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अयोध्या में पंचकोसी परिक्रमा में उमड़ा आस्था का सैलाब, सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद, ड्रोन से हो रही निगरानी

Panchkosi Parikrama in ayodhya : सोमवार को दिन में 1 बजकर 54 मिनट से पंचकोसी परिक्रमा हुई प्रारंभ.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Nov 11, 2024, 9:40 PM IST

अयोध्या : देवउठनी एकादशी लगते ही अयोध्या में पंचकोसी परिक्रमा का आगाज हो गया है. मुहूर्त के अनुसार, सोमवार को दिन में 1 बजकर 54 मिनट से पंचकोसी परिक्रमा प्रारंभ हुई. पहले से मौजूद श्रद्धालुओं ने मार्ग को चूमकर श्रीराम का जयघोष कर परिक्रमा की शुरुआत की. दिन ढलने के साथ ही आस्था का ज्वार बढ़ गया.



इसके बाद बड़ी संख्या में घरों में चूल्हा चौका संभालने वाली महिलाएं भी राम का नाम लेते हुए परिक्रमा करने पहुंच गईं. ऑफिस के कर्मचारी रहे हों या फिर शहर के कारोबारी, सभी रात 10 बजे के बाद पंचकोसी परिक्रमा करते दिखाई पड़े. इस दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे. महिला व पुरुष कर्मियों के अलावा सादी वर्दी में भी पुलिसकर्मी मेले पर निगाह रखे हुए थे.

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या में पहली बार 14 कोसी परिक्रमा हुई तो सभी पुराने रिकाॅर्ड टूट गए. परिक्रमा की 22 घंटे की अवधि के 15 घंटे 14 कोसी मार्ग पर तिल रखने तक की जगह नहीं थी. अयोध्या हनुमान गढ़ी में 24 घंटे में 5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए थे. अब पंचकोसी परिक्रमा शुरू हो गई है. 12 नवंबर को 11 बजकर 38 मिनट तक मुहूर्त का समापन होगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त निर्देश के बाद जिले के सभी प्रशासनिक अधिकारी लगातार स्थलीय निरीक्षण कर रहे हैं.



यहां लगा है अस्थाई स्वास्थ्य शिविर : पंचकोसी परिक्रमा मार्ग पर हनुमान गुफा, मौनी बाबा, हलकारा का पुरवा, चूड़ामणि चौराहा, उदया चौराहा, चकरतीर्थ, ब्रह्मकुंड और झुनकी घाट पर प्राथमिक उपचार की व्यवस्था की गई है.

14 स्थानों पर तैनात हैं एम्बुलेंस : पंचकोसी परिक्रमा के दौरान 14 स्थानों पर एंबुलेंस तैनात रहीं. इनमें पक्का घाट, पुराना सरयू पुल, कंट्रोल रूम, नया घाट पुलिस चौकी, हनुमान गुफा, साकेत पेट्रोल पंप, हलकारा का पुरवा, चूड़ामणि चौराहा, उदया चौराहा, चकरतीर्थ, झुनकी घाट, बूथ नंबर चार, कनक भवन, श्रृंगार हाट बैरियर, श्रीराम जन्मभूिम के साथ हनुमानगढ़ी पर एंबुलेंस तैयार हालत में खड़ी रहेंगी.


