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प्रयागराज: बाढ़ से हाहाकार, लोग पल-पल ले रहे जलस्तर की जानकारी - prayagraj flood control room

यूपी के प्रयागराज में शहरी इलाकों के अलावा कई गांव बाढ़ की चपेट में हैं. इसके चलते बाढ़ राहत कार्यालय में 24 घंटे अधिकारियों की ड्यूटी दी जा रही है. प्रशासन द्वारा जारी किए गए नंबर पर जलस्तर की जानकारी के लिए हर मिनट चार से पांच कॉल आ रहे हैं.

प्रयागराज में बाढ़ से हाहाकार.
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Published : Sep 21, 2019, 11:49 PM IST

प्रयागराज: लगातार गंगा और यमुना के बढ़ रहे जलस्तर के चलते प्रयागराज में भय का माहौल है. जिले के कछारी इलाकों में बाढ़ का पानी पहुंचने से तटीय इलाकों में रहने वाले भय के साये में जी रहे हैं. वहीं त्रिवेणी बांध स्थित सिंचाई विभाग के बाढ़ कार्यालय में जहां हर घंटी पर सिर्फ एक सूचना अब लेवल कितना बढ़ा है, इसकी जानकारी दी जा रही है.

प्रयागराज में बाढ़ से हाहाकार.


कर्मचारी जलस्तर बताने का कर रहे काम-
जिले के शहरी इलाकों के अलावा 100 से ऊपर गांव बाढ़ के चपेट में हैं. इसके चलते बाढ़ राहत कार्यालय में 24 घंटे अधिकारियों की ड्यूटी दी जा रही है. प्रशासन द्वारा जारी किए गए नंबर पर जलस्तर की जानकारी के लिए हर मिनट चार से पांच कॉल आ रहे हैं. स्थानीय लोग कार्यालय पर बैठे लोगों से सिर्फ जलस्तर की ही जानकारी मांग रहे हैं. फोन की घंटी बजते ही कर्मचारी सिर्फ नैनी, छतनाग और फाफामऊ में गंगा का जलस्तर बताने का काम कर रहे हैं. शनिवार को गंगा और यमुना का जलस्तर स्थिर हो गया है.

पढ़ें:- प्रयागराज: NDRF की टीम ने 48 घण्टों में 500 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला

त्रिवेणी बांध रोड स्थित कार्यालय पर तैनात कर्मचारी बताते हैं कि यहां पर हर मिनट चार से पांच कॉल आती है और सिर्फ जलस्तर के बढ़ने और घटने की जानकारी लोगों को दी जा रही है. केंद्रीय जल आयोग से मिलने वाली सूचना को जनता तक पहुंचाया जा रहा है और उन्हें यथास्थिति से अवगत कराया जा रहा है. हालांकि जलस्तर स्थिर होने से अनुमान है कि आने वाले 24 घंटे में पानी तेजी से नीचे की ओर घटेगा.

प्रयागराज: लगातार गंगा और यमुना के बढ़ रहे जलस्तर के चलते प्रयागराज में भय का माहौल है. जिले के कछारी इलाकों में बाढ़ का पानी पहुंचने से तटीय इलाकों में रहने वाले भय के साये में जी रहे हैं. वहीं त्रिवेणी बांध स्थित सिंचाई विभाग के बाढ़ कार्यालय में जहां हर घंटी पर सिर्फ एक सूचना अब लेवल कितना बढ़ा है, इसकी जानकारी दी जा रही है.

प्रयागराज में बाढ़ से हाहाकार.


कर्मचारी जलस्तर बताने का कर रहे काम-
जिले के शहरी इलाकों के अलावा 100 से ऊपर गांव बाढ़ के चपेट में हैं. इसके चलते बाढ़ राहत कार्यालय में 24 घंटे अधिकारियों की ड्यूटी दी जा रही है. प्रशासन द्वारा जारी किए गए नंबर पर जलस्तर की जानकारी के लिए हर मिनट चार से पांच कॉल आ रहे हैं. स्थानीय लोग कार्यालय पर बैठे लोगों से सिर्फ जलस्तर की ही जानकारी मांग रहे हैं. फोन की घंटी बजते ही कर्मचारी सिर्फ नैनी, छतनाग और फाफामऊ में गंगा का जलस्तर बताने का काम कर रहे हैं. शनिवार को गंगा और यमुना का जलस्तर स्थिर हो गया है.

