ETV Bharat / state

भाषा का स्तर और शब्दों का चयन समाचार की आत्मा है: चंद्रमौली कुमार

भारतीय प्रेस परिषद के अध्यक्ष जस्टिस चंद्रमौली कुमार ने प्रयागराज में दो दिन पत्रकारों से जुड़े मामलों को लेकर सुनवाई की. इस दौरान कुल 45 मामलों की हुई, जिसमें 33 मामलों का निस्तारण भी किया गया.

etv bharat
भारतीय प्रेस परिषद के अध्यक्ष जस्टिस चंद्रमौली कुमार
author img

By

Published : Dec 19, 2019, 11:35 AM IST

Updated : Dec 19, 2019, 11:51 AM IST

प्रयागराज: पत्रकारों से जुड़े मामलों को लेकर के जिले में जस्टिस चंद्रमौली कुमार की अध्यक्षता में भारतीय प्रेस परिषद के द्वारा दो दिवसीय सुनवाई का आयोजन किया गया. इस दौरान सुनवाई में कुल 45 मामलों की गई, जिसमें 33 मामलों का निस्तारण भी किया गया. वहीं सुनवाई के अंतिम दिन गुरुवार को प्रयागराज के सर्किट हाउस में आयोजित पत्रकार वार्ता में पत्रकारों को संबोधित करते हुए जस्टिस चंद्र मौली ने दो दिन हुई सुनवाई के मामलों की जानकारी देते हुए भारतीय प्रेस परिषद के उद्देश्यों के बारे में बताया.

जस्टिस चंद्रमौली कुमार ने मीडिया से की बातचीत.

जानिए क्या बोले जस्टिस चंद्रमौली कुमार
समाचार की भाषा का स्तर मर्यादा है और शब्दों का चयन समाचार की आत्मा है और इसी से समाचार की शोभा और मूल्य को बढ़ावा मिलता है. इसके लिए पत्रकारिता से जुड़े लोगों का दायित्व है कि वह अपनी भाषा को सशक्त बनाते हुए लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ को मजबूती प्रदान करें. उन्होंने पत्रकार वार्ता के दौरान यह जानकारी दी कि मिर्जापुर में नमक रोटी की सत्यता की जांच होनी चाहिए और सही पाए जाने पर ही संबंधित के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि स्वच्छ पत्रकारिता के माध्यम से हमें समाज की सभ्यता और उसे श्रेष्ठता को अग्रसारित करना है.

पढ़ें: पानी के परीक्षण पर गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड, 4 हजार से अधिक छात्र-छात्राओं ने किया था प्रतिभाग


पत्रकार वार्ता के दौरान जस्टिस चंद्रमौली ने पत्रकारों से अपील करते हुए कहा कि समाचार पत्रों में भ्रामक विज्ञापनों के प्रकाशन से बचना चाहिए, जिससे समाज पर बुरा प्रभाव पड़ता है. उन्होंने कहा कि अगर इस तरह का भ्रामक विज्ञापन दिया जाता है तो वह पत्रकारिता का उल्लंघन माना जायेगा और संबंधित समाचार पत्र के पंजीकरण पर कार्रवाई की जाएगी.

प्रयागराज: पत्रकारों से जुड़े मामलों को लेकर के जिले में जस्टिस चंद्रमौली कुमार की अध्यक्षता में भारतीय प्रेस परिषद के द्वारा दो दिवसीय सुनवाई का आयोजन किया गया. इस दौरान सुनवाई में कुल 45 मामलों की गई, जिसमें 33 मामलों का निस्तारण भी किया गया. वहीं सुनवाई के अंतिम दिन गुरुवार को प्रयागराज के सर्किट हाउस में आयोजित पत्रकार वार्ता में पत्रकारों को संबोधित करते हुए जस्टिस चंद्र मौली ने दो दिन हुई सुनवाई के मामलों की जानकारी देते हुए भारतीय प्रेस परिषद के उद्देश्यों के बारे में बताया.

