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इस बीमारी का इलाज कराने 7 समंदर पार से प्रयागराज आते हैं मरीज, 90 फीसदी ठीक होने का दावा

प्रयागराज में एक ऐसे डॉक्टर हैं जिनके पास इंग्लैड,अमेरिका,जर्मनी के अलावा साउथ अफ्रीकन देशों से भी मरीज इलाज करवाने के लिए आते हैं. गुजरात के रहने वाले मशहूर कॉमेडियन जय चिनारा का भी इलाज डॉक्टर जितेंद्र जैन ने ही किया था.

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Published : Jul 11, 2023, 4:12 PM IST

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सात समंदर पार से आते हैं सेरेब्रल पाल्सी पीड़ित बच्चे
प्रयागराज में सात समंदर पार से आते हैं सेरेब्रल पाल्सी पीड़ित बच्चे

प्रयागराज: आपने कई बार देखा या सुना होगा कि अपने देश के लोग इलाज करवाने के लिए विदेशों में जाते हैं. लेकिन, प्रयागराज में एक ऐसे डॉक्टर हैं, जिनके पास इलाज करवाने के लिए देश ही नहीं बल्कि विदेश से भी मरीज करवाने आते हैं. इलाज में सफलता का प्रतिशत 90 फीसदी से भी अधिक होने की वजह से सेरेब्रल पाल्सी के विशेषज्ञ डॉक्टर की ख्याति अपने देश से निकलकर सात समंदर पार तक जा चुकी है. सिर्फ इंटरनेट के माध्यम से जानकारी हासिल करके सेरेब्रल पाल्सी से ग्रसित बच्चों के परिवार सफल इलाज के लिए यहां आते रहते हैं. सेरेब्रल पाल्सी से ग्रसित बच्चों का बेहतर इलाज प्रयागराज के डॉक्टर जितेंद्र जैन करते हैं. दूसरे देशों के मुकाबले सस्ते और बेहतरीन इलाज की वजह से यहां ऐसे बच्चों की भीड़ जुटती है. त्रिशला फाउंडेशन की तरफ से ऐसे बच्चों के लिए 6 स्थानों पर एक्सरसाइज कराने की व्यवस्था की गयी है. क्योंकि, इस बीमारी से मुक्ति पाने के लिए सबसे सटीक इलाज सही थेरेपी और अभिभावकों का प्रशिक्षण है.

क्या होती है सेरेब्रल पाल्सी: जन्म के समय बच्चे का दिमाग पूरी तरह से विकसित न होने की वजह से उन बच्चों में कई तरह की दिक्कतें हो जाती है, जिसे सेरेब्रल पाल्सी कहा जाता है. डॉ. जैन के अनुसार सेरेब्रल पाल्सी ग्रसित होने के कई कारण हो सकते हैं. जैसे जन्म के समय बच्चे का वजन कम होना, समय से पहले जन्म, जन्म के समय बच्चे का न रोना और जन्म के वक्त बच्चे द्वारा गंदा पानी पी लेने की वजह से भी नवजात बच्चों का दिमाग क्षतिग्रस्त हो जाता है. ज्यादातर इन्हीं कारणों से बच्चे को बोलने, चलने, उठने, बैठने और पकड़ने में दिक्कत होने लगती है. यही नहीं इन बच्चों के दिमाग का विकास आम बच्चों के मुकाबले कम हो पाता है. इन्हीं बच्चों को मेडिकल भाषा में सेरेब्रल पाल्सी (सीपी) चाइल्ड कहा जाता है.


डॉक्टर जितेंद्र ने 50 हजार बच्चों का किया इलाज : त्रिशला फाउंडेशन में डॉक्टर जितेंद्र जैन से इलाज करवाने के लिए इंग्लैड, अमेरिका,जर्मनी के अलावा साउथ अफ्रीकन, श्रीलंका, नेपाल, बांग्लादेश के अलावा धुर विरोधी मुल्क पाकिस्तान से भी मरीज यहां इलाज करवाने के लिए आते हैं. अपने देश के हर राज्यों के मरीज भी यहां इलाज करवाने आते रहते हैं. 2005 से सेरेब्रल पाल्सी ग्रसित बच्चों का इलाज करने वाले डॉ. जितेंद्र जैन के मुताबिक उन्होंने 18 सालों में 50 हजार से ज्यादा सेरेब्रल पाल्सी से ग्रसित बच्चों का सफल इलाज किया है. साथ ही कई दूसरे देशों के लोग वीसी के जरिये भी इलाज का लाभ ले रहे हैं. डॉ. जैन का दावा है कि उनके द्वारा इलाज किये गए मरीजों में से 60 प्रतिशत स्वस्थ होकर गए हैं और सामान्य जीवन जी रहे हैं. बाकी 20 प्रतिशत ऐसे मरीज होते हैं, जो छड़ी का सहारा लेकर आसान जीवन जी रहे हैं. जबकि, 10 फीसदी मरीजों को इलाज और एक्सरसाइज की वजह से राहत जरूर मिल जाती है.

