प्रयागराज: नगर निगम के द्वारा आनंद भवन पर बकाए 4 करोड़ 33 लाख के हाउस टैक्स की वसूली को लेकर के जारी हुए नोटिस पर कांग्रेसी नेताओं ने इसे केंद्र और राज्य सरकार की कुंठित सोच का नतीजा बताया है. उनका कहना है कि केंद्र और राज्य की सरकार यह चाहती है कि कांग्रेस मुक्त भारत और नेहरू परिवार मुक्त भारत हो, जिसके फलस्वरूप इस तरह का बकाए का नोटिस जारी किया गया है.
कांग्रेस पार्टी के पूर्व विधायक अनुग्रह नारायण सिंह का कहना है कि यह आनंदवन की प्रतिष्ठा पर आंच डालने का कुत्सित प्रयास है. सब जानते हैं यह एक चैरिटेबल ट्रस्ट है. इस पर टैक्स नहीं लगता है. इससे यह पता लगता है कि इनकी सोच किस तरह की है.
प्रयागराज नगर निगम के पूर्व महापौर चौधरी जितेंद्र नाथ सिंह ने नगर निगम के द्वारा लगाए गए टैक्स को लेकर कहा कि हमारे कार्यकाल के दौरान भी यह मुद्दा उठाया गया था, लेकिन उस दौरान इसके सारे पेपर नगर निगम को सबमिट कर दिए गए थे. यह एक चैरिटेबल ट्रस्ट है, जिसमें इनकम टैक्स नहीं लगता है. साथ ही साथ उसमें यह भी प्रावधान है कि उसका हाउस टैक्स न दिया जाए. यह वर्तमान सरकार के द्वारा इसे पुनः उठाकर के बात का बतंगड़ बनाया जा रहा है, जो स्थान स्वतंत्रता आंदोलन का केंद्र बिंदु रहा हो, उसको लेकर इस तरह के आरोप लगाना दुर्भाग्यपूर्ण है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभय अवस्थी ने नगर निगम पर चुटकी लेते हुए कहा कि यह नगर निगम की नई पिक्चर आ रही है. आजादी के इस पवित्र स्थल पर कमर्शियल टैक्स लगा रहे हैं. उन्होंने प्रयागराज नगर निगम पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या यहां पर नाइट क्लब चल रहा है या फिर कोई सामान बेचा जा रहा है.
उन्होंने कहा कि यहां पर छोटे-छोटे बच्चों का प्लैनेटेरियम है, जिस पर अंतरिक्ष के बारे में जानकारी उपलब्ध कराई जाती है. यहां पर देश के कोने-कोने से लोग आकर नेहरू जी की विरासत को देखकर खुश होते हैं. यहीं से देश की आजादी और राष्ट्र की परिकल्पना निकली है.
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