प्रयागराज: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग प्रतियोगी परीक्षाओं में उम्र सीमा घटाए जाने और पूर्ववर्ती व्यवस्था को लागू किए जाने की मांग को लेकर प्रतियोगी छात्रों आयोग के गेट पर धरना प्रदर्शन किया. छात्रों की मांग है कि लोक सेवा आयोग में पूर्व की व्यवस्था को लागू किया जाए अन्यथा लाखों छात्रों का भविष्य अधर में पड़ जाएगा. धरना प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने आयोग अध्यक्ष के खिलाफ नारेबाजी भी की.
लोक सेवा आयोग के द्वारा संचालित होने वाली प्रमुख पीसीएस की परीक्षा में पहले उम्र की सीमा सामान्य वर्ग के लिए 40 और आरक्षित वर्ग के लिए 45 वर्ष निर्धारित की गई थी, जिससे प्रतियोगी परीक्षा में छात्रों को भरपूर मौका मिलता था. नए पैटर्न में प्रतियोगी परीक्षाओं में पीसीएस में सामान्य वर्ग के लिए 32 और आरक्षित वर्ग के लिए 37 वर्ष उम्र निर्धारित कर दी गई है.
छात्रों में बढ़ा आक्रोश
प्रतियोगी छात्रों को नए पैटर्न की जानकारी मिलने पर उनमें आक्रोश बढ़ गया है. साथ ही अवसरों में भी इसके चलते कमी आएगी. प्रारंभिक परीक्षा के बाद मुख्य परीक्षा के लिए पूर्व में 18 गुना अभ्यर्थी बुलाए जाते थे जिसे अब घटाकर 13 गुना कर दिया गया है. समाज कार्य और रक्षा अध्ययन विषय को परीक्षा से हटाए जाने को लेकर भी छात्रों का आक्रोश है, जिसकी मांग को लेकर के लोक सेवा आयोग के सामने धरना प्रदर्शन किया.
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प्रतियोगी छात्रों की मांग है कि अधीनस्थ सेवा आयोग के लोअर पीसीएस की परीक्षा भी लोक सेवा आयोग से कराई जाए. प्रतियोगी छात्रों ने अपनी मांगों को लेकर लोक सेवा आयोग अध्यक्ष के समक्ष अपना ज्ञापन सौंपा है. सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर आयोग के सामने के सड़क पर यातायात प्रतिबंधित कर दिया गया है और पुलिस बल को तैनात किया गया है.