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यूपी लोकसेवा आयोग ने शिक्षक भर्ती अभ्यर्थी के खिलाफ दर्ज कराया मुकदमा, जानिए क्या है मामला

यूपी लोकसेवा आयोग (UP Public Service Commission) की तरफ से 2018 में विभिन्न विषयों के सहायक अध्यापकों के चयन के लिए परीक्षा कराई गई थी. परीक्षा में एक अभ्यर्थी ने गड़बड़ी की थी. शिकायत पर इसकी जांच की गई थी.

https://www.etvbharat.com/hindi/uttar-pradesh/state/prayagraj/relief-in-laws-of-sdm-jyoti-maurya-prohibition-on-action-in-case-filed-by-sister-in-law/up20230825205153361361246
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Aug 25, 2023, 10:44 PM IST

प्रयागराज : उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग के अनुभाग अधिकारी संजय कुमार सिंह की तरफ से शिक्षक भर्ती के एक अभ्यर्थी के खिलाफ सिविल लाइंस में मुकदमा दर्ज करवाया गया है. आयोग की तरफ से पुलिस को दी गई तहरीर में आरोप लगाया गया है कि सहायक अध्यापक टीजीटी के अभ्यर्थी ने जालसाजी करते हुए अपनी जगह किसी और को परीक्षा में बैठाया था.

अपनी जगह दूसरे को परीक्षा में बैठाया था : अज्ञात व्यक्ति द्वारा मिली लिखित शिकायत की जांच में आयोग ने यह पाया कि अभ्यर्थी विशाल कुमार पटेल ने अपनी फोटो मिक्स करवाकर किसी और को परीक्षा में बैठाया और उसी सॉल्वर के द्वारा पेपर सॉल्व करने की वजह से उसे सफलता मिली है. जिसके बाद लोकसेवा आयोग की तरफ से आरोपी के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज करवाया है. पुलिस ने आयोग के अफसर की शिकायत पर आरोपी शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थी के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.

राइटिंग की जांच करवाकर आयोग ने पकड़ी गड़बड़ी : यूपी लोकसेवा आयोग की तरफ से 2018 में विभिन्न विषयों के सहायक अध्यापक प्रशिक्षित स्नातक श्रेणी के पद पर चयन हेतु आयोग द्वारा जुलाई 2018 में परीक्षा आयोजित की गयी थी. उसी परीक्षा के दौरान जीव विज्ञान विषय के पुरुष अभ्यर्थी विशाल कुमार पटेल
को सफल घोषित किया गया था. प्रयागराज के सोरांव थाना क्षेत्र के रहने वाले विशाल कुमार पटेल के खिलाफ आयोग में अज्ञात शिकायतकर्ता के द्वारा लेटर के जरिये बताया गया कि विशाल ने फोटो मिक्स कराकर अपनी जगह सॉल्वर को बैठाकर परीक्षा दिलवायी थी. जिसके बाद शिकायत को गम्भीरता से लेते हुए आयोग ने सितम्बर 2020 में विशाल को बुलाकर परीक्षा नियंत्रक के सामने उत्तर पुस्तिका पर लिखे गए डिटेल्स को अलग पैराग्राफ में हिंदी-अंग्रेजी में लिखवाया और दस्तखत करवाया. उसके बाद राइटिंग की जांच के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला में भेज दिया था. जांच रिपोर्ट आने पर खुलासा हुआ कि दोनों राइटिंग अलग है.आरोपी विशाल ने किसी और के द्वारा पेपर दिलवाया था.

अपना पक्ष रखने आयोग नहीं पहुंचा आरोपी : आयोग की जांच में लिखावट अलग होने की पुष्टि के बाद आरोपी अभ्यर्थी विशाल कुमार पटेल को आयोग ने अपना पक्ष रखने के लिए बुलाया, लेकिन 4 बार मौका दिए जाने के बाद भी अभ्यर्थी नहीं पहुंचा और प्रस्तुत होने में असमर्थता जाहिर की. जिसके बाद आयोग की तरफ से सिविल लाइंस थाने में आरोपी के खिलाफ 24 अगस्त को लिखित शिकायत की गयी. सिविल लाइंस पुलिस ने आयोग की तरफ से दी गयी तहरीर के आधार पर संगीन धाराओं में केस दर्ज मामले की जांच शुरू कर दी है.

