प्रयागराज: हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने प्रयागराज में राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय स्थापित करने की मंजूरी देने के लिए राज्य सरकार का आभार जताया है. उधर, एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष अनिल तिवारी ने इस विश्वविद्यालय की सामान्य परिषद में हाईकोर्ट बार के पदेन अध्यक्ष को भी शामिल करने की मांग की है. प्रयागराज अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष एनके चटर्जी ने कहा कि राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय की स्थापना ने प्रयागराज को शिक्षा का ऑक्सफोर्ड कहा जाना सच्चे अर्थों में फलीभूत किया है. उन्होंने केन्द्रीय इलाहाबाद विश्वविद्यालय से संबद्ध मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के लिए एक उच्च स्तरीय अस्पताल की भी मांग की है.
एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश पांडेय बबुआ की अध्यक्षता में हुई बैठक में महासचिव जेबी सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष अखिलेश मिश्र गांधी, उपाध्यक्ष अजीत कुमार यादव और विजय सिंह सेंगर, संयुक्त सचिव प्रशासन प्रियदर्शी त्रिपाठी, संयुक्त सचिव प्रेस सर्वेश कुमार दुबे, कोषाध्यक्ष सुरेंद्र नाथ मिश्र आदि ने योगी सरकार को बधाई दी. इन्होंने कहा कि राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय की स्थापना प्रयागराज में होना शिक्षा के साथ विधि के क्षेत्र में आने वाले युवाओं के लिए मील का पत्थर साबित होगी. यह भी कहा कि राज्य सरकार के इस निर्णय के लिए हाईकोर्ट का अधिवक्ता समाज का आभारी रहेगा, क्योंकि यह विश्वविद्यालय प्रयागराज की गरिमा, गौरव और महत्ता को पुनर्स्थापित भी करेगा. बैठक में अजय कुमार मिश्र, रजनीकांत राय, राजकुमार सिंह, शशिकांत शर्मा, संजय सिंह सोमवंशी, कौशलेश तिवारी, अजय कुमार यादव, श्रवण पांडेय, सुबोध राय, राजेंद्र कुमार राजपूत, सुशील कुमार शुक्ल, राजेन्द्र यादव आदि उपस्थित रहे.
एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष अनिल तिवारी ने इस विश्वविद्यालय की सामान्य परिषद में हाईकोर्ट बार के पदेन अध्यक्ष को भी शामिल करने की मांग की है. अनिल तिवारी ने कहा कि योगी आदित्यनाथ की सरकार ने राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय की स्थापना को स्वीकृति देकर प्रयागराज के गौरव और सम्मान की चमक लौटाने का काम किया है, लेकिन इस विश्वविद्यालय की सामान्य परिषद में यदि अन्य गणमान्य लोगों की तरह हाईकोर्ट बार के पदेन अध्यक्ष को भी शामिल करने पर विचार करें तो इससे गौरवशाली हाईकोर्ट बार व यहां के अधिवक्ताओं का भी सम्मान बढ़ेगा.