प्रयागराजः कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही (Agriculture Minister Surya Pratap Shahi) गुरुवार को प्रयागराज पहुंचे. कृषि मंत्री ने प्रयागराज में आयोजित संयुक्त मंडलीय रबी उत्पादकता समीक्षा गोष्ठी (Joint Divisional Rabi Productivity Review Seminar) में किसानों से उनकी समस्या सुनी और उसके समाधान की व्यवस्था की. इस अवसर पर उन्होंने कृषि उपज को बढ़ाने और उसके बाजार को विस्तार देने पर भी चर्चा की. वहीं, इस दौरान अलग-अलग मंडलों से आए किसानों ने मंत्री और विभाग के आलाधिकारियों के सामने अपनी तमाम तरह की समस्याओं को बताया. किसानों की समस्याओं को सुनने के बाद मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने मौके पर मौजूद अफसरों से उसके तत्काल निस्तारण करने की हिदायत दी.
रबी गोष्ठी में शामिल होने पहुंचे कृषि मंत्री ने कहा कि अगर अधिकारी गतिशील हो जाएंगे, तो सीएम योगी का जो प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने जरूर पूरा होगा. पीएम मोदी का 5 ट्रिलियन इकोनॉमी बनाने के सपने को पूरा करने में यूपी तेजी से आगे बढ़ रहा है. पीएम और सीएम के इस सपने को पूरा करने में कृषि क्षेत्र की अहम भूमिका होगी. कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि अधिकारियों को 450 लाख मीट्रिक टन रवि फसल के उत्पादन का लक्ष्य दिया गया है.
आपको बता दें कि प्रयागराज में वाराणसी, चित्रकूट, प्रयागराज और विंध्याचल मंडल के कृषि अधिकारियों की समीक्षा गोष्ठी आयोजित की गयी थी. रबी गोष्ठी में शामिल होने आए कृषि मंत्री ने लक्ष्य के मुताबिक कई जिलों में तालाब का निर्माण न करवा पाने पर वहां के डीएम को फटकार लगायी. खासतौर पर प्रयागराज जिले में 4,146 तालाब बनाए जाने थे, लेकिन इसके सापेक्ष अब तक 526 तालाबों का ही निर्माण हुआ है. तालाब निर्माण में धीमी गति की वजह से जिस कृषि मंत्री ने कड़ी नाराजगी जताते हुए अफसरों को कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है. इसके साथ ही बांदा और अन्य जनपदों में भी लक्ष्य के सापेक्ष तालाबों का निर्माण न किए जाने पर कृषि मंत्री ने अफसरों को चेतावनी दी है.
गोष्ठी में मौजूद कई किसान अपनी समस्याओं का समाधान न होने हुए मायूस
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही रबी गोष्ठी में जहां एक ओर अधिकारियों को कृषि उत्पादन बढ़ाने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दे रहे थे. वहीं इस गोष्ठी में कई ऐसे भी किसान मौजूद थे, जिन्होंने आवारा जानवरों और कंटीले तारों को खेतों में न लगाने की समस्याओं का समाधान किये जाने की मांग की, लेकिन उन किसानों की इस समस्या की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया गया. जिससे मिर्जापुर और चंदौली जिले से आये किसान मायूस थे.
मायूस किसानों का कहना था कि सरकार अच्छा काम कर रही है, लेकिन उनकी आवारा जानवर और कंटीले तारों की समस्या का भी स्थायी समाधान होना चाहिए. वहीं, इस बैठक के दौरान कई अधिकारी कर्मचारी अपने मोबाइल पर मनोरंजन करने में भी व्यस्त नजर आ रहे थे. जबकि कार्यक्रम के बाद बांट जा रहे हैं लंच पैकेट के लिए भी किसानों के बीच मारामारी और बदइंतजामी देखने को मिली. वहीं, सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन से खाली हुई मैनपुरी सीट पर होने जा रहे उपचुनाव में उनकी बहू और यादव की पत्नी डिंपल को सपा की ओर से उम्मीदवार बनाये जाने के सवाल को कृषि मंत्री टाल गए.