प्रयागराज: जिले के हाईकोर्ट चौराहे पर स्थित हनुमान मंदिर को वहां से हटाने के विरोध में अधिवक्ताओं का जमकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. साथ ही जब पीडीए का जेसीबी रात में मंदिर को एक स्थान से दूसरे स्थान पर हटाने के लिए पहुंचा, तो वकीलों का जमकर विरोध का सामना करना पड़ा है. जेसीबी को उल्टे पांव लौटना पड़ा. वहीं पर भारी संख्या में एकत्र अधिवक्ताओं ने मंदिर परिसर में ही अखंड कीर्तन का पाठ चालू करते हुए कहा कि जब तक पीडीए के द्वारा स्पष्ट नहीं किया जाएगा कि मंदिर को शिफ्ट न किया जाए. तब तक यह अखंड पाठ का कार्यक्रम जारी रहेगा.
अधिवक्ताओं ने मंदिर हटाने का किया विरोध
प्रयागराज के न्याय का मंदिर हाईकोर्ट चौराहे पर स्थित हनुमान मंदिर न्यायविद हनुमान मंदिर के नाम से भी जाना जाता है. हाईकोर्ट चौराहे पर स्थित होने के कारण इस मंदिर की मान्यताएं भी बहुत हैं. कोई भी अपना केस इस मंदिर पर आकर संकट मोचन के सामने फरियाद करता है, तो जरूर उसकी फरियाद पूरी होती है. लेकिन स्मार्ट सिटी के अंतर्गत होने वाले सड़क चौड़ीकरण के कारण संकट मोचन के मंदिर पर भी संकट के बादल मंडरा रहे है. वर्षों से यहां स्थित इस न्याय मंदिर को पीडीए के द्वारा शिफ्ट किए जाने पर अधिवक्ताओं में भी काफी रोष देखा जा सकता है. अधिवक्ताओं का कहना है कि मंदिर का कुछ आगे का हिस्सा तोड़ दिया जाए, लेकिन गर्भ ग्रह में स्थित हनुमान प्रतिमा को किसी भी कीमत पर नहीं हटाने दिया जाएगा.
वही रविवार रात जब पीडीए जेसीबी लेकर हाईकोर्ट हनुमान मंदिर पहुंची, तो वकीलों का जमकर विरोध सहना पड़ा और उल्टे पांव पीडीए को लौटना पड़ा. वहीं अधिवक्ताओं ने हनुमान के शिफ्टिंग के विरोध में बीती रात से ही पखवाड़े भर के लिए अखंड कीर्तन आरंभ किया. कहा कि जब तक पीडीए के द्वारा मंदिर को न हटाने का फैसला नहीं आ जाता तब तक यह अखंड कीर्तन का पाठ जारी रहेगा.