प्रयागराजः जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आता जा रहा है हर पार्टी बूथ लेवल पर अपनी तैयारियां करना शुरू कर दी है. इसी कड़ी में बहुजन समाज पार्टी ने प्रयागराज में एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया. इस कार्यक्रम में बहुजन समाज पार्टी ने सभी पार्टियों को पछाड़ते हुए सबसे पहले अपना प्रतापपुर विधानसभा का प्रत्याशी घोषित कर दिया है.
घर-घर जाकर बसपा की नीतियों को बताएं कार्यकर्ता
प्रशिक्षण शिविर में पहुंचे बसपा प्रदेश अध्यक्ष भीम राजभर ने कहा कि हमारी पार्टी बूथ लेवल पर काम कर रही है. इस शिविर में सेक्टर प्रभारियों को बूथ लेवल पर प्रशिक्षित किया जा रहा है, जिससे आने वाले 2022 के चुनाव में पार्टी की मुखिया मायावती को मुख्यमंत्री का ताज पहनाया जा सके और विपक्षियों को मुंहतोड़ जवाब दिया जा सके. भीम राजभर ने कार्यकर्ताओं को पूरी तैयारी के साथ 2022 के चुनाव में जुटने को कहा. उन्होंने कहा कि 150 दिन चुनाव में बचे हुए हैं. ऐसे में सभी कार्यकर्ताओं को घर-घर जाकर लोगों को बसपा की नीतियों को बताते हुए इस बार के चुनाव में बसपा की सरकार बनाने के लिए जनता से वोट देने की अपील करें.
भाजपा सरकार से जनता त्रस्त
कार्यकर्ता में लोगों को संबोधित करते हुए राज्यसभा सांसद अशोक सिद्धार्थ गौतम ने कहा कि इस बार पार्टी की मुखिया मायावती के सिर पर मुख्यमंत्री का ताज होगा. उन्होंने कहा कि जनता भाजपा सरकार से त्रस्त हो गई है. इस बार प्रदेश की जनता भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने का काम करेगी. इसलिए हर कार्यकर्ता बूथ लेबल में जा जाकर अपने कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दे रही है कि किस तरह से वह पार्टी को मजबूत करें. बसपा सांसद ने वर्तमान सरकार पर तानाशाही करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ठोको नीति पर काम कर रही हैं. उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में 3 हजार से ज्यादा लोगों की मौत पुलिस हिरासत में हुई है. सरकार मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करने की जगह ठोको नीति पर काम करती है. जिससे समाज का हर वर्ग परेशान है और सबसे ज्यादा ब्राह्मण समाज इस सरकार से परेशान हैं.
पांचवीं बार मायावती को जनता बनाएगी मुख्यमंत्री
कार्यक्रम के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए राज्यसभा सांसद अशोक सिद्धार्थ ने मऊ के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के बड़े भाई सिगबतउल्ला के सपा में शामिल होने के सवाल पर साफ कहा कि जो लोग सपा में शामिल हुए हैं वो दगे हुए कारतूस हैं. उन्होंने कहा कि बसपा ने उनकी निष्क्रियता के चलते ही पार्टी से निकाल दिया था. वहीं मुख्तार अंसारी के भी बसपा में जाने के सवाल पर उन्होंने साफ कहा कि बसपा किसी को रोकने मनाने का काम नहीं करती है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जिसने भी बसपा छोड़ी है वो शून्य हो गया है. उन्होंने कहा कि बसपा को किसी भी नेता के आने-जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता है. अशोक सिद्धार्थ ने दावा किया कि 2022 के विधानसभा चुनाव में बसपा को 2007 से ज्यादा सीटें मिलेंगी. उन्होंने यह भी कहा कि जनता पांचवी बार बहन मायावती को मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहती है .इसी वजह से इस बार भाजपा सरकार से परेशान हो चुके लोग बसपा को ही वोट देंगे. 2007 के विधानसभा चुनाव से ज्यादा सीटों के साथ उत्तर प्रदेश में बसपा की सरकार बनेगी.