प्रयागराज: उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय का शुक्रवार को 14वां दीक्षांत समारोह संपन्न हुआ. इस दौरान दीक्षांत समारोह में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अपने संबोधन में कहा कि विश्वविद्यालय मूल्यपरक शिक्षा पर जोर दे, जिससे वह जीवन लक्ष्य के प्रति कामयाब हो सके. जिस तरह से आज भौतिकवादी शिक्षा का प्रसार हो रहा है. उससे कहीं न कहीं हमारी मूल्यपरक शिक्षा पर प्रभाव पड़ा है.
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कार्यक्रम में पहुंचे बतौर मुख्य अतिथि पद्मश्री अशोक भगत ने अपने संबोधन में कहा कि देश में जनसंख्या नियंत्रण पर लोगों को जागरूक होना पड़ेगा. अब समय आ गया है कि लोग इसके प्रति जागरूक होकर आगे आएं और अपनी जिम्मेदारी को समझें. उन्होंने कहा कि लोगों को दूसरों पर निर्भर नहीं बल्कि अपने आप पर निर्भर होकर काम करना पड़ेगा. किसी भी कार्य के लिए खुद ही आगे आना पड़ेगा.
दीक्षांत समारोह में 75 जनपदों के कॉलेजों से 26 हजार से ऊपर छात्र-छात्राओं को डिग्रियां दी गईं. इसमें हरिद्वार से आए दिव्य प्रेम सेवा मिशन के संचालक आशीष गौतम को उपाधि दी गई. वहीं, नोएडा की रहने वाली दीक्षा चुप हो स्वर्ण पदक मिला पर वह किसी कारणवश कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सकीं. पूरे कार्यक्रम के दौरान 18 छात्र-छात्राओं को स्वर्ण पदक प्रदान किए गए, जिसमें 14 स्वर्ण पदक सिर्फ छात्राओं को मिले.