प्रयागराज: बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद के फरार बेटों का सुराग मिलने के बाद यूपी एसटीएफ की टीम उन्हें पकड़ने पश्चिम बंगाल के खिदिरपुर लेकर गयी थी. लेकिन अतीक गैंग का नेटवर्क एसटीएफ से भी अधिक तेज है. यूपी से वेस्ट बंगाल में जब तक एसटीएफ की टीम पहुंची उससे पहले ही माफिया के दोनों बेटे उन ठिकानो को छोड़ चुके थे.
इससे पहले भी जब एसटीएफ अतीक के इनामी बेटों की तलाश में दबिश देने गयी थी, तब भी एसटीएफ के पहुंचने से पहले ही वह अपना ठिकाना बदल चुके थे. ऐसे में अब सवाल उठने लगा है कि, एसटीएफ की दबिश से ठीक पहले अतीक गैंग तक सूचना कैसे पहुंच जाती है? अतीक के बेटों के ठिकाने बदले जाने के बाद ही एसटीएफ को सूचना मिलती है. ठिकाने पर पहुंचने के बाद एसटीएफ को हमेशा खाली हाथ ही लौटना पड़ता है.
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अतीक के बेटे उमर पर 2 लाख और अली पर 50 हजार का है इनाम: अतीक अहमद के बड़े बेटे उमर की सीबीआई करीब दो साल से तलाश कर रही है. आरोपी पर दो लाख रुपये का इनाम घोषित किया जा चुका है. बावजूद इसके पुलिस उमर तक नही पहुंच पायी हैं. वहीं अतीक अहमद के छोटे बेटे अली पर भी मारपीट, धमकी देने रंगदारी मांगने का मुकदमा दर्ज है. इसके बाद से वह फरार है. पुलिस ने अली पर 50 हजार का इनाम घोषित किया है. फिलहाल अतीक अहमद के दोनों इनामी बेटे फरार हैं. पुलिस की टीमें उनकी तलाश में जुटी हुई हैं.
एसटीएफ को जानकारी मिली थी कि, अतीक अहमद के दोनों बेटे पश्चिम बंगाल के खिदिरपुर इलाके में छिपे हुए हैं. इसके बाद सुरागकशी कर एसटीएफ की टीमें उन्हें पकड़ने के लिए पश्चिम बंगाल रवाना हो गई. एसटीएफ की टीम को आरोपीयों के एख फ्लैट में छिपे होने की जानकारी मिली थी. एसटीएफ की टीम जब उस फ्लैट में पहुंची तो टीम को फ्लैट खाली मिला. इसके बाद एसटीएफ ने फ्लैट के मालिक और आसपास के लोगों से जानकारी जुटाई. साथ ही सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला. लेकिन एसटीएफ को कामयाबी नहीं मिल सकी.
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