प्रयागराज: करछना नैनी में पुलिसकर्मियों ने गुरुवार को यमुना घाट पर बंधी कई नावों को तोड़ दिया था. इस दौरान किए गए लाठीचार्ज में कई महिला और पुरुष मजदूर घायल हो गए थे. इससे आक्रोशित बालू मजदूरों ने शुक्रवार को नैनी मामा भान्जे तालाब के पास रोड जाम कर दिया. इस कारण एक घंटे तक रास्ता बाधित रहा.
पुलिस ने बरसाई लाठी
करछना नैनी के अंतर्गत बसवार में गुरुवार को अवैध बालू खनन रोकने के लिए प्रशासनिक अधिकारी पुलिस फोर्स लेकर पहुंचे थे. उनकी मौजूदगी में पुलिसकर्मियों ने यमुना घाट पर बंधीं दो दर्जन नावों को तोड़ दिया था. पुलिस ने लाठीचार्ज कर कई महिला और पुरुष मजदूरों को घायल कर दिया था.
1 घंटे तक रास्ता रहा बाधित
इस पूरे मामले में मजदूरों का कहना है कि बालू माफिया की जगह हम पर कार्रवाई की जा रही है. उन लोगों ने पुलिसकर्मियों को तोड़फोड़ करने से मना किया, लेकिन पुलिस नहीं मानी. इससे आक्रोशित बालू मजदूरों ने शुक्रवार को मामा भान्जे तालाब के पास चक्का जाम कर दिया. इससे एक घंटे तक रास्ता बाधित रहा.
जनसभा का किया आयोजन
आलाधिकारियों को इस मामले की सूचना मिली तो नैनी घूरपर करछना औद्योगिक पीएसी बल और कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई. आलाधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर आक्रोशित मजदूरों को समझाया. इसके बाद मजदूरों ने जाम समाप्त कर दिया. बसवार गांव में अखिल भारतीय मजदूर किसान सभा के नेतृत्व में एक जनसभा की गई. वहां पर स्थानीय पुलिस प्रशासन नहीं पहुंच सका.