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बच्चा पैदा करने में अल्लाह की क्या देन : महंत नरेंद्र गिरि - उत्तर प्रदेश सरकार की जनसंख्या नीति का ड्राफ्ट

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद (All India Akhara Parishad) ने योगी सरकार ( Yogi Government) द्वारा लाई गई जनसंख्या नीति की समर्थन किया है. परिषद के अध्यक्ष महेंद्र नरेंद्र गिरि (Mahant Narendra Giri) ने जनसंख्या विस्फोट कई प्रमुख समस्याओं का कारण है. ऐसे में लगातार बढ़ रही जनसंख्या पर रोक लगाना आवश्यक है. इसके साथ ही उन्होंने जनसंख्या नीति का विरोध करने वाले मुस्लिम धर्म गुरुओं से पूछा कि, बच्चा पैदा करने में अल्लाह की क्या देन है.

महेंद्र नरेंद्र गिरि
महेंद्र नरेंद्र गिरि
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Published : Jul 12, 2021, 11:05 AM IST

Updated : Jul 12, 2021, 12:05 PM IST

प्रयागराज: साधु-संतों की सर्वोच्च संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद (All India Akhara Parishad) ने विश्व जनसंख्या दिवस (World Population Day) के मौके पर योगी सरकार ( Yogi Government) द्वारा लाए गए नई जनसंख्या नीति (New Population Policy) का मर्थन किया है. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने (Mahant Narendra Giri) ने देश में जनसंख्या विस्फोट को लेकर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि, देश-प्रदेश में तेजी से बढ़ रही जनसंख्या कई प्रमुख समस्याओं का कारण भी है. इसलिए लगातार बढ़ रही जनसंख्या पर तत्काल रोक लगायी जाए.

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कहा है कि, सरकार को जनसंख्या पर नियंत्रण के लिए ऐसा सख्त कानून बनाना चाहिए, जिसे मानने के लिए देश-प्रदेश में रहने वाला हर नागरिक बाध्यकारी हो. उन्होंने कहा है कि जनसंख्या बढ़ने का सीधा प्रभाव अच्छी शिक्षा और चिकित्सा व्यवस्था पर भी पड़ रहा है. इसके साथ ही महंत नरेंद्र गिरि ने यूपी की नई जनसंख्या नीति का मुस्लिम धर्मगुरुओं द्वारा विरोध किए जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने मुस्लिम धर्म गुरुओं से सवाल किया कि आखिर बच्चा पैदा करने में अल्लाह की क्या देन है. महंत नरेंद्र गिरि ने मुस्लिम धर्मगुरुओं से अपील की है कि वे भी इस कानून को सहृदयता के साथ स्वीकार करें और मुस्लिम समाज में लोगों को कम बच्चे पैदा करने के लिए जागरूक भी करें.

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने योगी सरकार की जनसंख्या नीति का किया समर्थन

महंत नरेंद्र गिरी ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण कानून इतना सख्त होना चाहिए कि, यदि कोई दो बच्चे के बाद तीसरा बच्चा कोई पैदा करता है तो उसे वोट देने का अधिकार ना हो, न ही चुनाव लड़ने का अधिकार हो और उसका आधार कार्ड भी न बने साथ ही सरकार की तमाम योजनाओं से भी उसे वंचित कर दिया जाए. तभी इस कानून का सही मायने में सख्ती से पालन हो सकता है. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कहा है कि मुस्लिम समाज में तीन शादियों की छूट है, ऐसे में किसी भी मुस्लिम व्यक्ति को हर पत्नी से 2 बच्चे पैदा करने की इजाजत कतई नहीं होनी चाहिए. पत्नी चाहे तीन हों, लेकिन बच्चे दो ही होने चाहिए.

इसे भी पढ़ें : यूपी की जनसंख्या नीति की खास बातें, दो से अधिक संतान होने पर नहीं मिलेगा योजनाओं का लाभ

अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कहा है कि देश की बढ़ रही जनसंख्या सबसे बड़ी समस्या है. सभी धर्मों के लोग मिलकर ही इस समस्या से निजात पा सकते हैं. उन्होंने कहा है कि जनसंख्या नियंत्रण में जाति और मजहब को बीच में नहीं लाना चाहिए. बल्कि इसे एक चुनौती मानते हुए सबको जनसंख्या नियंत्रण के लिए लाए जा रहे कानून का पालन करना चाहिए.

आपको बता दें कि 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस के मौके पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की नई जनसंख्या नीति का ड्राफ्ट जारी किया था. जिसमें दो से अधिक बच्चे पैदा करने विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं देने, नौकरी में प्रमोश और इंक्रीमेंट रोकने संबंधी कई तरह के प्रवाधान किए गये हैं. इसके साथ ही जिन लोगों के दो या एक संतान है, उनके सरकार की तरफ से प्रोत्साहित करने के लिए कई तरह की योजनाओं का लाभ दिए जाने की प्रवधान किए जाने का प्रस्ताव है. आपको बता दें कि, योगी सरकार ने जनसंख्या नीति को लेकर 19 जून तक जनता से सुझाव मांगे हैं.

