प्रयागराज: आम आदमी को अपने सरकारी कामकाज में आवश्यक पड़ने वाले कागजात के लिए शहर क्या गांव से दूर न जाना पड़े. इसके लिए अब ग्राम पंचायतों को डिजिटल व्यवस्था से जोड़ा जा रहा है, जिससे ग्रामीणों के जरूरी कागजात पंचायत भवन से ही उपलब्ध हो जाएं. ग्रामीण स्तर पर बने पंचायत भवनों को मिनी सचिवालय के रूप में विकसित किया जा रहा है.
प्रधानमंत्री के डिजिटल मिशन को बढ़ावा देने के लिए प्रयागराज में अभी तक सात विकासखंड के ग्राम पंचायतों का डिजिटलीकरण किया जा चुका है और यहां पर कामकाज भी शुरू हो गया है. शेष 13 ब्लॉकों में कार्य अभी चल रहा है. पंचायत राज विभाग के अधिकारियों की माने तो इन 13 ब्लॉकों में बिजली करण का लगभग 70 प्रतिशत कार्य पूर्ण किया जा चुका है. शेष कार्य दिसंबर में पूर्ण हो जाएंगे. उसके बाद जनपद की सभी ग्राम पंचायतें डिजिटल व्यवस्था से जुड़ जाएंगे और वहां पर एक ही क्लिक पर सारी सुविधाएं लाभार्थी को मिलेगी.
इसे भी पढे़ं-बीना सिंह के सहारे जीवन के अंतिम पड़ाव पर 'अनपढ़ का टैग' हटा रहीं महिलाएं
पंचायत भवन में डिजिटल व्यवस्था हो जाने से अब ग्रामीणों को उनके पंचायत भवन से ही खसरा खतौनी जन्म प्रमाण पत्र मृत्यु प्रमाण पत्र बैंकिंग वह भूलेख संबंधी कार्य संपादित हो रहे हैं. प्रयागराज के होलागढ़ विकासखंड के नवादा ग्राम सभा के ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत में कंप्यूटर व्यवस्था हो जाने से अब हम लोगों के जन्म प्रमाण पत्र मृत्यु प्रमाण पत्र खसरा और खतौनी के लिए जनपद और तहसील स्तर के लिए चक्कर नहीं काटना पड़ रहा है. गांव में ही व्यवस्था होने से अब हम लोग अपना कार्य सुचार रूप से कर पा रहे हैं. प्रयागराज के मुख्य विकास अधिकारी शिबू गिरी ने बताया कि डिजिटल मिशन के तहत जनपद के 1540 ग्राम सभाओं को पंचायत भवनों को डिजिटल किया जा रहा है, जिससे पंचायत भवन को मिनी सचिवालय के रूप में विकसित किया जा सके.