प्रयागराज: जिले के मेजा क्षेत्र में अधिग्रहित भूमि का मुआवजा न मिलने और रेलवे फाटक बंद होने से नाराज ग्रामीण धरना प्रदर्शन कर अपना रोष प्रकट कर रहे हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि जब तक रेलवे द्वारा भूमि का मुआवजा और अंडरपास पुलिया बनाये जाने का मामला हल नहीं होगा अनशन जारी रहेगा.
मुआवजा और रास्ते के लिए ग्रामीणों का प्रदर्शन
मेजा क्षेत्र के कठौली गांव में रेलवे फाटक संख्या 26 सीई बंद होने से ग्रामीणों को आवागमन करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. रेलवे ने तुगलकी फरमान जारी कर उक्त फाटक को बंद कराने का आदेश दे रखा है. रेलवे के इस रवैये से ग्रामीणों में खासा आक्रोश है.
गुरुवार को रेलवे फाटक के पास भारी संख्या में ग्रामीण अनशन पर बैठ गये. ग्रामीणों का आरोप है कि रेलवे द्वारा अधिग्रहित भूमि का ना तो उनको मुआवजा मिला है. फाटक बंद होने से कठौली और समहन गांव के हजारों की आबादी वाले ग्रामीणों को आवागमन में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इसी क्रम में ग्रामीणों ने एसडीएम मेजा रेनू सिंह को ज्ञापन के जरिए निस्तारण करने की बात कही.
80 प्रतिशत रेलवे का काम खत्म, नहीं मिला मुआवजा
ग्रामीणों का कहना है कि अगर रेलवे जल्द ही समुचित व्यवस्था नहीं कराता है, तो ग्रामीण बड़ा आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे. प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे अजीत सिंह ने कहा कि रेलवे द्वारा फ्लाई ओवर बनाने के लिए बजट पास किया है, जिसमें विभागीय अधिकारी लीपापोती कर रहे हैं. हजारों किसान ऐसे हैं जिनकी भूमि अधिग्रहित कर ली गई. 80 प्रतिशत रेलवे का काम खत्म हो गया और मुआवजा अभी तक नहीं दिया गया. यह हम लोगों का सांकेतिक धरना है. हम शांति पूर्ण तरीके से अपनी मांगों को आप के माध्यम से ऊपर तक ले जायेंगे. जमीन का मुआवजा नहीं मिला तो आंदोलन का स्वरूप बदलेगा.