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प्रयागराज: विश्वविद्यालय मूल्यपरक शिक्षा पर दे जोर- आनंदीबेन पटेल - यूपी राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय दीक्षांत समारोह

उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल पहुंचीं. इस दौरान उन्होंने संबोधन में कहा कि विश्वविद्यालय मूल्यपरक शिक्षा पर जोर दे, जिससे वह जीवन लक्ष्य के प्रति कामयाब हो सके.

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यूपी राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में पहुंचीं आनंदीबेन पटेल.
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Published : Nov 29, 2019, 6:49 PM IST

प्रयागराज: उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय का शुक्रवार को 14वां दीक्षांत समारोह संपन्न हुआ. इस दौरान दीक्षांत समारोह में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अपने संबोधन में कहा कि विश्वविद्यालय मूल्यपरक शिक्षा पर जोर दे, जिससे वह जीवन लक्ष्य के प्रति कामयाब हो सके. जिस तरह से आज भौतिकवादी शिक्षा का प्रसार हो रहा है. उससे कहीं न कहीं हमारी मूल्यपरक शिक्षा पर प्रभाव पड़ा है.

राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह का हुआ आयोजन.
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने छात्र-छात्राओं से शिक्षा के प्रति आम लोगों में जागरूकता लाने की बात कहते हुए कहा कि दहेज प्रथा सहित समाज में व्याप्त कुरीतियों के खिलाफ छात्राओं को मुखर होकर सामने आना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि छात्राओं को आत्मनिर्भर बनना चाहिए.
देश-प्रदेश में दहेज जैसी कुप्रथा कैसे खत्म हो, इसके प्रति भी जागरूक होना चाहिए. उन्होंने विश्वविद्यालय के कुलपति से अपील करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय से महिलाओं का सम्मान करें, जो समाज में आगे आकर कुछ कार्य कर रही हैं. हमारे बीच में बहुत सी ऐसी महिलाएं हैं जो काम करना चाह रही हैं, लेकिन उन्हें मौका नहीं मिल पा रहा है. इसलिए देश के विकास में महिला शक्ति का उपयोग सही ढंग से नहीं हो पा रहा है.

यह भी पढ़ें: सोनभद्र: 81 बच्चों में बांटा गया था 1 लीटर दूध, शिक्षामित्र पर FIR, एक शिक्षक सस्पेंड
कार्यक्रम में पहुंचे बतौर मुख्य अतिथि पद्मश्री अशोक भगत ने अपने संबोधन में कहा कि देश में जनसंख्या नियंत्रण पर लोगों को जागरूक होना पड़ेगा. अब समय आ गया है कि लोग इसके प्रति जागरूक होकर आगे आएं और अपनी जिम्मेदारी को समझें. उन्होंने कहा कि लोगों को दूसरों पर निर्भर नहीं बल्कि अपने आप पर निर्भर होकर काम करना पड़ेगा. किसी भी कार्य के लिए खुद ही आगे आना पड़ेगा.

दीक्षांत समारोह में 75 जनपदों के कॉलेजों से 26 हजार से ऊपर छात्र-छात्राओं को डिग्रियां दी गईं. इसमें हरिद्वार से आए दिव्य प्रेम सेवा मिशन के संचालक आशीष गौतम को उपाधि दी गई. वहीं, नोएडा की रहने वाली दीक्षा चुप हो स्वर्ण पदक मिला पर वह किसी कारणवश कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सकीं. पूरे कार्यक्रम के दौरान 18 छात्र-छात्राओं को स्वर्ण पदक प्रदान किए गए, जिसमें 14 स्वर्ण पदक सिर्फ छात्राओं को मिले.

प्रयागराज: उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय का शुक्रवार को 14वां दीक्षांत समारोह संपन्न हुआ. इस दौरान दीक्षांत समारोह में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अपने संबोधन में कहा कि विश्वविद्यालय मूल्यपरक शिक्षा पर जोर दे, जिससे वह जीवन लक्ष्य के प्रति कामयाब हो सके. जिस तरह से आज भौतिकवादी शिक्षा का प्रसार हो रहा है. उससे कहीं न कहीं हमारी मूल्यपरक शिक्षा पर प्रभाव पड़ा है.

राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह का हुआ आयोजन.
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने छात्र-छात्राओं से शिक्षा के प्रति आम लोगों में जागरूकता लाने की बात कहते हुए कहा कि दहेज प्रथा सहित समाज में व्याप्त कुरीतियों के खिलाफ छात्राओं को मुखर होकर सामने आना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि छात्राओं को आत्मनिर्भर बनना चाहिए.
देश-प्रदेश में दहेज जैसी कुप्रथा कैसे खत्म हो, इसके प्रति भी जागरूक होना चाहिए. उन्होंने विश्वविद्यालय के कुलपति से अपील करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय से महिलाओं का सम्मान करें, जो समाज में आगे आकर कुछ कार्य कर रही हैं. हमारे बीच में बहुत सी ऐसी महिलाएं हैं जो काम करना चाह रही हैं, लेकिन उन्हें मौका नहीं मिल पा रहा है. इसलिए देश के विकास में महिला शक्ति का उपयोग सही ढंग से नहीं हो पा रहा है.