बच्चों के माता पिता भी इलाज से हैं संतुष्ट : त्रिशला फाउंडेशन में सेरेब्रल पाल्सी से ग्रसित बच्चों का इलाज करवाने पहुंचे माता-पिता भी डॉक्टर जितेंद्र जैन की जमकर सरहना करते हैं.उ नका कहना है कि हर तरफ से नाउम्मीद होने के बाद वो यहां पहुंचे हैं. यहां पर उन्हें उम्मीद से ज्यादा लाभ मिल रहा है. ऐसे में जिन बच्चों का अभी थेरेपी के जरिये इलाज किया जा रहा है. उनके माता पिता बेहद खुश और उत्साहित हैं. क्योंकि कुछ दिनों या कुछ महीने के इलाज में ही उनके बच्चे में परिवर्तन दिखने लगा है.जिससे उन्हें उम्मीद हो गयी है कि उनका बच्चा यहां से अपने पैरों पर चलकर वापस जाएगा.

मशहूर कॉमेडियन जय चिनारा को भी पैरों पर किया खड़ा : गुजरात के रहने वाले मशहूर कॉमेडियन जय चिनारा का भी इलाज डॉक्टर जितेंद्र जैन ने ही किया था. उनके इलाज की वजह से ही आज जय चिनारा अपने पैरों पर खड़ा होकर चल रहा है. जबकि जब वह इलाज के लिए डॉक्टर के पास पहुंचे थे तब चलने के लिए व्हील चेयर की जरूरत पड़ती थी. यही वजह है कि इस शहर के लोग डॉ जितेंद्र जैन को प्रयागराज की शान मानते हैं. क्योंकि ये ऐसे डॉक्टर हैं जिनके पास देश के सभी राज्यों के अलावा विदेशों से भी मरीज आकर इलाज करवाते हैं.


सेरेब्रल पाल्सी ग्रसित बच्चों के माता-पिता हो जाते हैं मायूस: बता दें कि जन्म के बाद जब किसी माता पिता को पता चलता है कि उनका बच्चा सेरेब्रल पाल्सी से ग्रसित हो गया है. जिस कारण से उसके शरीर में कई दिक्कतें आ जाती है. जिससे बच्चों के चलने, फिरने, उठने, बैठने और बोलने में भी दिक्कत होती है. बहुत से माता पिता इसे ईश्वर का प्रकोप मानकर मायूस होकर हार मान लेते हैं. कुछ लोग इसका उपचार करने की ठान लेते हैं. ऐसे माता-पिता के लिए वरदान साबित होता है त्रिशला फाउंडेशन और डॉ जितेंद्र जैन का बेहतर इलाज.

इसे भी पढे़-14 से 16 जुलाई तक अवध शिल्पग्राम में आम महोत्सव, मंडलायुक्त ने दिए यह निर्देश

यह भी पढ़े-एसडीएम ज्योति मौर्या प्रकरण: होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे के खिलाफ जांच पूरी, कार्रवाई की तैयारी

प्रयागराज में सात समंदर पार से आते हैं सेरेब्रल पाल्सी पीड़ित बच्चे

प्रयागराज: आपने कई बार देखा या सुना होगा कि अपने देश के लोग इलाज करवाने के लिए विदेशों में जाते हैं. लेकिन, प्रयागराज में एक ऐसे डॉक्टर हैं, जिनके पास इलाज करवाने के लिए देश ही नहीं बल्कि विदेश से भी मरीज करवाने आते हैं. इलाज में सफलता का प्रतिशत 90 फीसदी से भी अधिक होने की वजह से सेरेब्रल पाल्सी के विशेषज्ञ डॉक्टर की ख्याति अपने देश से निकलकर सात समंदर पार तक जा चुकी है. सिर्फ इंटरनेट के माध्यम से जानकारी हासिल करके सेरेब्रल पाल्सी से ग्रसित बच्चों के परिवार सफल इलाज के लिए यहां आते रहते हैं. सेरेब्रल पाल्सी से ग्रसित बच्चों का बेहतर इलाज प्रयागराज के डॉक्टर जितेंद्र जैन करते हैं. दूसरे देशों के मुकाबले सस्ते और बेहतरीन इलाज की वजह से यहां ऐसे बच्चों की भीड़ जुटती है. त्रिशला फाउंडेशन की तरफ से ऐसे बच्चों के लिए 6 स्थानों पर एक्सरसाइज कराने की व्यवस्था की गयी है. क्योंकि, इस बीमारी से मुक्ति पाने के लिए सबसे सटीक इलाज सही थेरेपी और अभिभावकों का प्रशिक्षण है.

