ETV Bharat / state

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के छात्रों पर बेवजह मुकदमे दर्ज कराने का आरोप, पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर जताई आपत्ति - इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में छात्र की मौत

इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में छात्रों के खिलाफ मुकदमें दर्ज कर गिरफ्तारियां हो रही है. इसके विरोध में रिटायर आईपीएस अमिताभ ठाकुर प्रयागराज पहुंचे. उन्होंने छात्रों के खिलाफ दर्ज केस पर आपत्ति जतायी. साथ ही कर्नलगंज थाने और पुलिस कमिश्नर से मिलकर अपनी बात रखी.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By

Published : Jul 27, 2023, 10:49 PM IST

पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने दी जानकारी

प्रयागराज: इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के चीफ प्रॉक्टर डॉ. राकेश सिंह की तहरीर पर पुलिस ने न सिर्फ तमाम छात्रों के खिलाफ केस दर्ज किया है. कुछ छात्र नेताओं को गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया है. अब पकड़े गए छात्र नेताओं के समर्थन में आजाद अधिकार सेना के रिटायर आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर आ गए हैं.

पूरब का ऑक्सफोर्ड कही जाने वाली इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में इन दिनों युनिवर्सिटी प्रशासन और छात्रों के बीच तकरार बढ़ती जा रही है. एक तरफ छात्र अपनी मांगो को लेकर आंदोलन करते हैं तो दूसरी तरफ यूनिवर्सिटी प्रशासन की तरफ से छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाकर उन्हें जेल भिजवाया जा रहा है. छात्रों का आरोप है कि विश्वविद्यालय के नए चीफ प्रॉक्टर ने कार्यभार संभालने के बाद से ही छात्रों के खिलाफ केस दर्ज करवाना शुरू कर दिया है. यूनिवर्सिटी के चीफ प्रॉक्टर डॉ. राकेश सिंह ने 24 जुलाई को एक दिन में अलग अलग छात्रों के खिलाफ तीन अलग अलग केस दर्ज करवाए हैं. छात्रनेता हरेंद्र यादव ने आरोप लगाया है कि जब से नए चीफ प्रॉक्टर ने कार्यभार संभाला है वो सिर्फ छात्रों के खिलाफ केस दर्ज करवा रहे हैं. इस छात्र का यह भी आरोप है कि चीफ प्रॉक्टर ने 15 दिन में 20 से अधिक छात्रों के खिलाफ दस से ज्यादा मुकदमें दर्ज करवा दिए हैं. 24 जुलाई को एक साथ तीन एफआईआर करवायी गयी. इसी तरह से कैम्पस में छात्र की मौत की आवाज उठाने पर छात्रों पर केस दर्ज करवाया जा चुका है. यही नहीं उस दौरान महिला शिक्षिकाओं की तहरीर पर छात्रों के खिलाफ छेड़खानी का केस भी दर्ज करवाया गया है.

कैम्पस में छात्र की मौत के बाद बदल गया माहौल: इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में मीडिया स्टडीज के छात्र आशुतोष दुबे की कैम्पस में ही अचानक मौत होने के बाद से कैम्पस का माहौल बदल गया है. यूनिवर्सिटी प्रशासन ने जहां कैम्पस में आने जाने पर आईकार्ड की जांच को अनिवार्य कर दिया है. कैम्पस में बिना इजाजत धरना प्रदर्शन और छात्रों के एकत्रित होने पर भी पाबंदी लगा दी गयी है. कैम्पस में किसी भी तरह गतिविधि करने वाले छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. यही नहीं सोशल मीडिया में कमेंट और पोस्ट करने वाले छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया गया है. विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से केस दर्ज होने के बाद पुलिस ने छात्रों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.जिसके बाद गिरफ्तार छात्र नेता के समर्थन में दूसरे छात्रों ने आंदोलन शुरू किया.

इसे भी पढ़े-यूपी में जलमार्ग परिवहन का होगा विस्तार, गठित होगा अंतरदेशीय प्राधिकरण : मुख्यमंत्री

पूर्व आईपीएस ने शुरू किया अभियान: छात्रों के खिलाफ दर्ज मुकदमें के विरोध में रिटायर आईपीएस अमिताभ ठाकुर बुधवार को प्रयागराज पहुंचे थे.जहां पर उन्होंने छात्रों के खिलाफ दर्ज केस पर आपत्ति जतायी. साथ ही कर्नलगंज थाने और पुलिस कमिश्नर से मिलकर उन्होंने अपनी बात रखी. अमिताभ ठाकुर ने इस दौरान युनिवर्सिटी प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए. उनका आरोप है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन ने छात्रों को परेशान करने के लिए उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है.यही नहीं उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि छात्रों की तरफ से आवाज उठाने की वजह से ही उनके खिलाफ भी युनिवर्सिटी प्रशासन की तरफ से मुकदमा दर्ज करवाया गया है. उनका कहना है कि वो छात्रों की लड़ाई के लिए निरंतर आवाज उठाएंगे. इसके साथ ही छात्रों के खिलाफ दर्ज करवाये गए फर्जी केस को लेकर कोर्ट में अपील करेंगे.

यूनिवर्सिटी प्रशासन ने दी सफाई: यूनिवर्सिटी की तरफ से पीआरओ प्रो. जया कपूर कहना है कि जो छात्र कैम्पस का माहौल खराब कर रहे हैं उनके खिलाफ केस दर्ज करवाया गया है.उनका कहना है कि कुछ लोग अराजक तत्वों के साथ मिलकर यूनिवर्सिटी की छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं.ऐसे लोगों के खिलाफ पुलिस से शिकायत की गयी है. विश्वविद्यालय के किसी भी छात्र को बेवजह परेशान नहीं किया जाएगा न ही किसी को कैम्पस का माहौल खराब करने की छूट दी जाएगी.


