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रोहणी नक्षत्र में बना जन्माष्टमी का योग, दूर होगी पीड़ा: ज्योतिषाचार्य आशुतोष वार्ष्णेय - कृष्ण जन्माष्टमी 2019

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में रहने वाले ज्योतिषाचार्य आशुतोष वार्ष्णेय ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि हिंदू पंचांग के अनुसार किस जन्माष्टमी भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को हुई थी. इस बार कृष्ण जन्माष्टमी का दुर्लभ संयोग बन रहा है.

ज्योतिषाचार्य आशुतोष वार्ष्णेय.
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Published : Aug 23, 2019, 1:47 PM IST

प्रयागराजः जन्माष्टमी का पर्व आज पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है. हिंदू मान्यता के अनुसार श्री हरि विष्णु के आठवें अवतार थे. हिंदू पंचांग के अनुसार किस जन्माष्टमी भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को हुई थी. ग्रह नक्षत्र और ज्योतिषियों की मानें तो इस बार कृष्ण जन्माष्टमी का दुर्लभ संयोग बन रहा है. बहुत वर्षों के पश्चात श्रीकृष्ण जन्माष्टमी रोहिणी नक्षत्र में पड़ रही है.

जानकारी देते ज्योतिषाचार्य आशुतोष वार्ष्णेय.

ज्योतिषाचार्य आशुतोष वार्ष्णेय ने बताया-

  • काफी सालों के बाद बन रहे इस शुभ संयोग में अर्धरात्रि के दौरान रोहिणी नक्षत्र मिल रहा है.
  • रात्रि 12:08 पर रोहिणी योग नक्षत्र का संचरण हो रहा है.
  • इस नक्षत्र में जो संतान और धन की अभिलाषा रखते हैं वह जमाष्टमी का व्रत और पूजन करें.

इसे भी पढ़ेः- ...जानिए कौन हैं गूगल गोल्डेन बाबा जो करोड़ों के आभूषण पहनकर कर रहे हैं कृष्ण भक्ति का प्रचार

ग्रह नक्षत्रों के अनुसार श्रृंगार करना होगा विशेष फलदायी-

मेष राशि- इस स्वामी मंगल है. कृष्ण को प्रसन्न करने के लिए लाल वर्सेस से कृष्ण का श्रृंगार करें.

वृष राशि- इसका स्वामी शुक्र है इसीलिए चटक सफेद रंग के वस्त्रों का श्रृंगार कृष्ण झांकी में इस्तेमाल करें.

मिथुन राशि- हरे रंग का झांकी श्रृंगार के लिए इस्तेमाल करें.

कर्क राशि- इस राशि का स्वामी चन्द्रमा है. इसके लिए स्वेत रंग का इस्तेमाल झांकी के लिये करें.

सिंह राशि- लाल गुलाबी रंग का इस्तेमाल कर सकते.

कन्या राशि- हरे रंग का प्रयोग करें.

तुला राशि- में जन्म लेने वाले चटक सफेद वस्त्र का उपयोग करें.

वृष्चिक राशि- इस राशि वाले लाल रंग.

धनु राशि- वाले पीले रंग से कृष्ण का श्रृंगार करें.

मकर राशि- श्याम वर्ण के वस्त्रों से कृष्ण की झांकी को सजाएं.

मीन राशि- पिले रंग के वस्त्र से श्रृंगार कराए.

प्रयागराजः जन्माष्टमी का पर्व आज पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है. हिंदू मान्यता के अनुसार श्री हरि विष्णु के आठवें अवतार थे. हिंदू पंचांग के अनुसार किस जन्माष्टमी भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को हुई थी. ग्रह नक्षत्र और ज्योतिषियों की मानें तो इस बार कृष्ण जन्माष्टमी का दुर्लभ संयोग बन रहा है. बहुत वर्षों के पश्चात श्रीकृष्ण जन्माष्टमी रोहिणी नक्षत्र में पड़ रही है.

जानकारी देते ज्योतिषाचार्य आशुतोष वार्ष्णेय.

ज्योतिषाचार्य आशुतोष वार्ष्णेय ने बताया-

  • काफी सालों के बाद बन रहे इस शुभ संयोग में अर्धरात्रि के दौरान रोहिणी नक्षत्र मिल रहा है.
  • रात्रि 12:08 पर रोहिणी योग नक्षत्र का संचरण हो रहा है.
  • इस नक्षत्र में जो संतान और धन की अभिलाषा रखते हैं वह जमाष्टमी का व्रत और पूजन करें.