क्या होती है सेरेब्रल पाल्सी: जन्म के समय बच्चे का दिमाग पूरी तरह से विकसित न होने की वजह से उन बच्चों में कई तरह की दिक्कतें हो जाती है, जिसे सेरेब्रल पाल्सी कहा जाता है. डॉ. जैन के अनुसार सेरेब्रल पाल्सी ग्रसित होने के कई कारण हो सकते हैं. जैसे जन्म के समय बच्चे का वजन कम होना, समय से पहले जन्म, जन्म के समय बच्चे का न रोना और जन्म के वक्त बच्चे द्वारा गंदा पानी पी लेने की वजह से भी नवजात बच्चों का दिमाग क्षतिग्रस्त हो जाता है. ज्यादातर इन्हीं कारणों से बच्चे को बोलने, चलने, उठने, बैठने और पकड़ने में दिक्कत होने लगती है. यही नहीं इन बच्चों के दिमाग का विकास आम बच्चों के मुकाबले कम हो पाता है. इन्हीं बच्चों को मेडिकल भाषा में सेरेब्रल पाल्सी (सीपी) चाइल्ड कहा जाता है.


डॉक्टर जितेंद्र ने 50 हजार बच्चों का किया इलाज : त्रिशला फाउंडेशन में डॉक्टर जितेंद्र जैन से इलाज करवाने के लिए इंग्लैड, अमेरिका,जर्मनी के अलावा साउथ अफ्रीकन, श्रीलंका, नेपाल, बांग्लादेश के अलावा धुर विरोधी मुल्क पाकिस्तान से भी मरीज यहां इलाज करवाने के लिए आते हैं. अपने देश के हर राज्यों के मरीज भी यहां इलाज करवाने आते रहते हैं. 2005 से सेरेब्रल पाल्सी ग्रसित बच्चों का इलाज करने वाले डॉ. जितेंद्र जैन के मुताबिक उन्होंने 18 सालों में 50 हजार से ज्यादा सेरेब्रल पाल्सी से ग्रसित बच्चों का सफल इलाज किया है. साथ ही कई दूसरे देशों के लोग वीसी के जरिये भी इलाज का लाभ ले रहे हैं. डॉ. जैन का दावा है कि उनके द्वारा इलाज किये गए मरीजों में से 60 प्रतिशत स्वस्थ होकर गए हैं और सामान्य जीवन जी रहे हैं. बाकी 20 प्रतिशत ऐसे मरीज होते हैं, जो छड़ी का सहारा लेकर आसान जीवन जी रहे हैं. जबकि, 10 फीसदी मरीजों को इलाज और एक्सरसाइज की वजह से राहत जरूर मिल जाती है.

बच्चों के माता पिता भी इलाज से हैं संतुष्ट : त्रिशला फाउंडेशन में सेरेब्रल पाल्सी से ग्रसित बच्चों का इलाज करवाने पहुंचे माता-पिता भी डॉक्टर जितेंद्र जैन की जमकर सरहना करते हैं.उ नका कहना है कि हर तरफ से नाउम्मीद होने के बाद वो यहां पहुंचे हैं. यहां पर उन्हें उम्मीद से ज्यादा लाभ मिल रहा है. ऐसे में जिन बच्चों का अभी थेरेपी के जरिये इलाज किया जा रहा है. उनके माता पिता बेहद खुश और उत्साहित हैं. क्योंकि कुछ दिनों या कुछ महीने के इलाज में ही उनके बच्चे में परिवर्तन दिखने लगा है.जिससे उन्हें उम्मीद हो गयी है कि उनका बच्चा यहां से अपने पैरों पर चलकर वापस जाएगा.

मशहूर कॉमेडियन जय चिनारा को भी पैरों पर किया खड़ा : गुजरात के रहने वाले मशहूर कॉमेडियन जय चिनारा का भी इलाज डॉक्टर जितेंद्र जैन ने ही किया था. उनके इलाज की वजह से ही आज जय चिनारा अपने पैरों पर खड़ा होकर चल रहा है. जबकि जब वह इलाज के लिए डॉक्टर के पास पहुंचे थे तब चलने के लिए व्हील चेयर की जरूरत पड़ती थी. यही वजह है कि इस शहर के लोग डॉ जितेंद्र जैन को प्रयागराज की शान मानते हैं. क्योंकि ये ऐसे डॉक्टर हैं जिनके पास देश के सभी राज्यों के अलावा विदेशों से भी मरीज आकर इलाज करवाते हैं.


सेरेब्रल पाल्सी ग्रसित बच्चों के माता-पिता हो जाते हैं मायूस: बता दें कि जन्म के बाद जब किसी माता पिता को पता चलता है कि उनका बच्चा सेरेब्रल पाल्सी से ग्रसित हो गया है. जिस कारण से उसके शरीर में कई दिक्कतें आ जाती है. जिससे बच्चों के चलने, फिरने, उठने, बैठने और बोलने में भी दिक्कत होती है. बहुत से माता पिता इसे ईश्वर का प्रकोप मानकर मायूस होकर हार मान लेते हैं. कुछ लोग इसका उपचार करने की ठान लेते हैं. ऐसे माता-पिता के लिए वरदान साबित होता है त्रिशला फाउंडेशन और डॉ जितेंद्र जैन का बेहतर इलाज.

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