प्रयागराज : संगम नगरी में अपना दल (एस) का जिला कार्यकर्ता सम्मेलन शनिवार को आयोजित किया गया. इस कार्यकर्ता सम्मेलन में जिले भर से अपना दल (एस) के कार्यकर्ता पहुंचे थे. इस दौरान मंच से बोलते हुए अपना दल (एस) की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने कहा कि आने वाले दिनों में होने वाले पंचायत चुनाव में पार्टी की तरफ से उम्मीदवार खड़े किए जाएंगे. पार्टी की तरफ से उतारे गए उम्मीदवार को जिताने के लिए हर एक कार्यकर्ता जी-जान से मेहनत करेगा.
' पंचायत चुनाव 2022 विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल'
अनुप्रिया पटेल ने कहा कि पंचायत चुनाव, 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल है. पंचायत चुनाव में पार्टी के कार्यकर्ता चुनाव लड़ेंगे और उसका परिणाम देखकर हम 2022 के विधानसभा चुनाव की तैयारियां करेंगे. पंचायत चुनाव में पार्टी की जो भी कमियां मिलेंगी, उसमें सुधार करके नयी रणनीति के अनुसार विधानसभा चुनाव लड़ने की योजना बनायी जाएगी. इसके साथ ही अनुप्रिया पटेल ने यह भी कहा कि सभी पार्टियां पंचायत चुनाव को अपने हिसाब से लड़ने की तैयारी में हैं. ऐसे में अपना दल (एस) भी पंचायत चुनाव में प्रत्याशी उतारकर कार्यकर्ताओं को जोड़ेगी. इसके साथ ही पार्टी के ग्रामीण इलाकों से जुड़े कार्यकर्ताओं की भी मांग थी कि पार्टी पंचायत चुनाव में सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारे. इसको देखते हुए अपना दल (एस) ने पंचायत चुनाव में प्रत्याशी उतारने की योजना बनाई है.
कार्यकर्ताओं को दी चेतावनी
अनुप्रिया पटेल ने कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान भाषण देते हुए कार्यकर्ताओं को चेतवानी भी दी. उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव में पार्टी की तरफ से उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की जाएगी. इसलिए कोई भी नेता उम्मीदवार घोषित होने से पहले खुद को भावी उम्मीदवार बताते हुए बैनर पोस्टर न लगवाएं. इसके साथ ही अनुप्रिया पटेल ने कहा कि सभी दल पंचायत चुनाव को लेकर अपनी तैयारी कर रहे हैं. उसी कड़ी में अपना दल (एस) ने भी पंचायत चुनाव को लेकर रणनीति बना ली है. उनकी पार्टी के कार्यकर्ता प्रदेश के हर जिले में सभी सीटों पर पंचायत चुनाव लड़ेंगे.
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भारतीय न्यायिक सेवा बनाए जाने की मांग
प्रयागराज में आयोजित इस कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान अनुप्रिया पटेल ने देश में भारतीय न्यायिक सेवा का गठन किए जाने की मांग की. उन्होंने कहा कि देश में न्याय के लिए लोगों को वर्षों इंतजार करना पड़ता है. इसलिए सरकार को चाहिए कि भारतीय न्यायिक सेवा का गठन कर उसकी परीक्षा कराई जाए, जिससे कि देशभर के होनहार छात्रों को काबिलियत के आधार पर चुना जा सके. भारतीय न्यायिक सेवा का गठन होने के बाद परीक्षा के आधार पर निचली अदालत से लेकर सर्वोच्च अदालत तक में न्यायाधीशों की नियुक्ति हो सकेगी. इससे समाज के सभी वर्गों के लोगों को मौका मिलेगा.