इन जगहों पर क्या-क्या हैं नागरिक सुविधाएं : सम्पूर्ण परिक्रमा पथ पर पांच स्थानों उदया चौराहा, बह्रमकुण्ड, हनुमानगुफा, परमा एकेडमी, मोहबरा बाजार पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विश्राम स्थल व कैम्प की व्यवस्था की गई है. समस्त विश्राम स्थल पर श्रद्धालुओं के मोबाइल टाॅयलेट, पेयजल और अल्पाहार की व्यवस्था की गई है. स्थायी शौचालयों के अतिरिक्त मोबाइल टाॅयलेट लगाए गए हैं. शुद्ध पेयजल के लिए सम्पूर्ण परिक्रमा पथ पर टैंकर की व्यवस्था की गई है. परिक्रमा मार्ग पर आयोजित भंडारा स्थलों पर सफाई मित्रों की ड्यूटी लगाई गई है. परिक्रमा पथ पर सफाई व्यवस्था के लिए सेक्टरवार सफाई मित्र लगाए गए हैं. संपूर्ण परिक्रमा पथ पर पर्याप्त संख्या में पथ प्रकाश के लिए प्रकाश बिन्दु स्थापित किए गये हैं. संपूर्ण परिक्रमा पथ पर व्यवस्थाओं के सम्यक पर्यवेक्षण के लिए वरिष्ठ पर्यावक्षणीय अधिकारी/जोनल अधिकारी व सेक्टर प्रभारी की ड्यूटी लगाई गई है.

पंचकोसी परिक्रमा : देवउठनी एकादशी तिथि के दिन से अयोध्या में पांच कोस की परिक्रमा शुरू होती है. पंचकोसी की परिक्रमा अयोध्या धाम के क्षेत्र में होती है, जो लगभग 10 से 15 किलोमीटर की होती है. पंचकोसी की परिक्रमा करने से कहा जाता है कि समस्त पापों से मुक्ति भी मिलती है.


ड्रोन से भी की जा रही है निगरानी : 14 कोसी परिक्रमा को सकुशल सम्पन्न कराने के बाद प्रशासन के सामने पंचकोसी परिक्रमा कराने की जिम्मेदारी है. एसएसपी राजकरण नैय्यर ने बताया कि सुरक्षा के लिहाज से परिक्रमा पथ पर आने वाली गलियों पर बैरिकेडिंग की गई है. पुलिसकर्मियों के अलावा एटीएस भी निगरानी कर रही है. संदिग्धों पर नजर रखने के लिए ड्रोन भी लगाए गए हैं. परिक्रमा मार्ग को 4 जोन में 5 सेक्टर में विभाजित किया गया है.

यह भी पढ़ें : अयोध्या 14 कोसी परिक्रमा; रामनगरी में उमड़े लाखों श्रद्धालु, लखनऊ-गोरखपुर हाईवे बंद, वाहनों की एंट्री बैन

यह भी पढ़ें : अयोध्या में 14 कोसी परिक्रमा कर घर वापस जा रहे 4 श्रद्धालु सड़क दुर्घटना में हुए घायल

अयोध्या : देवउठनी एकादशी लगते ही अयोध्या में पंचकोसी परिक्रमा का आगाज हो गया है. मुहूर्त के अनुसार, सोमवार को दिन में 1 बजकर 54 मिनट से पंचकोसी परिक्रमा प्रारंभ हुई. पहले से मौजूद श्रद्धालुओं ने मार्ग को चूमकर श्रीराम का जयघोष कर परिक्रमा की शुरुआत की. दिन ढलने के साथ ही आस्था का ज्वार बढ़ गया.



इसके बाद बड़ी संख्या में घरों में चूल्हा चौका संभालने वाली महिलाएं भी राम का नाम लेते हुए परिक्रमा करने पहुंच गईं. ऑफिस के कर्मचारी रहे हों या फिर शहर के कारोबारी, सभी रात 10 बजे के बाद पंचकोसी परिक्रमा करते दिखाई पड़े. इस दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे. महिला व पुरुष कर्मियों के अलावा सादी वर्दी में भी पुलिसकर्मी मेले पर निगाह रखे हुए थे.

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या में पहली बार 14 कोसी परिक्रमा हुई तो सभी पुराने रिकाॅर्ड टूट गए. परिक्रमा की 22 घंटे की अवधि के 15 घंटे 14 कोसी मार्ग पर तिल रखने तक की जगह नहीं थी. अयोध्या हनुमान गढ़ी में 24 घंटे में 5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए थे. अब पंचकोसी परिक्रमा शुरू हो गई है. 12 नवंबर को 11 बजकर 38 मिनट तक मुहूर्त का समापन होगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त निर्देश के बाद जिले के सभी प्रशासनिक अधिकारी लगातार स्थलीय निरीक्षण कर रहे हैं.



