प्रयागराज: शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़े में मुख्य सरगना सहित कुल 12 लोगों पर सोरांव थाने की पुलिस ने गैंगस्टर की कार्रवाई की है. सभी आरोपियों ने शिक्षक भर्ती में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर पैसा लेकर फर्जीवाड़ा किया था. इसके साथ ही वह परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों से मोटी रकम वसूलते थे. जेल में बंद सभी आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है.
एएसपी अशोक वेंकटेश ने जानकारी देते हुए बताया कि सोरांव पुलिस और एसटीएफ टीम ने साथ मिलकर इस मामले का पर्दाफाश करके शिक्षक भर्ती में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है. पुलिस ने गिरोह के मुख्य आरोपी केएल पटेल को भी गिरफ्तार करके लाखों रुपये बरामद किए थे.
सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर लेते थे मोटी रकम
एएसपी ने बताया कि मुख्य आरोपी से पूछताछ में कई मुख्य बातें सामने निकल कर आईं. गिरोह का मुख्य आरोपी और गिरोह के सदस्य साथ मिलकर सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर और फर्जी डॉक्यूमेंट तैयार करने के लिए लाखों रुपये लेते थे. इसके साथ ही फर्जी दस्तावेजों के आधार पर कुछ लोगों को सरकारी नौकरी भी दिलवा चुके हैं. ये आरोपी शिक्षक भर्ती में कुछ अभ्यर्थियों को नौकरी दिलाने के नाम पर वसूली कर रहे थे.
इन पर हुई कार्रवाई
शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़े के आरोपी तुलारामबाग के निवासी संतोष कुमार बिंद, बारी बदोही के रुद्रपति दुबे, नवाबगंज के हरिकृष्ण सरोज, होलागढ़ के कमल पटेल, खिदिरपुर नवाबगंज के संजीत, लैयानापुर के शशि प्रकाश सरोज, प्रतापगढ़ के धर्मेंद्र सरोज, राजापुर कैंट के ललित त्रिपाठी, सरायममरेज के धर्मेंद्र कुमार पटेल, जौनपुर के विनोद यादव और बस्ती से बलवंत कुमार को गिरफ्तार किया गया था. इन सभी आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है.