प्रयागराज: शहर से लेकर गांव तक डेंगू का कहर जारी है. हर दिन 20 से अधिक मरीज डेंगू पॉजिटिव चिन्हित किए जा रहे हैं. इसमें बच्चों से लेकर बड़े तक पॉजिटिव मरीज मिल रहे हैं. सभी मरीजों का इलाज निजी अस्पतालों के साथ ही शहर और गांव के अलग-अलग अस्पतालों में चल रहा है.
पांच जोन में टीम कर रही काम
संक्रामक रोग चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर ए.एन. मिश्र ने जानकारी देते हुए बताया कि संक्रमण रोग को रोकने के लिए जिले को पांच जोन में बाटकर टीम का गठन किया गया है. जो समय-समय पर एंटी लारवा और बिलिचिंग पाउडर का छिड़काव करते हैं. इसके साथ जहां पर पानी का भराव होता हैं वहां पर जले हुए मोबिल और दवाओं का भी छिड़काव करते हैं. जनपद में बाढ़ आने की वजह से मरीजों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है.
2 एमओ, 10 डॉक्टर, 25 कर्मचारी कर रहे सुपरविजन
जनपद में बनाए गए पांचों जोनों में दो-दो डॉक्टर, पांच-पांच कर्मचारी और सुपरविजन के दो एमओ के द्वारा मरीजों का इलाज किया जा रहा है. इसके साथ डेंगू के प्रति गांव-गांव जाकर लोगों जागरूक भी किया जा रहा है.
डेंगू से निपटने को तैयार अस्पताल
संक्रमण रोग नोडल अधिकारी ए.एन. मिश्र ने बताया कि शहर के अस्पतालों में डेंगू पॉजिटिव मरीजों के लिए दस बेड का अलग से वार्ड बनाया गया है. इसके साथ ही ग्रामीण इलाकों में पांच-पांच बेड का वार्ड तैयार किया गया है. डेंगू ग्रसित मरीजों से किसी और को डेंगू न फैले, इसके लिए सभी बेड में मच्छरदानी भी लगा दिया गया है.
प्लेटलेट्स की कमी से घबराएं नहीं
नोडल अधिकारी ने बताया कि डेंगू मरीज प्लेटलेट्स के लिए काफी चिंतित रहते हैं. इसलिए मरीज जब तक प्लेटलेट्स 20 हजार से नीचे न हो तब तक प्लेटलेट्स की जरूरत नहीं पड़ती है. अगर 20 हजार से ज्यादा प्लेटलेट्स शरीर में है तो चढ़वाने से कोई फायदा नहीं होता है. इसलिए अच्छे डॉक्टर के सलाह से ही प्लेटलेट्स चढ़वाएं.
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प्लेटलेट्स की कमी से बचने के लिए डेंगू मरीजों को पपीता के कैप्सूल और सुबह को पांच एमएल पत्ते का जूस देना चाहिए. जूस पीने से प्लेटलेट्स की कमी में बढ़ोत्तरी होती है.
ए.एन. मिश्र,नोडल अधिकारी