यहां लगा है अस्थाई स्वास्थ्य शिविर : पंचकोसी परिक्रमा मार्ग पर हनुमान गुफा, मौनी बाबा, हलकारा का पुरवा, चूड़ामणि चौराहा, उदया चौराहा, चकरतीर्थ, ब्रह्मकुंड और झुनकी घाट पर प्राथमिक उपचार की व्यवस्था की गई है.

14 स्थानों पर तैनात हैं एम्बुलेंस : पंचकोसी परिक्रमा के दौरान 14 स्थानों पर एंबुलेंस तैनात रहीं. इनमें पक्का घाट, पुराना सरयू पुल, कंट्रोल रूम, नया घाट पुलिस चौकी, हनुमान गुफा, साकेत पेट्रोल पंप, हलकारा का पुरवा, चूड़ामणि चौराहा, उदया चौराहा, चकरतीर्थ, झुनकी घाट, बूथ नंबर चार, कनक भवन, श्रृंगार हाट बैरियर, श्रीराम जन्मभूिम के साथ हनुमानगढ़ी पर एंबुलेंस तैयार हालत में खड़ी रहेंगी.


इन जगहों पर क्या-क्या हैं नागरिक सुविधाएं : सम्पूर्ण परिक्रमा पथ पर पांच स्थानों उदया चौराहा, बह्रमकुण्ड, हनुमानगुफा, परमा एकेडमी, मोहबरा बाजार पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विश्राम स्थल व कैम्प की व्यवस्था की गई है. समस्त विश्राम स्थल पर श्रद्धालुओं के मोबाइल टाॅयलेट, पेयजल और अल्पाहार की व्यवस्था की गई है. स्थायी शौचालयों के अतिरिक्त मोबाइल टाॅयलेट लगाए गए हैं. शुद्ध पेयजल के लिए सम्पूर्ण परिक्रमा पथ पर टैंकर की व्यवस्था की गई है. परिक्रमा मार्ग पर आयोजित भंडारा स्थलों पर सफाई मित्रों की ड्यूटी लगाई गई है. परिक्रमा पथ पर सफाई व्यवस्था के लिए सेक्टरवार सफाई मित्र लगाए गए हैं. संपूर्ण परिक्रमा पथ पर पर्याप्त संख्या में पथ प्रकाश के लिए प्रकाश बिन्दु स्थापित किए गये हैं. संपूर्ण परिक्रमा पथ पर व्यवस्थाओं के सम्यक पर्यवेक्षण के लिए वरिष्ठ पर्यावक्षणीय अधिकारी/जोनल अधिकारी व सेक्टर प्रभारी की ड्यूटी लगाई गई है.

पंचकोसी परिक्रमा : देवउठनी एकादशी तिथि के दिन से अयोध्या में पांच कोस की परिक्रमा शुरू होती है. पंचकोसी की परिक्रमा अयोध्या धाम के क्षेत्र में होती है, जो लगभग 10 से 15 किलोमीटर की होती है. पंचकोसी की परिक्रमा करने से कहा जाता है कि समस्त पापों से मुक्ति भी मिलती है.


ड्रोन से भी की जा रही है निगरानी : 14 कोसी परिक्रमा को सकुशल सम्पन्न कराने के बाद प्रशासन के सामने पंचकोसी परिक्रमा कराने की जिम्मेदारी है. एसएसपी राजकरण नैय्यर ने बताया कि सुरक्षा के लिहाज से परिक्रमा पथ पर आने वाली गलियों पर बैरिकेडिंग की गई है. पुलिसकर्मियों के अलावा एटीएस भी निगरानी कर रही है. संदिग्धों पर नजर रखने के लिए ड्रोन भी लगाए गए हैं. परिक्रमा मार्ग को 4 जोन में 5 सेक्टर में विभाजित किया गया है.

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