन अभी बाढ़ जैसे स्थिति उत्पन्न नहीं हुई है. इस बार गंगा का जलस्तर बढ़ और घट रहा है. इससे निचले इलाकों में पानी का जमाव हो जाता है. इस वजह से संक्रमण रोग उत्पन्न होते हैं. ऐसी जगहों पर स्वास्थ्यकर्मियों की तैनाती की गई है. यह कर्मी पानी जहां कम होता है, जिसकी वजह से मच्छरों का आगमन न हो इसके लिए ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव करते हैं, जिससे संक्रमण रोग का फैलाव न हो.

हर जगह बनाई गई चौकी
मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र में स्वास्थकर्मी के साथ चौकियों का भी निर्माण किया गया है. इसके साथ संक्रमण बीमारियों को रोकने के लिए प्रयाप्त मात्रा में दवाई भी उपलब्ध करा दी गई है, जिससे मच्छरों से संक्रमण रोग फैलने न पाए और उसकी जड़ ही खत्म कर दी जाए.

Intro:प्रयागराज: बाढ़ के पानी से फैलाने वाले संक्रमण बीमारियों को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने की पूरी तैयारी

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प्रयागराज: लगातार गंगा-यमुना के जलस्तर बढ़ने और घटने से निचले स्तर पर पानी का जमाव हो जाता है. जिसकी वजह से संक्रमण बीमारियां फैलती है. इस बीमारी से लोग ग्रषित न हो इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है. बाढ़ वाले क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग की टीम लगा दी गई है. इसके साथ ही टीमों को यह निर्देश भी दिया गया है कि जहां भी पानी जमाव अधिक हो वहां पर ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव निश्चित रूप होना चाहिए.


Body:बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में तैनात है स्वास्थ्यकर्मी

मुख्य चिकित्सा अधिकारी जीएस बाजपेई ने बताया कि गंगा यमुना का जलस्तर में बढ़ाव और घटाव जैसे स्थिति बनी हुई है. लेकिन अभी बाढ़ जैसे स्थिति उत्पन्न नहीं हुई है. इस बार गंगा का जलस्तर बढ़ और घट रहा है जिससे निचले इलाकों में पानी का जमाव हो जाता है. जिसकी वजह से संक्रमण रोग उत्पन्न होते हैं. ऐसे जगहों पर स्वास्थ्यकर्मियों की तैनाती की गई है. यह कर्मी पानी जहां कम होता है जिसकी वजह से मछरों का आगमन न हो इसके लिए बिलिचिंग पाउडर छिड़काव करते है. जिससे संक्रमण रोग का फैलाव न हो.


Conclusion:हर जगह बनाई गई है चौकी

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र में स्वस्थकर्मी के साथ चौकियों का भी निर्माण किया गया है. एसकव साथ संक्रमण बीमारियों को रोकने के लिए प्रयाप्त मात्रा में दवाई भी उपलब्ध करा दी गई है. जिससे मछरों से संक्रमण रोग फैलने न पाए और उसे जड़ ही खत्म कर दिया जाए.

बाइट- जीएस बाजपेयी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी
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