प्रयागराज: प्रयागराज में दस दिवसीय पुस्तक मेले का आयोजन चल रहा है. जिसका आज आठवां दिन है. वहीं, पुस्तक प्रेमियों की बात करें तो मेले में पुस्तक प्रमियों की भारी भीड़ रोजाना उमड़ रही है. मेले के शुरुआत से ही यहां किताबों की जबरदस्त बिक्री हो रही है. साथ ही यहां देशभर से आए तमाम चर्चित प्रकाशक व लेखकों का विशाल संग्रह पाठकों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. इसके अलावा मेले में बच्चे, युवा और बुजुर्ग भी जमकर किताबों की खरीददारी करते नजर आ रहे हैं. दस दिवसीय पुस्तक मेला प्रयागराज स्थित सिविल लाइंस बस स्टेशन के पीछे एंगलो बंगाली इंटर कॉलेज में 17 दिसंबर से लगा है, जो आगामी 26 दिसंबर तक चलेगा.
वहीं, देशभर से यहां आए तमाम चर्चित प्रकाशक व लेखकों का विशाल संग्रह मेले में देखने को मिल रहा है. युवा, बुजुर्ग, बच्चों के साथ ही महिलाओं के समूहों का उत्साह भी चरम पर है और वो यहां किताबों की खरीद के लिए शाम ढलने के उपरांत पहुंच रहे हैं. हालांकि, यहां विभिन्न विषयों के साथ-साथ साहित्य प्रेमियों का रुझान नई किताबों की ओर देखने को मिला है. वहीं, विभिन्न प्रकाशकों की समग्र साहित्य की नई किताबों की भी खरीदारी लोगों ने खूब की.
साहित्यिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम
पुस्तक मेले के मंच पर रोजाना साहित्यिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम हो रहे हैं. उसी क्रम में शहर की साहित्यिक सामाजिक संस्थाओं ने अपने अनूठे कार्यक्रम किए. किताब के विमोचन-चर्चा, नाट्य मंचन, गोष्ठियों में साहित्य प्रेमियों का जमावड़ा देखते बन रहा है. साथ ही युवाओं का संगीतमय कार्यक्रम भी यहां मुख्य तौर पर आकर्षण का केंद्र बना हुआ है.
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मन पंसद किताबों से खिले चेहरे
पुस्तकों का महाकुंभ छात्र-छात्राओं को भी लुभा रहा है. वहीं, छोटी-छोटी कक्षाओं में पढ़ने वाले बच्चे भी अपने अभिभावकों के साथ पुस्तक मेले में पहुंचकर अपनी मन पसंद पुस्तकें व पेन-पेंसिल की खरीददारी कर रहे हैं. प्रयागराज पुस्तक मेले के संयोजक मनोज सिंह चंदेल ने बताया इलाहाबाद का नाम प्रयागराज होने के बाद यह पहला पुस्तक मेला है. इस पुस्तक मेले में देशभर से आए प्रकाशक पुस्तक प्रेमियों के लिए विशाल संग्रह उपलब्ध करा रहे हैं. प्रकाशकों के मुताबिक कोरोना काल में ज्यादातर नई किताबें ऑन लाइन मार्केट में आईं. वहीं, कोरोना काल के बाद भारी संख्या में ऑफलाइन किताबों के संग्रह भी पाठक के लिए उपलब्ध हैं.
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