प्रयागराज: इलाहाबाद विश्वविद्यालय में एक माह पूर्व छात्रावास में विधि छात्रों के साथ हुई रैगिंग की शिकायत पर इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने कठोर कदम उठाया है. आरोपी सभी 10 छात्रों को हमेशा के लिए छात्रावास देने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, साथ ही साथ एक छात्र को सेमेस्टर परीक्षा में शामिल होने पर रोक लगा दी गयी है. यही नहीं उन्हें यह चेतावनी भी दी गयी है कि भविष्य में अगर ऐसी गलती हुई तो कठोर कार्रवाई की जाएगी.
क्या है मामला
- इलाहाबाद विश्वविद्यालय के विधि विभाग में अध्ययनरत छात्र ने 21 अक्टूबर को प्रॉक्टर कार्यालय में शिकायत की थी.
- शिकायत थी कि शताब्दी छात्रावास में उनके साथ कुछ सीनियर छात्र गाली-गलौच करते हैं.
- इस संबंध में विगत 14 नवंबर को इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रतनलाल हंगलू की अध्यक्षता में एंटी रैगिंग कमेटी के सदस्यों के साथ बैठक हुई.
- जिसमें विधि छात्रों के द्वारा शिकायत किए गए 10 छात्रों के आरोप सही पाए गए और रैंकिंग के लिए उन्हें दोषी ठहराया गया.
- जिसमें दोषी पाए गए छात्रों में बीए एलएलबी के निर्भय सिंह, शेखर श्रीवास्तव, सुजीत अग्रहरी, वैभव आनंद, अपूर्व राज, गोपालनाथ, अभिषेक कुमार तिवारी, राहुल वर्मा, अविनाश कुमार शामिल थे.
- यह सभी छात्र बीएएलएलबी के ही सीनियर छात्र थे.
- शताब्दी छात्रावास का अंतःवासी छात्र न रहने वाले बीएएलएलबी के ही गौतम आंनद को चालू सेमेस्टर की परीक्षा में शामिल होने पर रोक लगा दी गयी है.
प्रॉक्टर की ओर से जारी हुई विज्ञप्ति
सोमवार की शाम इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रॉक्टर की ओर से जारी किए गए विज्ञप्ति में यह उल्लेख किया गया है कि भविष्य में यह सभी छात्र किसी भी छात्रावास में प्रवेश नहीं ले सकेंगे साथ ही इनका निलंबन समाप्त करते हुए इन्हें छात्रावास से निष्कासित किया जाता है.