प्रयागराज: लॉ कालेज की छात्रा के साथ दुष्कर्म और यौन शोषण के मामले में फंसे पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री चिन्मयानंद की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. आरोपों के चलते पूर्व मंत्री चिन्मयानंद को श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी से बहिष्कृत किया गया. अखाड़े के महंत रामसेवक पुरी महाराज ने कहा कि चिन्मयानंद के ऊपर लगे गंभीर आरोपों के लिए उन्हें अखाड़े की पंगत से बाहर किया गया है.
- लॉ कालेज की छात्रा के लगाए आरोपों के बाद चिन्मयानंद की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं.
- गंभीर आरोपों के चलते साधु संतों ने भी चिन्मयानंद से किनारा करना शुरू कर दिया है.
- श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी से जुड़े चिन्मयानंद अब अखाड़े से नहीं जुड़ सकेंगे.
- अखाड़े के महंत ने कहा कि चिन्मयानंद पर दुराचार जैसे गंभीर आरोप लगे हैं.
- महंत ने कहा कि इन आरोपों के चलते उन्हें अखाड़े की पंगत से बाहर कर दिया गया है.
- चिन्मयानंद अब किसी भी पंगत की बैठक में शामिल नहीं हो सकेंगे, जब तक की उन्हें कोर्ट बाइज्जत बरी न कर दे.
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इस कृत्य से साधु संत को आहत पहुंची है, जिसके चलते यह निर्णय लिया गया है. अखाड़ों की ओर से लिए जाने वाले महत्वपूर्ण निर्णय बैठकों व अन्य प्रमुख कार्यों में हिस्सा लेने से बहिष्कृत किया जाएगा. जब तक उनके ऊपर न्यायालय में केस चल रहा है, तब तक वह बाहर रहेंगे. यदि न्यायालय उन्हें बाइज्जत बरी कर देती है, तो उन्हें पुनः पंगत में वापस लिया जा सकेगा, अन्यथा वह बाहर ही रहेंगे.
-राम सेवक पुरी, महंत, श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी