प्रयागराज: सावन के तीसरे सोमवार के दिन सोमवती अमावस्या पर्व होने से संगमनगरी में श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिली. इस दिन श्रद्धालुओं ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई. पति की लंबी उम्र की कामना के लिए व्रत रखकर पीपल के पेड़ के नीचे विधिविधान से पूजा अर्चना की. इसके बाद श्रद्धालुओं ने शंकर जी के मंदिर पहुंचकर भगवान शिव की आराधना करने के बाद जलाभिषेक किया.
पीपल के पेड़ की नीचे होती है पूजा
सावन के तीसरे सोमवार के दिन इस बार सोमवती अमावस्या पड़ी. यह बहुत शुभ मुहूर्त है. इस दिन महिलाएं अगर गंगा में स्नान करने के बाद पीपल पेड़ के नीचे पूरे विधिविधान से पूजा करती हैं तो उनकी मनोकामना निश्चित रूप से पूर्ण होती है. पीपल के पेड़ में भी भगवान शिव का वास होता है. भगवान शिव सभी भक्तों की परिवारिक, मानसिक जैसे अन्य तकलीफों को दूर करते हैं.
संगम में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
सोमवती अमावस्या के पावन पर्व संगमनगरी में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. सुबह से ही भक्त आस्था की डुबकी लगाने के लिए संगम घाट पहुंचे. संगम में स्नान करके व्रती महिलाओं ने पति लंबी उम्र की कामना की. महिलाओं के साथ ही उनके पतियों ने भी आस्था की डुबकी लगाकर पूजा-पाठ किया.