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ग्रह नक्षत्रों के अनुसार श्रृंगार करना होगा विशेष फलदायी-

मेष राशि- इस स्वामी मंगल है. कृष्ण को प्रसन्न करने के लिए लाल वर्सेस से कृष्ण का श्रृंगार करें.

वृष राशि- इसका स्वामी शुक्र है इसीलिए चटक सफेद रंग के वस्त्रों का श्रृंगार कृष्ण झांकी में इस्तेमाल करें.

मिथुन राशि- हरे रंग का झांकी श्रृंगार के लिए इस्तेमाल करें.

कर्क राशि- इस राशि का स्वामी चन्द्रमा है. इसके लिए स्वेत रंग का इस्तेमाल झांकी के लिये करें.

सिंह राशि- लाल गुलाबी रंग का इस्तेमाल कर सकते.

कन्या राशि- हरे रंग का प्रयोग करें.

तुला राशि- में जन्म लेने वाले चटक सफेद वस्त्र का उपयोग करें.

वृष्चिक राशि- इस राशि वाले लाल रंग.

धनु राशि- वाले पीले रंग से कृष्ण का श्रृंगार करें.

मकर राशि- श्याम वर्ण के वस्त्रों से कृष्ण की झांकी को सजाएं.

मीन राशि- पिले रंग के वस्त्र से श्रृंगार कराए.

Intro:जन्माष्टमी का पर्व आज पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है हिंदू मान्यता के अनुसार श्री हरि विष्णु के आठवें अवतार नटखट नंदलाल जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाता है हिंदू पंचांग के अनुसार किस जन्माष्टमी भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को हुई थी। ग्रह नक्षत्र और ज्योतिषियों की मानें तो इस बार कृष्ण जन्माष्टमी का दुर्लभ संयोग बन रहा है बहुत वर्षों के पश्चात श्री कृष्ण जन्माष्टमी रोहिणी नक्षत्र में पड़ रही है ।


Body:काफी सालों के बाद बन रहे इस शुभ संयोग में अर्धरात्रि के दौरान रोहिणी नक्षत्र मिल रहा है भगवान का जन्म इसी में छात्र में हुआ था रात्रि 12:08 पर रोहिणी योग नक्षत्र का संचरण हो रहा है इस नक्षत्र में जो संतान और धन की अभिलाषा रखते है। वह जमाष्टमी का व्रत और पूजन करेंगे।
ग्रह नक्षत्रों के अनुसार श्रृंगार करना होगा विशेष फलदायी
आज बन रहे इस शुभ संयोग में भगवान का श्रृंगार व पूजन ग्रह नक्षत्रों के अनुसार करने से विशेष फल की प्राप्ति होगी ग्रह नक्षत्र के अनुसार झांकियां व उनका श्रृंगार कर सकते हैं । मेष राशि इस राधास्वामी मंगल है इसके लिए कृष्ण को प्रसन्न करने के लिए लाल वर्सेस सिंगार वह झांसी सो जा सकते हैं वृष राशि इसका स्वामी शुक्र है इसीलिए चटक सफेद रंग के वस्त्रों का श्रृंगार में इस्तेमाल करें और झांसी उस रास्ते मिथुन राशि वाले हरे रंग का श्रृंगार के लिए इस्तेमाल करें।कर्क राशि का स्वामी चन्द्रमा है इसके लिए स्वेत रंग का इस्तेमाल झांकी के लिये करे। सिंह राशि वाले लाल गुलाबी रंग का इस्तेमाल कर सकते। कन्या राशि वाले हरे रंग का प्रयोग करे तुला राशि वाले चटक सफेद वस्त्र, वृष्चिक राशि वाले लाल रंग ,धनु राशि वाले पीले रंग मकर राशि वाले श्याम वर्ण व मीन राशि वाले पिले रंग के वस्त्र से श्रृंगार कराए।




Conclusion:ज्योतिष ग्रह नक्षत्रम के आचार्य आशुतोष वार्ष्णेय ने बताया कि श्री कृष्ण की कृपा प्राप्त करने से लिए शनि की पीड़ा से मुक्ति पाने के लिये काले रंग के कपड़ो का इस्तेमाल किया जा सकता है।

बाईट : आशुतोष वार्ष्णेय ज्योतिषाचार्य

प्रवीण मिश्र
प्रयागराज।
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