ETV Bharat / state

प्रयागराज: हरिवंशराय बच्चन के जन्मदिवस पर दिखी उनकी यादों की एक छोटी सी झलक

प्रसिद्ध कवि स्व. हरिवंशराय बच्चन जी का आज जन्म दिवस है. इस अवसर पर पूरी दुनिया उन्हें याद कर रही हैं. बच्चन जी का जन्म 27 नवंबर 1907 में हुआ था. उन्होंने अपनी कविताओं से ऐसी छाप छोड़ी कि लोग आज भी उन्हें याद करते हैं.

etv bharat
हरिवंशराय बच्चन जन्मदिवस विशेष
author img

By

Published : Nov 27, 2019, 12:44 PM IST

प्रयागराज: हरिवंशराय बच्चन देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में अलग पहचान है. आज देश ही नहीं पूरा संसार उन्हें प्रसिद्ध कवि के रूप में याद करता हैं. बच्चन जी इलाहाबाद विश्वविद्यालय से लेकर ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी तक भारत देश का नाम रोशन किया. आज हरिवंशराय बच्चन जी के जन्मदिन पर उनसे जुड़ी कई दिलचस्प बातें ईटीवी भारत लोगों को बताएगा.

हरिवंशराय बच्चन के जन्मदिवस पर ईटीवी भारत ने की खास बातचीत.
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में इंग्लिश के प्रोफेसर रहे हरिवंशराय बच्चनहिंदी फिल्म जगत के महानायक अमिताभ बच्चन के पिता हरिवंश राय बच्चन इलाहाबाद विश्वविद्यालय से जुड़े थे. यहां के इंग्लिश डिपार्टमेंट के प्रोफेसर एलआर शर्मा ने बताया कि जब वह इलाहाबाद विश्वविद्यालय में इंग्लिश के प्रोफेसर रहे थे तब हम लोग नहीं थे. काफी लंबे समय तक विश्वविद्यालय में इंग्लिश के प्रोफेसर पद पर बच्चों को पढ़ाया था. बच्चन जी को इंग्लिश प्रोफेसर के नाम से नहीं बल्कि हिंदी कवि के रूप में बहुत ख्याति मिली. इसके साथ ही उनके किताब और उनके द्वारा लिखी गई थीसिस पर उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली.

इसे भी पढ़ें:- प्रयागराज: इंदिरा गांधी के जयंती पर कांग्रेसियों ने उनके राजनीतिक योगदान को किया याद

डाकू के बारे में जानने के लिए बांदा तक किया था सफर

डॉ. एलआर शर्मा ने बताया कि मैं इंटरमीडिएट में पढ़ रहा था तब हरिवंशराय बच्चन जी से हमारी मुलाकात हुई थी. मेरे बड़े भाई बांदा में एसपी पद पर तैनात थे तभी हरिवंशराय बच्चन वहां डाकू से मिलने आये थे. मेरे भाई ने डाकू को बुलाया और उनकी मुलाकात कराई. तभी मैंने देखा कि हरिवंशराय बच्चन जी ने डाकू को डाकू जी के नाम से संबोधित करते हुए काफी देर तक बात किया. बच्चन जी ने डाकू से जुड़ी और उनके जीवन शैली से जुड़ी कई सवाल किया. उन्होंने यह भी पूछा की लोग डाकू क्यों बन जाते हैं. ऐसे ही कई तरह के सवालों का जवाब पूछते हुए हरिवंशराय बच्चन ने डाकू से लगभग कई घंटों तक बात किया.
प्रोफेसर एलआर शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि हरिवंशराय बच्चन इलाहाबाद विश्वविद्यालय के मशहूर प्रोफेसर तो नहीं थे लेकिन कवि और साहित्यकार निश्चित रूप से रहे.

देश के बड़े क्रिएटिव राइटरों का विभाग है इलाहाबाद विश्वविद्यालय का इंग्लिश डिपार्टमेंट
डॉ. एलआर शर्मा ने कहा कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय का इंग्लिश डिपार्टमेंट देश के बड़े नामचीन क्रिएटिव राइटरों का विभाग रहा हैं. इसमें फिराक गोरखपुरी, शाही साहब, कवि बच्चन जी जैसे तमाम बड़े क्रिएटिव राइटरों से जुड़ाव यह डिपार्टमेंट रखता है.

