प्रयागराज: मौनी अमावस्या पर संगम माघ मेले में शुक्रवार को देश-विदेश के कोने-कोने से आए एक करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई. श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए मेला क्षेत्र में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे, जिसके चलते मेला सकुशल संपन्न हुआ. रात दो बजे से शुरू हुए मौनी अमावस्या का स्नान देर शाम तक चलता रहा.
रूट डायवर्जन की व्यवस्था
सुबह 10 बजे से दोपहर तीन बजे तक मेला क्षेत्र में बढ़ते भीड़ के दबाव के चलते जगह-जगह पर डायवर्जन करना पड़ा, जिससे भीड़ रुक-रुककर संगम क्षेत्र में पहुंचे. मौनी अमावस्या के इस पल को यादगार बनाने के लिए प्रदेश सरकार ने आने वाले श्रद्धालुओं के ऊपर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा भी कराई. इसके साथ ही श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए पुख्ता इंतजाम किए गए थे.
एसपी आशुतोष मिश्रा ने दी जानकारी
नोडल एसपी क्राइम आशुतोष मिश्रा ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर संगम तक आने के लिए डायवर्जन और बैरिकेडिंग की गई थी, जिससे भीड़ नियंत्रित रूप से संगम की तरफ आशा के मेले की सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर आर्य पीएसी कमांडो दस्ते और सीसीटीवी से आने वाले लोगों पर नजर रखी जा रही थी.
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संपूर्ण मेला क्षेत्र में साफ-सफाई का जिम्मा स्वास्थ्य विभाग के ऊपर था. स्वास्थ्य विभाग के स्वच्छता कर्मियों ने जगह-जगह पर स्वच्छता अभियान चलाकर मेले को साफ सुथरा बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. एनसीसी स्काउट सिविल डिफेंस जिला अपराध निरोधक समिति एनएसएस के सदस्य भी जगह-जगह पर आने वाले तीर्थ यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचाने में उनकी मदद करते नजर आए.
मौनी अमावस्या के स्नान के मद्देनजर देर रात से ही श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगाना शुरू कर दी थी, जो कि देर शाम तक चला और करीब एक करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई.
-रजनीश मिश्र, प्रभारी मेला अधिकारी