प्रयागराज: बीते शनिवार को नैनी थाने में आयोजित समाधान दिवस पर फरियादी की पैरवी करने करने गए अधिवक्ता से एसडीएम करछना आकांक्षा राणा द्वारा दुर्व्यवहार किये जाने पर तहसील करछना में बार संघ के अधिवक्ताओं ने तालाबंदी की. लामबंद हुए अधिवक्ताओं ने एसडीएम के खिलाफ नारेबाजी की. इस दौरान उन्होंने एसडीएम के तबादले की मांग भी की.
दरअसल, तहसील करछना में बार काउंसिल के पूर्व अध्यक्ष हरिमोहन मिश्रा अपने वकील के साथ शनिवार को नैनी कोतवाली में आयोजित समाधान दिवस पर जमीन के सिलसिले में शिकायत दर्ज कराने गए थे. पूर्व अध्यक्ष का आरोप है कि उसी मामले में एसडीएम करछना ने समझौते के लिए दबाव बनाया. ऐसा न होने पर अधिवक्ता पर नाराजगी जताते हुए वहां मौजूद सिपाहियों से वकील को बाहर निकलवा दिया था. पूर्व अध्यक्ष हरिमोहन उस वक्त वहां से चले गए थे, लेकिन दूसरे दिन तहसील में बार संघ के पदाधिकारियों ने बैठक कर एसडीएम द्वारा की गई बदसलूकी पर नाराजगी जताई.
नाराजगी व्यक्त करते हुए एसडीएम के खिलाफ घंटों करछना तहसील परिसर में प्रदर्शन किया और तहसील के अन्य कार्यालयों में तालाबंदी की. कोर्ट का बहिष्कार करते हुए एसडीएम के तबादले की मांग की. वहीं अधिवक्ताओं ने करछना एसडीएम आकांक्षा राणा के ऊपर आरोप लगाया कि नैनी में पूजा सरोज नाम की महिला की जमीन पर जबरन कब्जा हो रहा है. अधिवक्ता यह बताने के लिए एसडीएम करछना के पास गए तो अधिवक्ताओं को एसडीएम करछना आकांक्षा राणा ने नजरअंदाज कर दिया और गलत शब्दों का प्रयोग किया. उन्होंने करछना एसओ को बुलाकर अधिवक्ताओं को बाहर निकाल दिया. अधिवक्ताओं ने बताया कि जब से यह आई हैं, तब से मनमानी कर रही हैं. अधिवक्ताओं को वह नौकर-चाकर से भी बदतर समझती हैं.