यह भी पढ़े-छात्र नेता से नहीं मिलने देने पर सपा विधायकों ने जेल गेट पर किया प्रदर्शन, पुलिस ने हिरासत में लिया

पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने दी जानकारी

प्रयागराज: इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के चीफ प्रॉक्टर डॉ. राकेश सिंह की तहरीर पर पुलिस ने न सिर्फ तमाम छात्रों के खिलाफ केस दर्ज किया है. कुछ छात्र नेताओं को गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया है. अब पकड़े गए छात्र नेताओं के समर्थन में आजाद अधिकार सेना के रिटायर आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर आ गए हैं.

पूरब का ऑक्सफोर्ड कही जाने वाली इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में इन दिनों युनिवर्सिटी प्रशासन और छात्रों के बीच तकरार बढ़ती जा रही है. एक तरफ छात्र अपनी मांगो को लेकर आंदोलन करते हैं तो दूसरी तरफ यूनिवर्सिटी प्रशासन की तरफ से छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाकर उन्हें जेल भिजवाया जा रहा है. छात्रों का आरोप है कि विश्वविद्यालय के नए चीफ प्रॉक्टर ने कार्यभार संभालने के बाद से ही छात्रों के खिलाफ केस दर्ज करवाना शुरू कर दिया है. यूनिवर्सिटी के चीफ प्रॉक्टर डॉ. राकेश सिंह ने 24 जुलाई को एक दिन में अलग अलग छात्रों के खिलाफ तीन अलग अलग केस दर्ज करवाए हैं. छात्रनेता हरेंद्र यादव ने आरोप लगाया है कि जब से नए चीफ प्रॉक्टर ने कार्यभार संभाला है वो सिर्फ छात्रों के खिलाफ केस दर्ज करवा रहे हैं. इस छात्र का यह भी आरोप है कि चीफ प्रॉक्टर ने 15 दिन में 20 से अधिक छात्रों के खिलाफ दस से ज्यादा मुकदमें दर्ज करवा दिए हैं. 24 जुलाई को एक साथ तीन एफआईआर करवायी गयी. इसी तरह से कैम्पस में छात्र की मौत की आवाज उठाने पर छात्रों पर केस दर्ज करवाया जा चुका है. यही नहीं उस दौरान महिला शिक्षिकाओं की तहरीर पर छात्रों के खिलाफ छेड़खानी का केस भी दर्ज करवाया गया है.

कैम्पस में छात्र की मौत के बाद बदल गया माहौल: इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में मीडिया स्टडीज के छात्र आशुतोष दुबे की कैम्पस में ही अचानक मौत होने के बाद से कैम्पस का माहौल बदल गया है. यूनिवर्सिटी प्रशासन ने जहां कैम्पस में आने जाने पर आईकार्ड की जांच को अनिवार्य कर दिया है. कैम्पस में बिना इजाजत धरना प्रदर्शन और छात्रों के एकत्रित होने पर भी पाबंदी लगा दी गयी है. कैम्पस में किसी भी तरह गतिविधि करने वाले छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. यही नहीं सोशल मीडिया में कमेंट और पोस्ट करने वाले छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया गया है. विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से केस दर्ज होने के बाद पुलिस ने छात्रों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.जिसके बाद गिरफ्तार छात्र नेता के समर्थन में दूसरे छात्रों ने आंदोलन शुरू किया.

इसे भी पढ़े-यूपी में जलमार्ग परिवहन का होगा विस्तार, गठित होगा अंतरदेशीय प्राधिकरण : मुख्यमंत्री

पूर्व आईपीएस ने शुरू किया अभियान: छात्रों के खिलाफ दर्ज मुकदमें के विरोध में रिटायर आईपीएस अमिताभ ठाकुर बुधवार को प्रयागराज पहुंचे थे.जहां पर उन्होंने छात्रों के खिलाफ दर्ज केस पर आपत्ति जतायी. साथ ही कर्नलगंज थाने और पुलिस कमिश्नर से मिलकर उन्होंने अपनी बात रखी. अमिताभ ठाकुर ने इस दौरान युनिवर्सिटी प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए. उनका आरोप है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन ने छात्रों को परेशान करने के लिए उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है.यही नहीं उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि छात्रों की तरफ से आवाज उठाने की वजह से ही उनके खिलाफ भी युनिवर्सिटी प्रशासन की तरफ से मुकदमा दर्ज करवाया गया है. उनका कहना है कि वो छात्रों की लड़ाई के लिए निरंतर आवाज उठाएंगे. इसके साथ ही छात्रों के खिलाफ दर्ज करवाये गए फर्जी केस को लेकर कोर्ट में अपील करेंगे.

यूनिवर्सिटी प्रशासन ने दी सफाई: यूनिवर्सिटी की तरफ से पीआरओ प्रो. जया कपूर कहना है कि जो छात्र कैम्पस का माहौल खराब कर रहे हैं उनके खिलाफ केस दर्ज करवाया गया है.उनका कहना है कि कुछ लोग अराजक तत्वों के साथ मिलकर यूनिवर्सिटी की छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं.ऐसे लोगों के खिलाफ पुलिस से शिकायत की गयी है. विश्वविद्यालय के किसी भी छात्र को बेवजह परेशान नहीं किया जाएगा न ही किसी को कैम्पस का माहौल खराब करने की छूट दी जाएगी.


यह भी पढ़े-छात्र नेता से नहीं मिलने देने पर सपा विधायकों ने जेल गेट पर किया प्रदर्शन, पुलिस ने हिरासत में लिया

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.