प्रयागराजः अतीक अहमद की बहन आयशा नूरी की सरेंडर अर्जी पर अब 4 जून को सुनवाई होनी है. सोमवार को कोर्ट में सुनवाई की तारीख तय होने के बावजूद आयशा नूरी की तरफ से पक्ष रखने के लिए कोई वकील कोर्ट में नहीं पहुंचा, जिस वजह से सोमवार को सुनवाई नहीं हो सकी. कोर्ट ने अगली सुनवाई के लिए 4 जून की तारीख तय कर दी है.
बाहुबली अतीक अहमद की बहन आयशा नूरी की तरफ से प्रयागराज जिला न्यायालय में सीजेएम कोर्ट में सरेंडर अर्जी डेढ़ महीने पहले ही दाखिल की गयी थी. सरेंडर अर्जी पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने मामले में धूमनगंज थाने से रिपोर्ट तलब की थी. कई सुनवाई के बाद कोर्ट में सरेंडर अर्जी पर पुलिस की तरफ से रिपोर्ट पेश कर दी गयी है. इसके बाद कोर्ट में सुनवाई के लिए सोमवार की तारीख लगी हुई थी, लेकिन कोर्ट में आयशा नूरी की सरेंडर अर्जी पर बहस ही शुरू नहीं हो सकी है.
सोमवार इस वजह से सुनवाई नहीं हुई, क्योंकि आयशा नूरी की तरफ से पक्ष रखने के लिए अधिवक्ता समय पर कोर्ट में नहीं पहुंचे थे. इसके बाद कोर्ट ने इस मामले में सुनवाई के लिए 4 जून की तारीख तय कर दी है. हालांकि 4 जून को रविवार है, जिस वजह से मामले की सुनवाई 5 जून को कोर्ट में हो सकती है. वहीं, उमेश पाल हत्याकांड से जुड़े इस केस में दाखिल चार्जशीट रिपोर्ट के बाद केस में एससी एसटी एक्ट की धारा भी बढ़ाई जा चुकी है. जिस वजह से इस केस को सीजेएम कोर्ट से एससी एसटी कोर्ट में भेज दिया जाएगा.
आयशा नूरी पर आरोप
उमेश पाल हत्याकांड में अतीक अहमद की बहन आयशा नूरी को भी आरोपी बनाया जा चुका है. पुलिस के मुताबिक, आयशा नूरी ने अपने घर में उमेश पाल की हत्या में बमबाजी करने वाले गुड्डू मुस्लिम को पनाह देने के साथ ही उसकी आर्थिक रूप से मदद भी की है. यही नहीं आयशा नूरी पर शूटरों को भगाने में मदद करने और उन्हें शरण देने का भी आरोप है. साथ ही यह भी बताया जा रहा है कि आयशा नूरी अतीक अहमद के बेटे असद को फरार होने में मदद करने के लिए भी मेरठ से अपनी बेटी के साथ कार लेकर प्रयागराज तक पहुंची थी. पुलिस ने कौशांबी जिले से लावारिस हालात में एक कार बरामद की थी, जिसे वही कार बताया जा रहा था. वही कार लेकर आयशा नूरी मेरठ से प्रयागराज तक आयी थी.