प्रयागराज: भारतीय कफ सिरप से विदेश में हुई बच्चों की मौत के बाद उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक (deputy cm brijesh pathak) ने कहा कि प्रदेश में ऐसी कोई भी सिरप बेचने नहीं दिया जाएगा, जो लोगों के स्वास्थ के लिए नुकसान दायक होगी. उन्होंने कहा कि इस मामले की शुरुआती जांच रिपोर्ट 24 घंटे में मांगी गई है.
अफसरों को निर्देश दिया गया है कि तीन दिन में विस्तृत रिपोर्ट पेश करें. इसके अलावा प्रदेश में बढ़ते डेंगू के मामलों को लेकर बेहतर इलाज के लिए स्वास्थ विभाग के अफसरों को दिशा निर्देश जारी किए गए हैं. प्रयागराज पहुंचे यूपी के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने प्रदेश में डेंगू के बढ़ते मरीजों की संख्या पर चिंता जताई है. डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने कहा है कि डेंगू मरीजों की बढ़ती संख्या की सरकार पूरी निगरानी करते हुए सतर्कता बरत रही है.
हर जिले में स्वास्थ्य महकमे को डेंगू मरीजों का उपचार और उसके रोकथाम को लेकर जरूरी काम करने के लिए दिशा निर्देश दिए गए हैं. सरकारी अस्पतालों में मरीजों को दवाओं के साथ ही तेजी जांच करने के भी निर्देश दिए गए हैं.इसके अलावा जिले के सरकारी अस्पतालों में दस बेड डेंगू मरीजों के लिए रिजर्व करने के लिए भी निर्देश पहले से दिए जा चुके हैं. वहीं सरकारी अस्पतालों में दवाओं की कमी न होने देने का भी उन्होंने दावा किया है. उन्होंने यह भी कहा कि सभी अस्पतालों में मरीजों को जरूरी दवाएं निःशुल्क उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं. सीएमओ को यह भी छूट दी गई है कि वो जरूरत पड़ने पर बजट का 20 प्रतिशत स्थानीय स्तर के दवा खरीद में खर्च करने के लिए अलग से दिया जाता है.
कफ सिरप को लेकर सरकार ने मांगी है जांच रिपोर्ट
कफ सिरप को लेकर उठे विवाद पर डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने जांच की बात कही है. उन्होंने कहा है कि इस प्रकरण में 24 घंटे में प्रारंभिक जांच रिपोर्ट मांगी गई हैय. जबकि तीन दिनों में विस्तृत जांच रिपोर्ट देने को कहा गया है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में स्वास्थ के लिए हानिकारक किसी भी सिरप को बाजार में बेचने नहीं दिया जाएगा.
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