इसे भी पढ़ें : जनसंख्या नीति को हिन्दू-मुस्लिम का मुद्दा बनाकर चुनावी लाभ लेने की कोशिशः एसटी हसन

प्रयागराज: साधु-संतों की सर्वोच्च संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद (All India Akhara Parishad) ने विश्व जनसंख्या दिवस (World Population Day) के मौके पर योगी सरकार ( Yogi Government) द्वारा लाए गए नई जनसंख्या नीति (New Population Policy) का मर्थन किया है. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने (Mahant Narendra Giri) ने देश में जनसंख्या विस्फोट को लेकर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि, देश-प्रदेश में तेजी से बढ़ रही जनसंख्या कई प्रमुख समस्याओं का कारण भी है. इसलिए लगातार बढ़ रही जनसंख्या पर तत्काल रोक लगायी जाए.

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कहा है कि, सरकार को जनसंख्या पर नियंत्रण के लिए ऐसा सख्त कानून बनाना चाहिए, जिसे मानने के लिए देश-प्रदेश में रहने वाला हर नागरिक बाध्यकारी हो. उन्होंने कहा है कि जनसंख्या बढ़ने का सीधा प्रभाव अच्छी शिक्षा और चिकित्सा व्यवस्था पर भी पड़ रहा है. इसके साथ ही महंत नरेंद्र गिरि ने यूपी की नई जनसंख्या नीति का मुस्लिम धर्मगुरुओं द्वारा विरोध किए जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने मुस्लिम धर्म गुरुओं से सवाल किया कि आखिर बच्चा पैदा करने में अल्लाह की क्या देन है. महंत नरेंद्र गिरि ने मुस्लिम धर्मगुरुओं से अपील की है कि वे भी इस कानून को सहृदयता के साथ स्वीकार करें और मुस्लिम समाज में लोगों को कम बच्चे पैदा करने के लिए जागरूक भी करें.

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने योगी सरकार की जनसंख्या नीति का किया समर्थन

महंत नरेंद्र गिरी ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण कानून इतना सख्त होना चाहिए कि, यदि कोई दो बच्चे के बाद तीसरा बच्चा कोई पैदा करता है तो उसे वोट देने का अधिकार ना हो, न ही चुनाव लड़ने का अधिकार हो और उसका आधार कार्ड भी न बने साथ ही सरकार की तमाम योजनाओं से भी उसे वंचित कर दिया जाए. तभी इस कानून का सही मायने में सख्ती से पालन हो सकता है. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कहा है कि मुस्लिम समाज में तीन शादियों की छूट है, ऐसे में किसी भी मुस्लिम व्यक्ति को हर पत्नी से 2 बच्चे पैदा करने की इजाजत कतई नहीं होनी चाहिए. पत्नी चाहे तीन हों, लेकिन बच्चे दो ही होने चाहिए.

इसे भी पढ़ें : यूपी की जनसंख्या नीति की खास बातें, दो से अधिक संतान होने पर नहीं मिलेगा योजनाओं का लाभ

अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कहा है कि देश की बढ़ रही जनसंख्या सबसे बड़ी समस्या है. सभी धर्मों के लोग मिलकर ही इस समस्या से निजात पा सकते हैं. उन्होंने कहा है कि जनसंख्या नियंत्रण में जाति और मजहब को बीच में नहीं लाना चाहिए. बल्कि इसे एक चुनौती मानते हुए सबको जनसंख्या नियंत्रण के लिए लाए जा रहे कानून का पालन करना चाहिए.

आपको बता दें कि 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस के मौके पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की नई जनसंख्या नीति का ड्राफ्ट जारी किया था. जिसमें दो से अधिक बच्चे पैदा करने विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं देने, नौकरी में प्रमोश और इंक्रीमेंट रोकने संबंधी कई तरह के प्रवाधान किए गये हैं. इसके साथ ही जिन लोगों के दो या एक संतान है, उनके सरकार की तरफ से प्रोत्साहित करने के लिए कई तरह की योजनाओं का लाभ दिए जाने की प्रवधान किए जाने का प्रस्ताव है. आपको बता दें कि, योगी सरकार ने जनसंख्या नीति को लेकर 19 जून तक जनता से सुझाव मांगे हैं.

इसे भी पढ़ें : जनसंख्या नीति को हिन्दू-मुस्लिम का मुद्दा बनाकर चुनावी लाभ लेने की कोशिशः एसटी हसन

Last Updated : Jul 12, 2021, 12:05 PM IST
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