प्रयागराज: बसपा ने अयोध्या में ब्राम्हण महासम्मेलन कर यूपी में होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारियों का शंखनाद कर दिया है. इसी क्रम में बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा सोमवार को प्रयागराज पहुंचे थे. संगम नगरी में अपने दौरे के दूसरे दिन उन्होंने एलान किया है कि उनकी पार्टी 2022 के विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी ने साथ गठबंधन नहीं करेगी. उन्होंने यूपी विधानसभा चुनाव में अपने बल पर ही जीत हासिल करने का दावा किया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बुधवार यानी 28 जुलाई से बसपा रोजाना दो जिलों में ब्राह्मण सम्मेलन करेगी. इस दौरान उनके साथ मौजूद पूर्व मंत्री नकुल दुबे ने प्रदेश सरकार पर रावण की तरह कार्य करने का आरोप लगाया.
अपने दम पर अकेले 2022 का चुनाव लड़ेगी बसपा
प्रयागराज के सिविल लाइंस में एक होटल में आयोजित सम्मेलन में पहुंचे सतीश चंद्र मिश्रा ने साफ शब्दों में कहा कि आने वाले 2022 के विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी अपने दम पर अकेले ही चुनाव लड़ेगी. यही नहीं उन्होंने यह भी दावा किया कि अकेले चुनाव लड़कर उनकी उनकी पार्टी 2007 के विधानसभा चुनाव की तरह से ही पूर्ण बहुमत की सरकार भी बनाएगी. इसके साथ ही यूपी चुनाव में एआईएमआईएम की बढ़ती सक्रियता पर बसपा नेता ने नाम लिए बगैर भाजपा के इशारे पर चुनाव लड़ने का आरोप लगाया. सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा, एआईएमआईएम किसके कहने पर और किसके इशारे पर यहां चुनाव लड़ने आ रही है, ये सबको पता है. सपा से पिछले चुनाव में हुए गठबंधन के बारे में पूछने पर बसपा नेता ने कहा कि बीती बातें भूल जाइये. इस बार 2007 की तरह अकेले दम पर चुनाव लड़कर बसपा सरकार बनाएगी.
बीते दिनों मायावती ने भी गठबंधन से किया था इंकार
बीते 27 जून को एक के बाद एक चार ट्वीट कर बसपा सुप्रीमो मायावती ने किसी भी पार्टी से गठबंधन न करने की बात कही थी. बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने कहा था कि हमारी पार्टी उत्तर प्रदेश के साथ उत्तराखंड में अकेले दम पर विधानसभा चुनाव लड़ेगी. उत्तर प्रदेश में बसपा का असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआइएमआइएम से कोई गठबंधन नहीं हो रहा है. उन्होंने किसी भी तरह की खबर को खारिज करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में 2022 का विधानसभा चुनाव बहुजन समाज पार्टी अकेले ही लड़ेगी. बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि पंजाब में शिरोमणि अकाली दल के साथ ही बसपा का गठबंधन है. इसके अलावा अन्य किसी भी राज्य में किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन न हुआ है और न ही आगे होगा.
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ब्राह्मणों को साधने वाला सम्मेलन अब एक दिन दो जिलों में होगा
ब्राह्मणों को साधने का काम करने वाले सतीश चंद्र मिश्रा अब दोगुनी रफ्तार से काम करने जा रहे हैं. अभी तक वे एक दिन में एक जिले में सम्मेलन आयोजित कर ब्राह्मणों अपने पक्ष में करने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन 28 जुलाई बुधवार से वो एक दिन दो जिलों में सम्मेलन करेंगे. 28 जुलाई को प्रतापगढ़ और रायबरेली, 29 जुलाई को सुलतानपुर और अमेठी में सम्मेलन करने के बाद 30 जुलाई को लखनऊ में ब्राह्मणों को अपने पक्ष में करने का प्रयास करेंगे. जिसके बाद कान्हा की नगरी मथुरा वृंदावन में भगवान कृष्ण का दर्शन पूजन और उपासना करके दूसरे चरण की शुरुआत करेंगे.
राम के नाम पर राज करने वाले कर रहे रावण जैसा काम
प्रयागराज के सिविल लाइंस में एक होटल में आयोजित सम्मेलन में सतीश चंद्र मिश्रा के साथ मौजूद पूर्व मंत्री नकुल दुबे ने प्रदेश सरकार पर रावण की तरह कार्य करने का आरोप लगाया. उन्होंने साफ कहा कि प्रदेश में भगवान राम के नाम पर सत्ता में आने वाले लोग गद्दी पर बैठने के बाद रावण जैसी गतिविधियां कर रहे हैं इसलिए जनता को रावण जैसा कार्य करने वालों को गद्दी से हटाना है. इसके साथ ही पूर्व मंत्री ने प्रदेश में ब्राह्मणों पर सबसे ज्यादा जुल्म और अत्याचार होने का आरोप लगाया और ब्राह्मणों पर अत्याचार की दुहाई देकर बसपा की सरकार बनाने की अपील की.
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