प्रयागराज: इलाहाबाद विश्वविद्यालय के अलग-अलग छात्र संगठनों ने मिलकर परिसर बहाली मंच का गठन किया है. इसके तहत छात्रों ने गुरुवार को यूनियन हॉल पर मीटिंग की. मीटिंग के बाद छात्र जुलूस निकालते हुए वीसी दफ्तर पहुंचे. वीसी कार्यालय का घेराव करते हुए छात्रों ने नारेबाजी की. छात्र अपनी आठ सूत्री मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे.
ऑफलाइन कक्षाएं चलने पर समय से पूरा होगा कोर्स
कोरोना के चलते पिछले साल मार्च माह से इलाहाबाद विश्वविद्यालय की ऑफलाइन क्लासेज बंद हैं. ऑफलाइन कक्षाएं शुरू करने की मांग को लेकर गुरुवार को छात्रों ने प्रदर्शन किया. छात्रों का कहना है कि ग्रामीण इलाकों में इंटरनेट सुविधा नहीं होने से कुछ छात्रों ने ऑनलाइन क्लासेज नहीं अटैंड किए. ऐसे में छात्रों का कोर्स समय से पूरा नहीं हो सका है. छात्रों की मांग है कि विश्वविद्यालय प्रशासन ऑफलाइन कक्षाओं का संचालन करें, ताकि कोर्स समय से पूरा हो सके.
माघ मेला लग सकता है तो कक्षाएं क्यों नहीं चल सकती हैं
छात्राओं ने कहा कि जब माघ मेला जैसा बड़ा आयोजन हो सकता है तो विश्वविद्यालय परिसर में कक्षाएं क्यों नहीं संचालित की जा सकती हैं. शासन-प्रशासन प्रयागराज में माघ मेला जैसा बड़ा आयोजन करवा रहे हैं. उसमें लाखों की भीड़ पहुंच रही है. इसके बाद भी विश्वविद्यालय में कोरोना का हवाला देकर कक्षाएं बंद क्यों रखी जा रही हैं. विश्वविद्यालय प्रशासन कोरोना गाइडलाइन्स का पूरी तरह पालन करते हुए कक्षाएं शुरू कर सकता है.
ये हैं छात्रों की आठ सूत्री मांगें
- विश्वविद्यालय परिसर खोलते हुए ऑफलाइन कक्षाओं का संचालन शुरू किया जाए.
- छात्रों के लिए लाइब्रेरी को खोला जाए.
- साइकिल स्टैंड को फिर से दोबारा खोला जाए.
- छात्रों के लिए तत्काल हॉस्टल का आवंटन शुरू किया जाए.
- छात्राओं के लिए पिंक हॉल को खोला जाए.
- लॉकडाउन के दौरान लिए गए हॉस्टल फीस एवं ट्यूशन फीस को इस सत्र में समायोजित करते हुए छात्रों की आर्थिक मदद की जाए.
- महामारी के दौरान हॉस्टल में रुके छात्रों से 5 गुना जुर्माना वसूलने की जारी की गई नोटिस को रद्द किया जाए.
- अलग-अलग कोर्स में देर से प्रवेश लेने वाले छात्रों के लिए छात्रवृत्ति फॉर्म भरने की आखिरी तारीख बढ़ाई जाए.