प्रयागराज: हरिवंशराय बच्चन देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में अलग पहचान है. आज देश ही नहीं पूरा संसार उन्हें प्रसिद्ध कवि के रूप में याद करता हैं. बच्चन जी इलाहाबाद विश्वविद्यालय से लेकर ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी तक भारत देश का नाम रोशन किया. आज हरिवंशराय बच्चन जी के जन्मदिन पर उनसे जुड़ी कई दिलचस्प बातें ईटीवी भारत लोगों को बताएगा.

हरिवंशराय बच्चन के जन्मदिवस पर ईटीवी भारत ने की खास बातचीत.
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में इंग्लिश के प्रोफेसर रहे हरिवंशराय बच्चनहिंदी फिल्म जगत के महानायक अमिताभ बच्चन के पिता हरिवंश राय बच्चन इलाहाबाद विश्वविद्यालय से जुड़े थे. यहां के इंग्लिश डिपार्टमेंट के प्रोफेसर एलआर शर्मा ने बताया कि जब वह इलाहाबाद विश्वविद्यालय में इंग्लिश के प्रोफेसर रहे थे तब हम लोग नहीं थे. काफी लंबे समय तक विश्वविद्यालय में इंग्लिश के प्रोफेसर पद पर बच्चों को पढ़ाया था. बच्चन जी को इंग्लिश प्रोफेसर के नाम से नहीं बल्कि हिंदी कवि के रूप में बहुत ख्याति मिली. इसके साथ ही उनके किताब और उनके द्वारा लिखी गई थीसिस पर उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली.

इसे भी पढ़ें:- प्रयागराज: इंदिरा गांधी के जयंती पर कांग्रेसियों ने उनके राजनीतिक योगदान को किया याद

डाकू के बारे में जानने के लिए बांदा तक किया था सफर

डॉ. एलआर शर्मा ने बताया कि मैं इंटरमीडिएट में पढ़ रहा था तब हरिवंशराय बच्चन जी से हमारी मुलाकात हुई थी. मेरे बड़े भाई बांदा में एसपी पद पर तैनात थे तभी हरिवंशराय बच्चन वहां डाकू से मिलने आये थे. मेरे भाई ने डाकू को बुलाया और उनकी मुलाकात कराई. तभी मैंने देखा कि हरिवंशराय बच्चन जी ने डाकू को डाकू जी के नाम से संबोधित करते हुए काफी देर तक बात किया. बच्चन जी ने डाकू से जुड़ी और उनके जीवन शैली से जुड़ी कई सवाल किया. उन्होंने यह भी पूछा की लोग डाकू क्यों बन जाते हैं. ऐसे ही कई तरह के सवालों का जवाब पूछते हुए हरिवंशराय बच्चन ने डाकू से लगभग कई घंटों तक बात किया.
प्रोफेसर एलआर शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि हरिवंशराय बच्चन इलाहाबाद विश्वविद्यालय के मशहूर प्रोफेसर तो नहीं थे लेकिन कवि और साहित्यकार निश्चित रूप से रहे.

देश के बड़े क्रिएटिव राइटरों का विभाग है इलाहाबाद विश्वविद्यालय का इंग्लिश डिपार्टमेंट
डॉ. एलआर शर्मा ने कहा कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय का इंग्लिश डिपार्टमेंट देश के बड़े नामचीन क्रिएटिव राइटरों का विभाग रहा हैं. इसमें फिराक गोरखपुरी, शाही साहब, कवि बच्चन जी जैसे तमाम बड़े क्रिएटिव राइटरों से जुड़ाव यह डिपार्टमेंट रखता है.

Intro:प्रयागराज: हरिवंश राय बच्चन देश पहले भारतीय रहे जिन्होंने अस्कफोर्ड यूनिवर्सिटी से इंग्लिश में डिफेल डीग्री प्राप्त किया

7000668169

प्रयागराज: हिंदी फ़िल्म जगत के महानायक अमिताभ बच्चन के पिता हरिवंशराय बच्चन देश ही नहीं बल्कि पूरे दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाई. आज भी उन्हें देश-दुनिया में प्रसिद्ध कवि के रूप में याद किया जाता है. बच्चन जी इलाहाबाद विश्वविद्यालय से लेकर ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी तक भारत देश का नाम रोशन किया. आज हरिवंशराय बच्चन जी के जन्मदिन पर उनसे जुड़ी कई दिलचस्प बातें ईटीवी भारत आपको बताने जा रहा है.

