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इलाहाबाद विवि प्रशासन ने कहा- धरना कर छात्राएं खुद के लिए बढ़ा रही हैं असुरक्षा

इलाहाबाद विश्वविद्यालय में पूर्व छात्रसंघ नेता पर दर्ज हुए मुकदमें को लेकर छात्राएं धरने पर बैठी हैं. छात्राएं मुकदमा वापस लेने की मांग कर रही हैं, वहीं विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि छात्राएं खुद के लिए असुरक्षा पैदा कर रही हैं.

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छात्राएं खुद के लिए बढ़ा रही हैं असुरक्षा.
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Published : Dec 17, 2019, 10:20 PM IST

प्रयागराज: इलाहाबाद विश्वविद्यालय की पूर्व छात्रसंघ व सपा नेता पर एक कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक से रंगदारी मांगने पर मुकदमा दर्ज हुआ था. मुकदमा वापस लेने और कुलपति को हटाने की मांग को लेकर पूर्व छात्रसंघ नेता समेत कई छात्राएं प्रदर्शन कर रही हैं. छात्राओं का आरोप है कि एफआईआर विश्वविद्यालय और जिला प्रशासन की मिलीभगत से कराई गई है. वहीं विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि धरना कर छात्राएं खुद के लिए असुरक्षा पैदा कर रही हैं.

छात्राएं खुद के लिए बढ़ा रही हैं असुरक्षा.
  • इलाहाबाद विश्वविद्यालय के सरोजनी नायडू छात्रावास के सामने पूर्व छात्रसंघ और सपा नेता ऋचा सिंह समेत कई छात्राएं धरने पर बैठी हैं.
  • कई राजनीतिक पार्टियां भी खुलकर छात्राओं का समर्थन कर रही हैं.
  • ऋचा सिंह का आरोप है कि एफआईआर विश्वविद्यालय और जिला प्रशासन की मिलीभगत से कराई गई है.
  • रंगदारी को लेकर जारी हुए ऑडिओ की बिना जांच कराए पुलिस एकतरफा कार्रवाई कर रही है.
  • विश्वविद्यालय के कुलपति पर कई छात्राओं ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं.
  • छात्राएं कुलपति को हटाने की भी मांग कर रही हैं.

विश्वविद्यालय प्रशासन को इस बात की भी जानकारी है कि ऋचा सिंह के ऊपर रंगदारी का मुकदमा लिखा गया है. वो जो धरना कर रही हैं, उसमें शहर के अराजक तत्व शामिल हैं. धरने में ऐसे लोग शामिल हैं, जिनका इससे लेना -देना नहीं है. उन्होंने जिस असुरक्षा की बात की थी वह उन्होंने खुद पैदा कर दी है, वो लगातार अनुशासनहीनता कर रही हैं.
- राम सेवक दुबे, प्रॉक्टर, इलाहाबाद विश्वविद्यालय

यह भी पढ़ें- लखनऊ विश्वविद्यालय में समाजवादी छात्र सभा का विरोध प्रदर्शन

प्रयागराज: इलाहाबाद विश्वविद्यालय की पूर्व छात्रसंघ व सपा नेता पर एक कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक से रंगदारी मांगने पर मुकदमा दर्ज हुआ था. मुकदमा वापस लेने और कुलपति को हटाने की मांग को लेकर पूर्व छात्रसंघ नेता समेत कई छात्राएं प्रदर्शन कर रही हैं. छात्राओं का आरोप है कि एफआईआर विश्वविद्यालय और जिला प्रशासन की मिलीभगत से कराई गई है. वहीं विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि धरना कर छात्राएं खुद के लिए असुरक्षा पैदा कर रही हैं.

छात्राएं खुद के लिए बढ़ा रही हैं असुरक्षा.
  • इलाहाबाद विश्वविद्यालय के सरोजनी नायडू छात्रावास के सामने पूर्व छात्रसंघ और सपा नेता ऋचा सिंह समेत कई छात्राएं धरने पर बैठी हैं.
  • कई राजनीतिक पार्टियां भी खुलकर छात्राओं का समर्थन कर रही हैं.
  • ऋचा सिंह का आरोप है कि एफआईआर विश्वविद्यालय और जिला प्रशासन की मिलीभगत से कराई गई है.
  • रंगदारी को लेकर जारी हुए ऑडिओ की बिना जांच कराए पुलिस एकतरफा कार्रवाई कर रही है.
  • विश्वविद्यालय के कुलपति पर कई छात्राओं ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं.
  • छात्राएं कुलपति को हटाने की भी मांग कर रही हैं.

विश्वविद्यालय प्रशासन को इस बात की भी जानकारी है कि ऋचा सिंह के ऊपर रंगदारी का मुकदमा लिखा गया है. वो जो धरना कर रही हैं, उसमें शहर के अराजक तत्व शामिल हैं. धरने में ऐसे लोग शामिल हैं, जिनका इससे लेना -देना नहीं है. उन्होंने जिस असुरक्षा की बात की थी वह उन्होंने खुद पैदा कर दी है, वो लगातार अनुशासनहीनता कर रही हैं.
- राम सेवक दुबे, प्रॉक्टर, इलाहाबाद विश्वविद्यालय

यह भी पढ़ें- लखनऊ विश्वविद्यालय में समाजवादी छात्र सभा का विरोध प्रदर्शन

Intro:इलाहाबाद विश्वविद्यालय की पूर्व छात्रसंघ और सपा की नेत्री पर एक कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक रंगदारी मांगने पर मुकदमा दर्ज होने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया है। मुकदमा वापस लेने और कुलपति हटाने को लेकर चल रहे क्रमिक अनशन को लेकर इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा कि यह धरना सिर्फ राजनीतिक चमकाने के लिये किया जा रहा है।


Body:इलाहाबाद विश्वविद्यालय के सरोजनी नायडू छात्रावास के सामने धरने पर बैठी ऋचा के समर्थन में अब राजनीतिक दल के कार्यकर्ता सामने आ रहे है। वह भी उनके साथ धरने पर बैठ रहे है। ऋचा सिंह का आरोप है कि यह एफआईआर विश्वविद्यालय और जिला प्रशासन की मिलीभगत से कराया गया है। रंगदारी को लेकर जारी हुए ऑडिओ की बिना जांच कराए पुलिस के द्वारा एकतरफा कार्यवाही की गई है, जबकि इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलपति पर दर्जन से अधिक छात्राओ द्वारा यौनाचार के आरोप की तहरीर दी गयी है।


Conclusion:इस संबंध में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर रामसेवक दुबे का कहना है कि विश्वविद्यालय प्रशासन को इस बात की भी जानकारी है कि ऋचा सिंह के ऊपर रंगदारी का मुकदमा लिखा गया है। उनके द्वारा जो धरना दिया जा रहा है उसमें शहर के अराजक तत्व शामिल है। उसमें ऐसे लोग है जिनका इससे लेना देना नही है। उन्होंने जिस असुरक्षा की बात की थी वह उन्होंने खुद पैदा कर दी है, उनके द्वारा बराबर अनुशासन हीनता की जा रही है।

बाईट- राम सेवक दुबे प्रॉक्टर इलाहाबाद विश्वविद्यालय

प्रवीण मिश्र
प्रयागराज
9044173173
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