यह भी पढ़ें: सोनभद्र: 81 बच्चों में बांटा गया था 1 लीटर दूध, शिक्षामित्र पर FIR, एक शिक्षक सस्पेंड
कार्यक्रम में पहुंचे बतौर मुख्य अतिथि पद्मश्री अशोक भगत ने अपने संबोधन में कहा कि देश में जनसंख्या नियंत्रण पर लोगों को जागरूक होना पड़ेगा. अब समय आ गया है कि लोग इसके प्रति जागरूक होकर आगे आएं और अपनी जिम्मेदारी को समझें. उन्होंने कहा कि लोगों को दूसरों पर निर्भर नहीं बल्कि अपने आप पर निर्भर होकर काम करना पड़ेगा. किसी भी कार्य के लिए खुद ही आगे आना पड़ेगा.

दीक्षांत समारोह में 75 जनपदों के कॉलेजों से 26 हजार से ऊपर छात्र-छात्राओं को डिग्रियां दी गईं. इसमें हरिद्वार से आए दिव्य प्रेम सेवा मिशन के संचालक आशीष गौतम को उपाधि दी गई. वहीं, नोएडा की रहने वाली दीक्षा चुप हो स्वर्ण पदक मिला पर वह किसी कारणवश कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सकीं. पूरे कार्यक्रम के दौरान 18 छात्र-छात्राओं को स्वर्ण पदक प्रदान किए गए, जिसमें 14 स्वर्ण पदक सिर्फ छात्राओं को मिले.

Intro:उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय का 14 वां दीक्षांत समारोह आज संपन्न हो गया दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता कर रही कुलाधिपति व राज्यपाल उत्तर प्रदेश आनंदीबेन पटेल ने अपने संबोधन में कहा कि विश्वविद्यालय मूल्यपरक शिक्षा पर जोर दें जिससे वह जीवन लक्ष्य के प्रति कामयाब हो सके जिस तरह से आज भौतिकवादी शिक्षा का प्रसार हो रहा है उससे कहीं न कहीं हमारी मूल्यपरक शिक्षा पर प्रभाव पड़ा है।


Body:अपने अध्यक्षता भाषण में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने छात्र छात्राओं से शिक्षा के प्रति आम लोगों में जागरूकता लाने की बात कहते हुए कहा कि दहेज प्रथा सहित समाज में व्याप्त कुरीतियों के खिलाफ छात्राओं को मुखर होकर सामने आना पड़ेगा इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि छात्राओं को आत्मनिर्भर बनना चाहिए देश प्रदेश में दहेज जैसी कुप्रथा कैसे खत्म हो इसके प्रति भी जागरूक होना चाहिए उन्होंने विश्वविद्यालय के कुलपति से अपील करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय से महिलाओं का सम्मान करें जो समाज में आगे आकर कुछ कार्य कर रही हैं हमारे बीच में बहुत सी ऐसी महिलाएं हैं जो काम करना चाह रही हैं लेकिन उन्हें मौका नहीं मिल पा रहा है इसलिए देश में के विकास में महिला शक्ति का उपयोग सही ढंग से नहीं हो पा रहा है।
कार्यक्रम में पहुंचे बतौर मुख्य अतिथि पद्मश्री अशोक भगत ने अपने संबोधन में कहा कि देश में जनसंख्या नियंत्रण पर लोगों को जागरूक होना पड़ेगा अब समय आ गया है कि लोग इसके प्रति जागरूक होकर आगे आएं और अपनी जिम्मेदारी को समझें साथ ही उन्होंने कहा कि लोगों को दूसरों पर निर्भर नहीं बल्कि अपने आप पर निर्भर होकर काम करना पड़ेगा किसी भी कार्य के लिए खुद ही आगे आना पड़ेगा।


Conclusion:कार्यक्रम के दौरान विशिष्ट अतिथि उच्च शिक्षा राज्य मंत्री नीलमा कटिहार ने भी अपने संबोधन में उत्तर प्रदेश में छात्रों के द्वारा किए जा रहे योगदान की बात कही दीक्षांत समारोह में 75 जनपदों के कालेजों से 26 हजार से ऊपर छात्र छात्राओं को डिग्रियां दी गई इसमें हरिद्वार से आए दिव्य प्रेम सेवा मिशन के संचालक आशीष गौतम को उपाधि दी गई वहीं नोएडा की रहने वाली दीक्षा चुप हो स्वर्ण पदक मिला पर वह किसी कारणवश कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सकी पूरे कार्यक्रम के दौरान 18 छात्र-छात्राओं को स्वर्ण पदक प्रदान किए गए जिसमें 14 स्वर्ण पदक सिर्फ छात्राओं को मिले।

बाईट: अशोक भगत पद्मश्री मुख्य अतिथि
बाईट: कामेश्वर नाथ सिंह कुलपति राजश्री टण्डन मुक्त विश्वविद्यालय

प्रवीण मिश्र
प्रयागराज
9044173173।
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