प्रयागराज: गुरु पूर्णिमा का पावन पर्व पूरे देश में धूमधाम से मनाया गया. भारतीय परंपरा का रंग अब विदेशियों में भी देखने को मिल रहा है. प्रयागराज के झूंसी स्थित आश्रम में विदेशों से आए नागरिकों ने अपने गुरु का आशीर्वाद लेकर गुरु पूर्णिमा का पावन पर्व मनाया. उनके साथ देश के कोने-कोने से आए हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने इस पर्व पर गुरु का आशिर्वाद लिया.
प्रयागराज के झूंसी में क्रियायोग आश्रम में भारत की योग पद्धति का प्रचार प्रसार हो रहा है. भारत के साथ-साथ विदेशों से भी लोग योग क्रिया को सीख कर इसका प्रचार-प्रसार विदेशों में कर रहे हैं. ऐसे में योग के पावन पर्व पर अमेरिका, लंदन, जर्मनी, फ्रांस, कनाडा, नाइजीरिया, दुबई और सिंगापुर सहित कई अन्य देशों के नागरिकों ने यहां पर आकर गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया.
''भारतीय संस्कृत में गुरु शिष्य परंपरा बहुत ही उच्च मायने रखती है. वास्तव में गुरु वही है जहां उसे ज्ञान मिलता है. यही से गुरु शिष्य परंपरा की शुरुआत होती है. आज भारत नहीं विदेशों में भी गुरु शिष्य परंपरा का पालन हो रहा है. भारतीय संस्कृति हमेशा से ही मार्गदर्शक के रूप में रही है जो आज विदेशियों को भा रही है.''
योगी सत्यम, योग गुरु