पढ़ें:- प्रयागराज: NDRF की टीम ने 48 घण्टों में 500 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला

त्रिवेणी बांध रोड स्थित कार्यालय पर तैनात कर्मचारी बताते हैं कि यहां पर हर मिनट चार से पांच कॉल आती है और सिर्फ जलस्तर के बढ़ने और घटने की जानकारी लोगों को दी जा रही है. केंद्रीय जल आयोग से मिलने वाली सूचना को जनता तक पहुंचाया जा रहा है और उन्हें यथास्थिति से अवगत कराया जा रहा है. हालांकि जलस्तर स्थिर होने से अनुमान है कि आने वाले 24 घंटे में पानी तेजी से नीचे की ओर घटेगा.

Intro:लगातार बढ़ रहे जल स्तर के चलते प्रयागराज में भय का माहौल है। प्रयागराज के कछारी इलाको में इतनी भारी मात्रा में जल पहुचने से तटीय इलाकों में रहने वाले भय के साये में जी रहे है। वह हर वक्त बस यही जानना चाह रहे कि अब पानी का स्तर क्या है। कुछ यही हाल है त्रिवेणी बांध स्थित सिचाई विभाग के बाढ़ कार्यालय का जहा पर हर घण्टी पर सिर्फ एक सूचना अब लेवल कितना है।


Body:जी हा यही सच्चाई है बाढ़ की प्रयागराज के शहरी इलाकों के अलावा 100 से ऊपर गांव बाढ़ के चपेट में है। जिसके चलते बाढ़ राहत कार्यालय में 24 घण्टे अधिकारियों की ड्यूटी दी जा रही। प्रशासन के द्वारा जारी किए गए नम्बर पर जलस्तर की जानकारी के लिए हर मिनट चार से पांच काल आ रही है। मुसीबत में फंसे लोग कार्यालय पर बैठे लोगों से सिर्फ जलस्तर की ही जानकारी मांग रहे हैं त्रिवेणी बांध स्थित बार कार्यालय पर केंद्रीय जल आयोग से मिले आंकड़े को वह मुसीबत में फंसे हुए लोगों को जानकारी देने का काम कर रहा है फोन की घंटी बजते ही कर्मचारी के मुंह से सिर्फ नैनी छतनाग और फाफामऊ के गंगा का जलस्तर बताने का काम शुरू हो जाता है और साथ ही साथ बढ़ने और घटने की भी जानकारी दी जाती है यही बात हर काल पर दोहराई जा रही है आज गंगा और यमुना का जल स्तर भले ही स्थिर हो गया हो लेकिन लोगों की सांसें अभी भी कमी है जलस्तर बढ़ने से लगातार स्थिर होने के चलते कटान और मकानों में दरार पड़ने का भी खतरा मंडराने लगा है।


Conclusion:त्रिवेणी बांध रोड स्थित कार्यालय पर तैनात कर्मचारी बताते हैं कि यहां पर हर मिनट चार से पांच कॉल आती है और सिर्फ जलस्तर के बढ़ने और घटने की जानकारी लोगों के द्वारा ली जा रही है यहां पर नैनी छतनाग और फाफामऊ बनेगे जो की गणना आती है और केंद्रीय जल आयोग से मिलने वाली सूचना को जनता तक पहुंचाया जा रहा है और उन्हें यथा स्थिति से अवगत कराया जा रहा है हालांकि जलस्तर स्थिर होने से अनुमान है कि आने वाले 24 घंटे में यहां पर पानी तेजी से नीचे की ओर घटेगा।

बाईट-चन्द्रशेखर चौहान जूनियर इंजीनियर

प्रवीण मिश्र
प्रयागराज
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