इलाहाबाद विश्वविद्यालय में इंग्लिश के प्रोफेसर रहे हरिवंशराय बच्चन

इलाहाबाद विश्वविद्यालय के इंग्लिश डिपार्टमेंट के प्रोफेसर एलआर शर्मा ने बताया कि जब वह इलाहाबाद विश्वविद्यालय में इंग्लिश के प्रोफेसर रहे थे तब हम लोग नहीं थे लेकिन काफी लंबे समय तक विश्वविद्यालय में इंग्लिश के प्रोफेसर पद पर बच्चों को पढ़ाया करते थे. जहां जानकारी है कि बच्चन जी को इंग्लिश प्रोफेसर के नाम से नहीं बल्कि हिंदी कवि के रूप में बहुत ख्याति मिली. इसके साथ ही उनके किताब और उनके द्वारा लिखी गई थीसिस पर उन्हें अंतरराष्ट्रीय लेवल पर पहचान मिली.


Body:डाकू के बारे में जानने के लिए बाँदा तक किया सफर

डॉक्टर एलआर शर्मा बताते हैं कि जब मैं इंटरमीडिएट में मैं पढ़ रहा था तब हरिवंशराय बच्चन जी से हमारी मुलाकात हुई थी. मेरे बड़े भाई बाँदा में एसपी पद पर तैनात थे तभी हरिवंशराय बच्चन वहां डाकू से मिलने आये थे. मेरे भाई ने डाकू को बुलाया और उनकी मुलाकात कराई. तभी मैंने देखा कि हरिवंशराय बच्चन जी ने डाकू को डाकू जी के नाम से संबोधित करते हुए काफी देर तक बात किया. बच्चन जी ने डाकू से जुड़ी और उनके जीवन शैली से जुड़ी कई सवाल किया. इसके साथ ही यह पूंछा की लोग डाकू क्यों बन जाते हैं. ऐसे ही कई तरह के सवालों का जवाब पूछते हुए हरिवंशराय बच्चन ने डाकू से लगभग कई घंटों तक बात किया. डाकू से बातचीत करने के बाद वहां से इलाहाबाद के लिए बच्चन जी रवाना हो गए.


Conclusion:डब्लूडीएड्स पर थिसेस करने वाले पहले भारतिय रहे हरिवंशराय बच्चन

इंग्लिश प्रोफेसर एलआर शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि हरिवंशराय बच्चन इलाहाबाद विश्वविद्यालय के मशहूर प्रोफेसर तो नहीं थे लेकिन बहुत कवि और साहित्यकार निश्चित रूप से रहे. इसके साथ ही बच्चन जी भारत के पहले ऐसे व्यक्ति रहे जिहोंने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से इंग्लिश में डिएफेल डिग्री लेने के साथ ही डब्लूडीएड्स पर थिसेस किया जिसकी वजह से उन्हें देश और विदेशों में बहुत लोगों ने जाना. इसके साथ हरिवंशराय राय बच्चन बहुत बढ़िया स्कोलर भी रहे.

देश के बड़े नामचीन क्रिएटिव राइटरों का विभाग है इलाहाबाद विश्वविद्यालय का इंग्लिश डिपार्टमेंट

डॉक्टर एलआर शर्मा ने कहा कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय का इंग्लिश डिपार्टमेंट देश के बड़े नामचीन क्रिएटिव राइटरों का विभाग रहा है.इसमें फिराक गोरखपुरी, बिटीएन शाही साहब, कवि बच्चन जी जैसे तमाम बड़े क्रिएटिव राइटरों से जुड़ाव रखता है इलाहाबाद विश्वविद्यालय का यह डिपार्टमेंट.

बाईट- डॉक्टर एलआर शर्मा, असिस्टेंट प्रोफेसर इंग्लिश डिपार्टमेंट इलाहाबाद विश्वविद्यालय
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.