प्रयागराज: ट्रेनों को लेट होने से बचाने के लिए रेलवे काफी प्रयास कर रहा है. इसी प्रयास में एक है फागसेफ डिवाइस. यह आगे के सिग्नल की स्थिति बता देगा. इसके लिए उत्तर मध्य रेलवे ने ड्राइवरों को डिवाइस बांटी है. इस पर ऑडियो के माध्यम से सिग्नल की स्थिति पता चल जाएगी.
कोहरे का पड़ रहा असर
उत्तर मध्य रेलवे में ट्रेनों की कम आवाजाही के बावजूद कोहरे की वजह से ट्रेनों का निरस्तीकरण लगातार जारी है. कोहरे की वजह से लगभग 6 जोड़ी ट्रेनें 31 जनवरी तक निरस्त कर दी गई हैं. इसको गंभीरता से लेते हुए रेल प्रशासन ने कोहरे से निपटने के लिए एक खास डिवाइस का इंतजाम किया है जो घने कोहरे में सिग्नल की स्थिति बताएगी.
उत्तर मध्य रेलवे
उत्तर मध्य रेलवे उत्तर भारत का भाग कवर करता है, जो कि कोहरे के एरिया में आता है. इस बार रेल प्रशासन ने पिछले वर्ष से ज्यादा सावधानियां बरतने जा रहा है क्योंकि इस बीच अभी कोहरे की शुरुआती हुई है और 6 जोड़ी ट्रेनें 31 जनवरी तक निरस्त कर दी गई हैं. कोहरा शुरू होने से पहले सबसे महत्वपूर्ण है ट्रैक की पेट्रोलिंग. यह 15 नवंबर से शुरू कर दी गई है. सर्दियों में भारी कोहरा पड़ने के कारण ड्राइवर को सिग्नल देखने में दिक्कतें आती हैं. इस वजह से इस बार ऑडियो डिवाइस इनको मुहैया कराई गई है, जिससे इनको आने वाले चैनल के बारे में ऑडियो के माध्यम से बताया जा सके. जब भी कोई ड्राइवर ट्रेन पर ड्राइविंग करने जाएगा, उसको डिवाइस लेकर जाना अनिवार्य रहेगा.
दी जाती है ट्रेनिंग
उत्तर मध्य रेलवे के सीपीआरओ अजीत कुमार सिंह ने बताया कि कोहरे से निपटने के लिए ऑफिसर्स और ड्राइवरों को ट्रेनिंग दी जाती थी. वह समय रहते ही पूरी कर ली गई है. साथ ही यात्रियों से अपील भी की है कि टिकट बुक कराते समय वही नंबर डालें, जो यात्री के पास हो. इससे समय से इनको अलर्ट मिल सके और इनको घंटों ट्रेन का इंतजार ना करना पड़े. कोहरे के दौरान अगर ट्रेन लेट होती है तो स्टेशनों पर कोविड-19 को देखते हुए पैकेट फूड्स के इंतजाम कराए जा रहे हैं ताकि यात्रियों को किसी तरह की असुविधा का सामना ना करना पड़े.