प्रयागराज: जिले में शनिवार को साइंस के क्षेत्र में एक नया गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड दर्ज हुआ. आई साइंस वर्ल्ड और सीबीएसई बोर्ड द्वारा संचालित स्कूलों के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित लार्जेस्ट साइंस प्रैक्टिकल सेशन में एक साथ 4 हजार से अधिक छात्र-छात्राओं ने प्रैक्टिकल कर नया विश्व रिकॉर्ड स्थापित कर दिया. खास बात यह थी कि इस लार्जेस्ट साइंस प्रैक्टिकल में कक्षा 6 से लेकर 12 तक के छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया.
4272 प्रतिभागियों ने लिया हिस्सा
दिल्ली पब्लिक स्कूल के ग्राउंड में आयोजित लार्जेस्ट साइंस प्रैक्टिकल सेशन में कुल 4272 प्रतिभागियों ने पानी पर प्रैक्टिकल करके यह कीर्तिमान बनाया. प्रयागराज में बने इस गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड को एडजुडिकेटर शेफाली मिश्रा ने घोषित किया.
दुनिया भर में था 10वां सफल प्रयास
इस अवसर पर शेफाली मिश्रा बताया कि गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के टाइटल लार्जेस्ट साइंस प्रैक्टिकल लेसन को रिकॉर्ड तोड़ने के लिए दुनिया भर में यह 10वां सफल प्रयास था और जहां पर जल आधारित प्रयोग को मुख्य विषय के रूप में लिया गया है. इस तरह का प्रयास भारत में दूसरी बार हुआ है.
इससे पहले यह रिकॉर्ड था ऑस्ट्रेलिया के नाम
शेफाली ने बताया कि इसी क्रम में द गोल्डन वर्ड्स रिकॉर्ड ने भी इस प्रयास को लार्जेस्ट एंड फार्मर साइंस एक्सपेरिमेंट सेशन के रूप में अपनी स्वीकार्यता प्रदान की. इससे पहले यह रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के नाम था, जिसमें 2900 छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया. जिसका आयोजन वहां की राज्य सरकार के द्वारा किया गया था.
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39 मिनट तक चला प्रयोग
जल आधारित हुए इस प्रैक्टिकल सेशन में सीबीएसई बोर्ड के अलावा आईसीएसई और उत्तर प्रदेश माध्यमिक बोर्ड के 50 से अधिक विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया. प्रशिक्षक प्रज्ञा कुशवाहा की देखरेख में यह प्रयोग कुल 39 मिनट तक चला.