प्रयागराज : कोविड महामारी से निपटने के लिए चलाए जा रहे टीकाकरण अभियान के अंतर्गत उत्तर मध्य रेलवे में 22 फरवरी से रेल सुरक्षा बल सदस्यों का कोविड-19 टीकाकरण प्रारंभ हुआ. प्रयागराज, झांसी और आगरा मण्डल में संचालित टीकाकरण केंद्रों में अब तक 2,500 कर्मियों का टीकाकरण किया गया है. जिसमें रेलवे सुरक्षा बल के सदस्यों के साथ-साथ प्रमुख मुख्य सुरक्षा आयुक्त उत्तर मध्य रेलवे रवींद्र वर्मा ने भी केन्द्रीय चिकित्सालय प्रयागराज में कोविड-19 वैक्सीन लगवाई.
कोविड टिकाकरण का कार्य तेजी से शुरू
22 फरवरी से कोविड -19 टीकाकरण कार्यक्रम प्रारंभ होने के बाद उत्तर मध्य रेलवे के स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन कर्मचारियों के टिकाकरण का कार्य तेजी से किया जा रहा है. यह प्रयागराज, कानपुर, टूंडला, झांसी, और आगरा के रेलवे अस्पतालों और मंडलों की स्वास्थ्य इकाइयों में कोविड -19 टीकाकरण किया जा रहा है. अन्य रेलवे अस्पतालों और स्वास्थ्य इकाइयों को राष्ट्र के सबसे बड़े टीकाकरण कार्यक्रम में सहभागिता करने के लिए तैयार रखा गया है.
इसमें अभी तक 140 डॉक्टरों, 378 रेल सुरक्षा बल सदस्यों तथा 1,926 अन्य स्वास्थ कर्मियों और फ्रन्टलाइन कर्मियों सहित अब तक उत्तर मध्य रेलवे परिक्षेत्र में संचालित टीकाकरण केंद्रों में कुल 2,444 लोगों को टीका लगाया गया है. इसमें अब तक टीकाकरण किए गए कुल 2,444 स्वास्थ्य कर्मियों और अन्य फ्रन्टलाइन कर्मियों में से 1,152 को केन्द्रीय अस्पताल प्रयागराज, 399 को रेलवे अस्पताल कानपुर, 56 को रेलवे अस्पताल टूंडला, 448 को रेलवे अस्पताल झांसी और 214 को रेलवे अस्पताल आगरा में जबकि अन्य 175 लोगों को मंडलों की विभिन्न स्वास्थ्य इकाइयों में टीका लगाया गया है. टीका प्राप्त करने वाले सभी व्यक्तियों की गाइडलाइंस के तहत टीकाकरण केंद्रों में 30 मिनट की अवधि के लिए मॉनिटरिंग की जा रही है और टीकाकरण उपरांत अभी तक कोई प्रतिकूल प्रभाव संज्ञान में नहीं आया है.
इन लोगों का हुआ टीकाकरण
बता दें कि कोविड-19 टीकाकरण में वरिष्ठ अधिकारियों, डॉक्टरों, स्वास्थ कर्मियों और अब रेल सुरक्षा बल सदस्यों के बड़े पैमाने पर भागीदारी से देश के इस सबसे बड़े टीकाकरण अभियान के प्रति लोगों में विश्वास बढ़ा हुआ है.