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जैन मंदिर में भी ड्रेस कोड लागू, मर्यादित कपड़े पहनकर आने पर ही मिलेगा प्रवेश

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Published : Jun 26, 2023, 5:02 PM IST

प्रयागराज के मंदिरों में भी धीरे-धीरे ड्रेस कोड लागू करने की शुरुआत कर दी गई है. लोगों से मर्यादित कपड़े पहनकर आने की अपील की जा रही है. इसके लिए पोस्टर भी लगाए जा रहे हैं.

प्रयागराज के जैन मंदिर में ड्रेस कोड लागू.
प्रयागराज के जैन मंदिर में ड्रेस कोड लागू.

प्रयागराज के जैन मंदिर में ड्रेस कोड लागू.

प्रयागराज : उत्तराखंड के बाद अब संगम नगरी प्रयागराज के मंदिरों में भी ड्रेस कोड की शुरुआत कर दी गई है. मनकामेश्वर मंदिर में महिलाओं को छोटे कपड़े पहनकर मंदिर आने पर पाबंदी लगा दी गई थी. इसके अलावा पुरुषों को भी शालीन कपड़े पहनकर आने के निर्देश जारी किए गए थे. इसके बाद शहर के बीच स्थित जैन मंदिर में भी ड्रेस कोड की शुरुआत कर दी गई है. छोटे कपड़ों में मंदिर न आने के निर्देश वाली नोटिस भी चस्पा कर दी गई है. महिलाओं ने इस फैसले का स्वागत किया है.

उत्तराखंड के हरिद्वार में पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के मंदिर में ड्रेस कोड लागू होने के बाद प्रयागराज के मंदिरों में भी ड्रेस कोड लागू किए जाने की शुरुआत कर दी गई है. प्रयागराज में सबसे पहले मनकामेश्वर मंदिर में भक्तों के लिए ड्रेस कोड लागू किया गया था. इसी कड़ी में श्री दिगंबर जैन पंचायती मंदिर के गेट पर एक नोटिस चस्पा की गई है. इसमें मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि सभी महिलाएं और पुरुष मंदिर परिसर में मर्यादित वस्त्र पहन कर ही आएं. मंदिर की तरफ से नोटिस बोर्ड पर लगाए गए नोटिस में साफ तौर पर लिखा है कि हाफ पैंट, बरमूडा, मिनी स्कर्ट, नाइट सूट, कटी-फटी जींस पहनकर न आएं‌. साथ ही यह अपील भी की गई है कि अगर श्रद्धालु ऐसे कपड़े पहन कर आते हैं तो मंदिर में प्रवेश न करें और बाहर से ही दर्शन करके वापस चले जाएं.

छोटे कपड़ों से भंग होता है ध्यान : जैन धर्मशाला के मैनेजर जिलेदार यादव ने बताया कि ड्रेस कोड को लेकर मंदिर के मेन गेट पर नोटिस लगा दिया गया है. जहां आने वाले भक्तों से इसका पालन करने की अपील भी की गई है. प्रबंधक के मुताबिक मंदिर में श्रद्धालुओं के छोटे कपड़े पहन कर आने से जहां बेदी की अशुद्धि होती है, वहीं मंदिर में पूजा करने आने वाले श्रद्धालुओं का ध्यान भंग होता है. यही कारण है कि मंदिर में अमर्यादित वस्त्रों को पहन कर आने पर पाबंदी लगाई गई है. मंदिर प्रशासन ने भक्तों से अपील की है कि मंदिर में पुरुष कुर्ता और पायजामा या पैंट शर्ट या धोती पहन कर आ सकते हैं. जबकि महिलाएं साड़ी और सूट के साथ ही पूरे शरीर को ढंकने वाले कपड़े पहनकर आ सकती हैं.

यह भी पढ़ें : हाइब्रिड सोलर लाइट से जगमग होगा माघ मेला, तकनीक से बचेगी बिजली, विभाग ने तैयार की ये रणनीति

प्रयागराज के जैन मंदिर में ड्रेस कोड लागू.

प्रयागराज : उत्तराखंड के बाद अब संगम नगरी प्रयागराज के मंदिरों में भी ड्रेस कोड की शुरुआत कर दी गई है. मनकामेश्वर मंदिर में महिलाओं को छोटे कपड़े पहनकर मंदिर आने पर पाबंदी लगा दी गई थी. इसके अलावा पुरुषों को भी शालीन कपड़े पहनकर आने के निर्देश जारी किए गए थे. इसके बाद शहर के बीच स्थित जैन मंदिर में भी ड्रेस कोड की शुरुआत कर दी गई है. छोटे कपड़ों में मंदिर न आने के निर्देश वाली नोटिस भी चस्पा कर दी गई है. महिलाओं ने इस फैसले का स्वागत किया है.

उत्तराखंड के हरिद्वार में पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के मंदिर में ड्रेस कोड लागू होने के बाद प्रयागराज के मंदिरों में भी ड्रेस कोड लागू किए जाने की शुरुआत कर दी गई है. प्रयागराज में सबसे पहले मनकामेश्वर मंदिर में भक्तों के लिए ड्रेस कोड लागू किया गया था. इसी कड़ी में श्री दिगंबर जैन पंचायती मंदिर के गेट पर एक नोटिस चस्पा की गई है. इसमें मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि सभी महिलाएं और पुरुष मंदिर परिसर में मर्यादित वस्त्र पहन कर ही आएं. मंदिर की तरफ से नोटिस बोर्ड पर लगाए गए नोटिस में साफ तौर पर लिखा है कि हाफ पैंट, बरमूडा, मिनी स्कर्ट, नाइट सूट, कटी-फटी जींस पहनकर न आएं‌. साथ ही यह अपील भी की गई है कि अगर श्रद्धालु ऐसे कपड़े पहन कर आते हैं तो मंदिर में प्रवेश न करें और बाहर से ही दर्शन करके वापस चले जाएं.

छोटे कपड़ों से भंग होता है ध्यान : जैन धर्मशाला के मैनेजर जिलेदार यादव ने बताया कि ड्रेस कोड को लेकर मंदिर के मेन गेट पर नोटिस लगा दिया गया है. जहां आने वाले भक्तों से इसका पालन करने की अपील भी की गई है. प्रबंधक के मुताबिक मंदिर में श्रद्धालुओं के छोटे कपड़े पहन कर आने से जहां बेदी की अशुद्धि होती है, वहीं मंदिर में पूजा करने आने वाले श्रद्धालुओं का ध्यान भंग होता है. यही कारण है कि मंदिर में अमर्यादित वस्त्रों को पहन कर आने पर पाबंदी लगाई गई है. मंदिर प्रशासन ने भक्तों से अपील की है कि मंदिर में पुरुष कुर्ता और पायजामा या पैंट शर्ट या धोती पहन कर आ सकते हैं. जबकि महिलाएं साड़ी और सूट के साथ ही पूरे शरीर को ढंकने वाले कपड़े पहनकर आ सकती हैं.

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