प्रयागराज: संगम घाट पर मुंडन करके गुजर बसर करने वाले कामगारों का बुरा हाल है. बता दें कि करीब दो महीनों से काम-काज बंद होने से घर का खर्च चलना मुश्किल हो रहा है. वहीं मुंडन करने वालों ने सरकार से अपील की है कि संगम में श्रद्धालुओं को आने की अनुमति दी जाए, जिससे पिंडदान और मुंडन से घर का खर्च चल सके.
अस्थि विसर्जन और पिंडदान से होती थी कमाई
संगम घाट पर मुंडन का काम करने वालों ने जानकारी देते हुए बताया कि लॉकडाउन की वजह से पिंड दान और मुंडन का काम बंद है. साथ ही तीर्थ यात्रियों के आगमन पर रोक लगने से पिछले दो महीनों से कमाई पूरी तरह से बंद है. वहीं एक-दो आदमी संगम स्थान पर आते भी हैं, तो मुंडन करने पर पुलिस वाले परेशान करते हैं. साथ ही घाट पर पिछले कई दिनों से दुकानदार आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं.
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सरकार से लगाई मदद की गुहार
अस्थि कलश लेकर आये यात्रियों का मुंडन करने वाले कामगार ने बताया कि घर में कमाने वाला मात्र मैं अकेला हूं. साथ ही लॉकडाउन की वजह से कमाई बंद होने से घर का खर्च चलना मुश्किल हो रहा है. वहीं जब से लॉकडाउन है तब से घर भी नहीं जा पा रहे हैं. हमारी सरकार से यही अपील है कि लॉकडाउन रहे, लेकिन घाटों पर डेली कमाने वाले मजदूरों को थोड़ी बहुत छूट दी जाए.