प्रयागराज : उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग के अनुभाग अधिकारी संजय कुमार सिंह की तरफ से शिक्षक भर्ती के एक अभ्यर्थी के खिलाफ सिविल लाइंस में मुकदमा दर्ज करवाया गया है. आयोग की तरफ से पुलिस को दी गई तहरीर में आरोप लगाया गया है कि सहायक अध्यापक टीजीटी के अभ्यर्थी ने जालसाजी करते हुए अपनी जगह किसी और को परीक्षा में बैठाया था.

अपनी जगह दूसरे को परीक्षा में बैठाया था : अज्ञात व्यक्ति द्वारा मिली लिखित शिकायत की जांच में आयोग ने यह पाया कि अभ्यर्थी विशाल कुमार पटेल ने अपनी फोटो मिक्स करवाकर किसी और को परीक्षा में बैठाया और उसी सॉल्वर के द्वारा पेपर सॉल्व करने की वजह से उसे सफलता मिली है. जिसके बाद लोकसेवा आयोग की तरफ से आरोपी के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज करवाया है. पुलिस ने आयोग के अफसर की शिकायत पर आरोपी शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थी के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.

राइटिंग की जांच करवाकर आयोग ने पकड़ी गड़बड़ी : यूपी लोकसेवा आयोग की तरफ से 2018 में विभिन्न विषयों के सहायक अध्यापक प्रशिक्षित स्नातक श्रेणी के पद पर चयन हेतु आयोग द्वारा जुलाई 2018 में परीक्षा आयोजित की गयी थी. उसी परीक्षा के दौरान जीव विज्ञान विषय के पुरुष अभ्यर्थी विशाल कुमार पटेल
को सफल घोषित किया गया था. प्रयागराज के सोरांव थाना क्षेत्र के रहने वाले विशाल कुमार पटेल के खिलाफ आयोग में अज्ञात शिकायतकर्ता के द्वारा लेटर के जरिये बताया गया कि विशाल ने फोटो मिक्स कराकर अपनी जगह सॉल्वर को बैठाकर परीक्षा दिलवायी थी. जिसके बाद शिकायत को गम्भीरता से लेते हुए आयोग ने सितम्बर 2020 में विशाल को बुलाकर परीक्षा नियंत्रक के सामने उत्तर पुस्तिका पर लिखे गए डिटेल्स को अलग पैराग्राफ में हिंदी-अंग्रेजी में लिखवाया और दस्तखत करवाया. उसके बाद राइटिंग की जांच के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला में भेज दिया था. जांच रिपोर्ट आने पर खुलासा हुआ कि दोनों राइटिंग अलग है.आरोपी विशाल ने किसी और के द्वारा पेपर दिलवाया था.

अपना पक्ष रखने आयोग नहीं पहुंचा आरोपी : आयोग की जांच में लिखावट अलग होने की पुष्टि के बाद आरोपी अभ्यर्थी विशाल कुमार पटेल को आयोग ने अपना पक्ष रखने के लिए बुलाया, लेकिन 4 बार मौका दिए जाने के बाद भी अभ्यर्थी नहीं पहुंचा और प्रस्तुत होने में असमर्थता जाहिर की. जिसके बाद आयोग की तरफ से सिविल लाइंस थाने में आरोपी के खिलाफ 24 अगस्त को लिखित शिकायत की गयी. सिविल लाइंस पुलिस ने आयोग की तरफ से दी गयी तहरीर के आधार पर संगीन धाराओं में केस दर्ज मामले की जांच शुरू कर दी है.

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