जस्टिस चंद्रमौली कुमार ने मीडिया से की बातचीत.

जानिए क्या बोले जस्टिस चंद्रमौली कुमार
समाचार की भाषा का स्तर मर्यादा है और शब्दों का चयन समाचार की आत्मा है और इसी से समाचार की शोभा और मूल्य को बढ़ावा मिलता है. इसके लिए पत्रकारिता से जुड़े लोगों का दायित्व है कि वह अपनी भाषा को सशक्त बनाते हुए लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ को मजबूती प्रदान करें. उन्होंने पत्रकार वार्ता के दौरान यह जानकारी दी कि मिर्जापुर में नमक रोटी की सत्यता की जांच होनी चाहिए और सही पाए जाने पर ही संबंधित के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि स्वच्छ पत्रकारिता के माध्यम से हमें समाज की सभ्यता और उसे श्रेष्ठता को अग्रसारित करना है.

पढ़ें: पानी के परीक्षण पर गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड, 4 हजार से अधिक छात्र-छात्राओं ने किया था प्रतिभाग


पत्रकार वार्ता के दौरान जस्टिस चंद्रमौली ने पत्रकारों से अपील करते हुए कहा कि समाचार पत्रों में भ्रामक विज्ञापनों के प्रकाशन से बचना चाहिए, जिससे समाज पर बुरा प्रभाव पड़ता है. उन्होंने कहा कि अगर इस तरह का भ्रामक विज्ञापन दिया जाता है तो वह पत्रकारिता का उल्लंघन माना जायेगा और संबंधित समाचार पत्र के पंजीकरण पर कार्रवाई की जाएगी.

Intro:पत्रकारों से जुड़े मामलों को लेकर के प्रयागराज में जस्टिस चंद्रमौली कुमार की अध्यक्षता में भारतीय प्रेस परिषद के द्वारा दो दिवसीय सुनवाई का आयोजन किया गया सुनवाई में कुल 45 मामलों की हुई जिसमें 33 मामलों का निस्तारण किया गया सनवाई के अंतिम दिन आज प्रयागराज के सर्किट हाउस में आयोजित पत्रकार वार्ता में पत्रकारों को संबोधित करते हुए जस्टिस चंद्र मौली ने दो दिन हुई सुनवाई के मामलों की जानकारी देते हुए भारतीय प्रेस परिषद के उद्देश्यों के बारे में बताया।


Body:उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि समाचार की भाषा का स्तर वह मर्यादा तथा शब्दों का चयन समाचार की आत्मा है इसी से समाचार की शोभा तथा मूल्य को बढ़ावा मिलता है पत्रकारिता से जुड़े लोगों का दायित्व है कि वह अपनी भाषा को सशक्त बनाते हुए लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को संबल प्रदान करें उन्होंने पत्रकार वार्ता के दौरान यह जानकारी दी कि मिर्जापुर में नमक रोटी की सत्यता की जांच होनी चाहिए और सही पाए जाने पर ही संबंधित के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए उन्होंने कहा कि स्वच्छ पत्रकारिता के माध्यम से हमें समाज की सभ्यता और उसे श्रेष्ठता को अग्रसारित करना है।


Conclusion:पत्रकार वार्ता के दौरान जस्टिस चंद्रमौली ने पत्रकारों से अपील करते हुए कहा कि समाचार पत्रों में भ्रामक विज्ञापनों के प्रकाशन से बचना चाहिए जिससे समाज पर बुरा प्रभाव पड़ता है। उन्होंने कहा कि अगर इस तरह का भ्रामक विज्ञापन दिया जाता है तो वह पत्रकारिता का उल्लंघन माना जायेगा, और संबंधित समाचार पत्र के पंजीकरण पर कार्यवाही की जाएगी।

बाईट: जस्टिस चंद्र मौली कुमार अध्यक्ष भारतीय प्रेस परिषद

प्रवीण मिश्र
प्रयागराज
9044173173
Last Updated : Dec 19, 2019, 11:51 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.