प्रयागराजः उत्तर प्रदेश में अगले साल यानी 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में बीजेपी के नेता अपने-अपने तरीके से जनता के वोटबैंक को साधने में लगे हैं. ताजा मामला डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का है. उन्होंने बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद का नाम लिए बिना एक वर्ग विशेष की ओर इशारा करते हुए कहा कि प्रयागराज के सिविल लाइंस में उनका आतंक था. लुंगी और जालीवाली गोल टोपी लगाकर गाड़ियों में रायफल लेकर गुंडे घूमते थे.
वे यहीं नहीं रूके, समाजवादी पार्टी का नाम लेकर उन्होंने कहा कि 2017 के चुनाव से पहले एसपी के गुंडों से व्यापारी वर्ग परेशान थे. राइफल और बंदूक गाड़ियों में भरकर लुंगी वाले गुंडे गुंडागर्दी करते थे. इन सभी के आतंक से बीजेपी की सरकार ने व्यापारियों को मुक्ति दिलवायी है.
भारतीय जनता पार्टी की ओर से प्रयागराज में व्यापारी सम्मेलन का आयोजन किया गया था. जिसमें प्रयागराज और कौशाम्बी के व्यापारियों को बुलाया गया था. इसी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डिप्टी सीएम ने सपा का नाम लेकर अतीक अहमद और एक खास समुदाय की ओर इशारा करते हुए कहा कि लुंगी और जाली टोपी वाले गुंडों से उनकी सरकार ने मुक्ति दिलाई है.
गौरतलब है कि उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बुधवार को ट्वीट कर कहा था कि अयोध्या और काशी में भव्य मंदिर का निर्माण चल रहा है और अब मथुरा की बारी है. केशव प्रसाद मौर्य के इस ट्वीट के बाद सियासी हलकों में सरगर्मियां बढ़ गई थी. माना जा रहा था कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) के लिए केशव प्रसाद मौर्य एक नया चुनावी एजेंडा सेट कर रहे हैं. जिसमें अयोध्या और काशी के साथ ही अब मथुरा की भी बात की जा रही है.
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अखिलेश यादव और मायावती ने भाजपा की इस राजनीति पर सवाल उठाए थे. उधर, भारतीय जनता पार्टी केशव प्रसाद मौर्य के इस बयान के समर्थन में खड़ी दिखी और कहा कि मथुरा के विकास और श्री कृष्ण जन्मभूमि के जीर्णोद्धार से किसको क्या हर्ज हो सकता है.
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