प्रयागराज: यूपी में इन दिनों डेंगू का हमला तेज हो गया है. डेंगू मरीजों के इलाज में लापरवाही के कई मामले सामने आ रहे हैं. ऐसा ही एक मामला प्रयागराज से सामने आया है. डेंगू से मरे एक मरीज के परिजनों का आरोप है कि यहां के निजी अस्पताल में प्लेटलेट्स की जगह मौसम्बी का जूस (mosambi juice) चढ़ा दिया गया. मृतक के परिवार वालों ने पुलिस और स्वास्थ विभाग के अफसरों से मामले की शिकायत की है. इस पर सीएमओ ने अस्पताल सील करने का आदेश दिया. साथ ही मरीज को चढ़ाई गई प्लेटलेट्स की जांच के आदेश दिए हैं. हालांकि सीएमओ ने मौसम्बी का जूस चढ़ाए जाने को लेकर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है. उनका कहना कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. वहीं, यह मामला डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक तक पहुंच गया है. उन्होंने इस मामले में सख्त एक्शन लेने की बात कही है. वहीं, प्रयागराज आईजी का कहना है कि इस मामले में फर्जी प्लेटलेट्स सप्लाई की जांच की जा रही है. मौसम्बी फल का जूस चढ़ाने को लेकर अभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता है.
प्रयागराज के धूमनगंज थाना क्षेत्र के ग्लोबल हॉस्पिटल में डेंगू मरीज की इलाज के दौरान मौत हो गई. परिजनों ने आरोप लगाया है कि निजी अस्पताल में प्लेटलेट्स के नाम पर उनके मरीज को मौसम्बी का जूस चढ़ा दिया गया. इसके बाद उनके मरीज प्रदीप पांडेय की हालत बिगड़ गई और उसे दूसरे अस्पताल ले जाया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. इसके बाद मरीज के परिजनों ने निजी अस्पताल पर लापरवाही और प्लेटलेट्स के नाम पर मौसम्बी का जूस चढ़ाने का आरोप लगाया. उनका कहना है की डेंगू संक्रमित प्रदीप को 17 अक्टूबर को अस्पताल में भर्ती किया गया था. इसके बाद 19 अक्टूबर को उसे गलत प्लेटलेट्स चढ़ा दी गई. इस मामले में अस्पताल प्रशासन का कहना है कि मरीज के परिजनों ने हो प्लेटलेट्स लाकर दी थी.
वहीं, मामले पर आईजी प्रयागराज राकेश सिंह का कहना है कि फर्जी प्लेटलेट्स सप्लाई की जांच की जा रही है. कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है. मरीज को चढ़ाया गया मौसम्बी फल का जूस है या कुछ और इस बारे में अभी कुछ कहा नहीं जा सकता है. वहीं, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने इस मामले में सख्त एक्शन लेने की बात कही है. उन्होंने कहा कि सीएमओ को मौके पर भेजा गया है.
पैकेट पर एसआरएन हॉस्पिटल का स्टीकर
प्लेटलेट्स के जिस पैकेट पर मौसम्बी का जूस होने का आरोप लगाया गया है. उस पैकेट के ऊपर एसआरएन अस्पताल का स्टीकर लगा हुआ था. शुरुआती जांच में पता चला है की प्लेटलेट्स का पैकेट एसआरएन हॉस्पिटल का नहीं है जिस वजह से यह आशंका भी बढ़ रही है की नकली खून का कारोबार करने वाले किसी गिरोह का हाथ तो इसके पीछे नहीं है.
सीएमओ यह बोले
इस पूरे मामले के सामने आने के बाद सीएमओ डॉ. नानक सरन ने जांच के आदेश दे दिए हैं.इसके लिए तीन सदस्यों वाली कमेटी बनाई गई है, जो पूरे मामले की जांच करेगी. इसके बाद ही पता चलेगा की प्लेटलेट के पैकेट में क्या था जिसको चढ़ाने से मरीज की हालत बिगड़ी और उसकी मौत हो गई. अस्पताल की लापरवाही मानते हुए निजी अस्पताल का लाइसेंस सस्पेंड कर दिया है. इसके साथ ही अस्पताल को सील करने का आदेश भी दिया है.
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